ऋषिकेश : प्रख्यात समाजसेवी अन्ना हजारे के स्वागत को लेकर ग्राम प्रधान एवं किसान गढ़ी मयचक के यहां की गईं सारी तैयारियां धरी की धरी रह गईं। यही नहीं, उनके लिए तैयार किए गए पहाड़ी व्यंजन भी बेकार हो गए। कारण, अन्ना की तबीयत अचानक खराब हो गई और उन्हें मुनिकीरेती स्थित वसुंधरा पैलेस ले जाना पड़ा। यहां उनके स्वास्थ्य का परीक्षण किया गया।
अन्ना मंगलवार को रायवाला के सत्यनारायण मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद देर रात गौहरीमाफी पहुंचे और जनसभा को संबोधित किया। यहां से लौटते हुए अन्ना को ग्रामसभा गढ़ी मयचक के प्रधान जयेंद्रपाल रावत के घर रात्रि भोजन करना था। वहां उनके लिए पहाड़ी व्यंजन तैयार किए थे। साथ ही पूरे इलाके की सफाई कर तोरण द्वार बनाए गए थे।
अन्ना के गांव में पहुंचने की सूचना पर क्षेत्र के बुजुर्ग पूर्व सैनिक व उनके परिजन भी वहां पहुंचे हुए थे। रात दस बजे तक सभी अन्ना के आने का इंतजार करते रहे। लेकिन, इस बीच टीम अन्ना के राज्य संयोजक भोपाल सिंह चौधरी से पता चला कि अन्ना का स्वास्थ्य अचानक खराब हो जाने के कारण वह गढ़ी मयचक में निर्धारित भोजन कार्यक्रम नहीं पहुंच पाएंगे।
उन्होंने बताया कि अन्ना सीधे वसुंधरा पैलेस चले गए हैं, जहां उनका स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया। चिकित्सकों ने उन्हें आराम की सलाह दी है। सुबह उनकी तबीयत ठीक बताई जा रही है। अब वह प्रधान के घर भोजन में शामिल होने के बाद श्रीनगर को रवाना होगें।
किसानों को समर्पित होगा आंदोलन
प्रख्यात समाजसेवी अन्ना हजारे ने कहा कि 23 मार्च से उनका आंदोलन किसानों के लिए समर्पित होगा। किसानों को उनकी उपज का पूरा दाम देना सरकार की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि संसद में लंबित पड़े किसान बिल को केंद्र सरकार लागू करें।
बुधवार को समाजसेवी अन्ना हजारे ने गढ़ी मयचक में किसान सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मेरा जीवन समाज सेवा को समर्पित रहा है और यह सेवा जीवन के आखरी सांस तक जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि लोकपाल और लोकायुक्त के नाम पर देश की सरकारों ने जनता के साथ छल किया है।
मगर संसद और विधानसभा से बड़ी जनता की अदालत जिस दिन जन जाग जाएगा उस दिन पूरे देश में बड़ा बदलाव आएगा। इस अवसर पर टीम अन्ना के प्रदेश संयोजक गोपाल सिंह चौधरी, समाज सेवी बचन पोखरियाल, जयेंद्र पाल रावत, महावीर उपाध्याय, रवि शास्त्री, जिला पंचायत सदस्य सुनीता उपाध्याय, संजय पोखरियाल, कुसुम जोशी आदि उपस्थित थे।