मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत की पहल पर जनता के हर वर्ग से सीधा जनसंवाद के लिये ‘‘देवभूमि डायलॉग’’ कार्यक्रम शुरू किया जा रहा है।
जनता से सीधे संवाद गुड गवर्नेंस का महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। इस कार्यक्रम की पहली कड़ी में 20 अप्रैल को मुख्यमंत्री आवास में आयोजित होगी, इस अवसर पर प्रदेशभर से आए लगभग 500 युवाओं से मुख्यमंत्री द्वारा भी किया जायेगा।
यह जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार रमेश भट्ट ने बताया कि इस कार्यक्रम में अलग-अलग क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य कर रहे वक्ताओं को आमंत्रित किया गया है जो विभिन्न विषयों पर युवाओं से रूबरू होंगे। पद्म श्री अनिल जोशी हिमालय संभावनाओं का संसार विषय पर अपने विचार रखेंगे। हार्क संस्था के डॉ.महेंद्र स्थानीय संसाधनों द्वारा रोजगार की संभावनाएं विषय पर युवाओं को स्वरोजगार के लिए प्रेरित करेंगे। उत्तराखंड के डीजीपी अनिल रतूड़ी नए उत्तराखंड के निर्माण में पुलिस की भूमिका विषय पर अपने विचार युवाओं से साझा करेंगे, वित्त सचिव अमित नेगी, उत्तराखण्ड, कल आज और कल विषय पर उत्तराखंड की संभावनाओं और अवसरों की रूपरेखा सामने रखेंगे, पलायन आयोग के उपाध्यक्ष एसएस नेगी रिवर्स माइग्रेशन, आ अब लौट चलें विषय पर अपने विचार रखकर उत्तराखंड से पलायन की समस्या और रिवर्स माइग्रेशन की मुहिम से हो रहे बदलाव को समझाएंगे। सचिव कौशल विकास डाॅ.पंकज कुमार पाण्डेय स्किल उत्तराखंड विषय पर उत्तराखंड में स्किल डेवलेपमेंट और रोजगार की संभावनाओं का खाका सामने रखेंगे। इसी तरह आईटीडीए निदेशक अमित सिन्हा, साकार होता डिजीटल उत्तराखण्ड का सपना विषय पर उत्तराखण्ड में डिजीटल क्रांति की तस्वीर सामने रखेंगे।
मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार भट्ट ने बताया कि इस कार्यक्रम में अलग अलग क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य कर रहे उत्तराखंड के 20 युवाओं को मुख्यमंत्री द्वारा सम्मानित किया जाएगा, जिन्होंने अपनी मेहनत और लगन से युवाओं के सामने उत्तम उदाहरण पेश किया है। कार्यक्रम के सबसे महत्वपूर्ण भाग में मुख्यमंत्री सीधे युवाओं से संवाद करेंगे। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र, युवाओं को ग्रोथ सेंटर से जोड़ने, स्वरोजगार द्वारा आत्मनिर्भर बनाने, रोजगार के नए मौके तलाशने और रिवर्स पलायन रोकने में सहायक बनने जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर युवाओं से चर्चा करेंगे। इसके अलावा उत्तराखण्ड के विकास के लिए युवाओं के सुझाव व राय सुनेंगे और राज्य के विभिन्न विषयों पर उनसे चर्चा करेंगे। युवाओं द्वारा दिए सुझावों को संबंधित क्षेत्र के अधिकारी नोट करेंगे साथ ही तकनीकी रूप से सवालों के जवाब भी दे सकते हैं। प्रत्येक कार्यक्रम के सुझावों और आउटपुट को कैसे इंप्लीमेंट करें इस पर संबंधित अधिकारी मुख्यमंत्री से विचार विमर्श करेंगे। इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित होंगे।
उन्होंने बताया कि इस पूरे कार्यक्रम को देहरादून के साथ-साथ सभी ब्लॉक और तहसील मुख्यालयों में भी लाइव देखा जा सकेगा। कार्यक्रम को 119 स्वान केंद्रों और 3 दूरस्थ गावों (चमोली जनपद के घेस, हिमनी व पिथौरागढ़ के पीपलकोट गांव) में भी वेबकास्टिंग के जरिए प्रसारित किया जाएगा। देवभूमि डायलॉग का यह सिलसिला प्रत्येक माह आयोजित किया जाएगा। अगले कुछ महीनों में महिलाओं, किसानों, उद्यमियों आदि से बारी बारी से संवाद किय जाएगा।