चमोली। माउंट त्रिशूल पर्वत पर एवलॉन्च की चपेट में आकर 10 सदस्यीय दल में से चार पर्वतारोहियों की मौत हो गई थी। जबकि, दो लोग लापता बताए जा रहे हैं। ऐसे में रेक्स्यू टीम को कल दोपहर त्रिशूल पर्वत के आपपास कुछ पर्वतारोही बर्फ में दबे दिखे थे। जिसके बाद रेस्क्यू टीम रविवार की सुबह हेलीकॉप्टर से चार पर्वतारोहियों के शवों को लेकर जोशीमठ पहुंची है। जिन्हें पोस्टमार्टम के लिए सीएचसी में रखा गया है।
बता दें कि माउंट त्रिशूल पर्वत को फतह करने के लिए गया 10 सदस्यीय दल एवलॉन्च की चपेट में आ गया था। जिसके बाद निम और सेना ने पर्वतारोहियों की खोजबीन के लिए रेस्क्यू अभियान चला रखा था। वहीं, रेस्क्यू टीम को त्रिशूल पर्वत पर चार पर्वतारोहियों के शव दिखाई दिए थे। जो लेफ्टिनेंट कमांडर रजनीकांत यादव, लेफ्टिनेंट कमांडर योगेश तिवारी, लेफ्टिनेंट कमांडर अनंत कुकरेती और एमसीपीओ हरिओम के थे। जिन्हें रविवार सुबह हेलीकॉप्टर के जरिए जोशीमठ लाया गया है। गौर हो कि चमोली के सुतोल गांव से होते हुए त्रिशूल पर्वत फतह करने गए जवानों के साथ ग्लेशियर खिसकने से 1 अक्टूबर की सुबह दर्दनाक हादसा हो गया था। जिसमें कुल 6 सैनिकों सहित 1 शेरपा भी एवलॉन्च की चपेट में आ गए थे। जिसमें निम और सेना द्वारा चलाये गए संयुक्त अभियान में 4 जवानों के शवों को बरामद कर लिया गया है। जिनके शवों को हेलीकाप्टर के जरिये जोशीमठ सेना के हेलीपैड पर लाया गया है। जबकि, लापता एक जवान और पोर्टर की तलाश जारी है।
वहीं, अभियान में 13 वर्षीय काम्या और उसके पिता के साथ अन्य सभी लोग सुरक्षित हैं, वे वापस सुतोल पहुंच चुके हैं। साथ ही सुतोल गांव के दो पोर्टर भी इस अभियान से सुरक्षित वापस लौट आये हैं।