देहरादून। उत्तराखंड में कोरोना वायरस से जंग में सरकार को विभिन्न वर्गों का समर्थन मिल रहा है और रोज ही कई संस्थाएं, सरकारी अधिकारी-कर्मचारी और लोग कोरोना वायरस के खिलाफ लङाई में सहयोग के लिए आगे आ रहे हैं। बुधवार को शाक्य बौद्ध समुदाय ने मुख्यमंत्री राहत कोष में 23 लाख रुपये की राशि दी तो किन्नर समाज की ओर से मैडम रजनी रावत ने भी 11 लाख रुपये का चेक मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए दिया। मुख्यमंत्री ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई पूरी मानवता की लड़ाई है। सभी के सहयोग और सम्मिलित प्रयासों से इस महामारी पर जीत होगी.बुधवार को शाक्य बौद्ध समुदाय की ओर से आध्यात्मिक नेता एचएच शाक्यृत्जीन, एचएच रत्ना वज्र शाक्य और एचएच ज्ञान वज्र शाक्य ने मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत को 23 लाख रुपये के चेक भेंट किए. इस राशि में एचएच शाक्यृत्जीन, एचएच रत्ना वज्र शाक्य और एचएच ज्ञान वज्र शाक्य ने 3 लाख रुपये, डोलमा फोड्रांग ने 3 लाख रुपये, न्गोर पाल एवाम चोडान ने 3 लाख रुपये, शाक्य कॉलेज ने 3 लाख रुपये, द ग्रेट शाक्य मोनलाम फाउंडेशन ने 5 लाख रुपये, शाक्य ननरी ने 3 लाख रुपये और शाक्य सेंटर ने 3 लाख रुपये का अंशदान दिया है।
कोविड-19 को रोकने के अभियान में मदद के लिए मैडम रजनी रावत ने किन्नर समाज की ओर से मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए 11 लाख रुपये का चेक मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को सौंपा। जिला पंचायत देहरादून के जिला उपाध्यक्ष वीर सिंह चैहान ने 25,000 रुपये मुख्यमंत्री राहत कोष में दिए हैं।यूजेवीएनएल के डायरेक्टर परियोजना सुरेश चंद्र बलूनी और डायरेक्टर फाइनेंस सुधाकर बडोनी ने 51-51 हजार रुपये के चेक मुख्यमंत्री राहत कोष हेतु दिए हैं। स्वास्थ्य निदेशालय देहरादून में तैनात स्वास्थ्य निदेशक डॉक्टर तृप्ति बहुगुणा ने 51 हजार रुपये का चेक मुख्यमंत्री राहत कोष में दिया है। एसोसिएशन ऑफ फार्मास्युटिकल मैन्युफैक्चरर्स सिडकुल, रानीपुर, हरिद्वार ने भी 7 लाख 51 हजार रुपये का चेक मुख्यमंत्री राहत कोष में दिया हैं।