सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विकास संस्थान, हल्द्वानी, भारत सरकार, इण्डस्ट्रीज एसोसिएशन आॅफ उत्तराखण्ड एवं उत्तराखण्ड सरकार के सयुक्त रूप से आज प्रदेश सरकार के डैडम् पखवाडे़ के तत्वाधान में एक राज्य स्तरीय विक्रेता विकास कार्यक्रम (State Vendor Development Programme) का आयोजन पावर ट्राॅसमिशन कारपोरेशन आॅफ उत्तराखण्ड लि0 के सभागार में किया गया। सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विकास संस्थान, भारत सरकार एवं उत्तराखण्ड सरकार के MSME पखवाडे़ के तत्वाधान में इण्डस्ट्रीज एसोसिएशन आॅफ उत्तराखण्ड ने यह कार्यक्रम प्रदेश के विभिन्न ऊर्जा विभागों के साथ मिलकर इस राज्य स्तरीय विक्रेता विकास कार्यक्रम का आयोजन किया गया है।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य प्रदेश सरकार की विभिन्न इकाइयों जिनमें उत्तराखण्ड जल विद्युत निगम ;यू0जे0वि0एन0एल0द्ध, उत्तराखण्ड ऊर्जा निगम लि0, पावर ट्राॅसमिशन कारपोरेशन आॅफ उत्तराखण्ड लि0;पिटकुलद्ध, उत्तराखण्ड अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण ;उरेडाद्ध की सूक्ष्म एवं लघु उद्योगों के लिये क्रय वरीयता की जो नीति है इसके उद्देश्य एवं उसके बारे में जानकारी एवं जो माल क्रय करते हैं, उसमे स्थानीय उद्योगो से क्रय को बढ़ावा देने का है। जब प्रदेश सरकार की इकाईयां अपने यहाॅं खपत होने वाले उत्पादो की जानकारी उद्यमियो एवं प्रस्तावित उद्यमियो को उपलब्ध करवाये तो इससे राज्य में Ancillarizationको बढ़ावा मिल सकेगा। इन सभी संस्थाओं ने अपने यहां उपयोग होने वाले उत्पादों/सामग्री की भी एक प्रर्दशनी लगायी गयी थी, जिससें सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम रूबरू हुये।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि प्रमुख सचिव, एम0एस0एम0ई0 श्रीमती मनीषा पंवार ने अपने सम्बोधन मे कहा कि राज्य में क्रय वरीयता नीति के अन्तर्गत सभी ऊर्जा, निगमो को प्रदेश की सूक्ष्म एवं लघु उद्योगो को वरीयता दी जाये, जिससे यहाॅ पर Ancillarization को बढ़ावा मिलने के साथ-साथ रोजगार के अवसर भी सृजित हो सके। उन्होेने वरीयता देने मे आ रही दिक्कतो को सरकार शीघ्र दूर करवाने की बात भी कही।
सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विकास संस्थान, हल्द्वानी, भारत सरकार के निदेशक श्री वी0के0 शर्मा ने भारत सरकार की क्रय नीति के बारे मे विस्तृत से अवगत करवाने के साथ-साथ सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमियों के लिये अपने संस्थान की विभिन्न योजनाओं से भी अवगत करवाया।
निदेशक, उद्योग ने प्रदेश की क्रय वरीयता नीति पर एक प्रस्तुतिकरण देकर इसके बारे मे और MSME पखवाडे़ के बारे मे अवगत करवाया। निदेशक उद्योग द्वारा समस्त विभागो को शासन द्वारा ज्ञापित क्रय वरीयता नीति में स्थानीय उद्योगो को प्राथमिकता देने हेतु जोर देते हुये कहा कि यह न केवल अनिवार्य है एवं उद्योगों के परिपेक्ष्य में अत्यन्त महत्वपूर्ण है। उन्होनें कहा कि विभागों का दायित्व बनता है कि स्थानीय उद्योगो को क्रय वरीयता तुरन्त सुनिश्चित करवाने का कष्ट करें।
इसी क्रम में जो विभाग की चारों संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने अपने निगम की क्रय नीति एवं अपने यहाॅ उपयोग होने वाले उत्पादों/सामग्री पर एक प्रस्तुतिकरण के माध्यम से सभी उपस्थित उद्यमियों को जानकारी से अवगत करवाया।
कार्यशाला के अन्त में धन्यवाद ज्ञापन श्री राजीव अग्रवाल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष, इण्डस्ट्रीज एसौसिएशन आॅफ उत्तराखण्ड के द्वारा दिया गया।
कार्यशाला में श्रीमती कौशल्या बन्धु, अपर निदेशक, उद्योग, बी0सी0के मिश्रा, प्रबन्ध निदेशक, उत्तराखण्ड ऊर्जा निगम लि0, संजय मित्तल, निदेशक-पिटकुल, आषीश कुमार, निदेशक-पिटकुल, ए0के0 त्यागी, उरेडा, बिगे्र0टी0एस0हसनवालिया, एस0सी0मित्तल, मुकेश गुप्ता, अनिल जैन, प्रदीप अग्रवाल, अनिल गुप्ता, जे0एस0बिष्ट, दिनेश मुदगल, अरविन्द मित्तल, संजय गुप्ता के अलावा विभिन्न औद्योगिक आस्थानों से आये उद्यमी व अन्य संस्थानों से आये प्रतिनिधि उपस्थित थे