देहरादून। बीते कुछ दिनों से उत्तराखंड में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में काफी तेजी देखी जा रही है। अचानक संक्रमित पाए जाने वालों की संख्या काफी बढ़ गई है। शनिवार को एक दिन में सर्वाधिक 91 मरीज मिलने के बाद रविवार को 53 लोगों में कोविड-19 की पुष्टि हुई है। इसके बाद राज्य में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 300 के करीब जा पहुंची है। उत्तराखंड में अभी तक 298 लोगों में इस महामारी की पुष्टि हुई है।
रविवार को जारी राज्य सरकार की हेल्थ बुलेटिन के मुताबिक, उत्तराखंड के 298 संक्रमित मरीजों में से 56 पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं और उन्हें इलाज के बाद अस्पातल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। वहीं इस महामारी की चपेट में आकर जान गंवाने वालों की संख्या 03 है। वर्तमान में राज्य में कोरोना के 238 एक्टिव पेशेंट हैं, जिनका अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है। ये आंकड़े रविवार दोपहर तीन बजे तक के हैं।हेल्थ बुलेटिन के मुताबिक, पिछले सात दिनों में कोरोना की डबलिंग रेट (मरीजों की संख्या दोगुना होने की रफ्तार) 4.18 दिन की रही है। फिलहाल राज्य में रिकवरी रेट 18.86 प्रतिशत है। उत्तराखंड में अबतक जांच किए गए नमूनों में मात्र 1.75 प्रतिशत लोग ही कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। यहां 16 लाख 47 हजार 978 लोगों ने आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड किया है।
यूपी-उत्तराखंड के खानपुर बॉर्डर से डॉक्टर नदारद, कैसे होगी प्रवासियों का जांच
लक्सर। कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के चलते प्रदेश के सभी बॉर्डरों पर डॉक्टर्स की टीम तैनात की गई है। जिससे अन्य प्रदेशों से उत्तराखंड में आने वाले प्रवासियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा सके। लेकिन, यूपी-उत्तराखंड के खानपुर बॉर्डर पर डॉक्टर की टीम नदारद है। ऐसे में प्रदेश में कोराना महामारी को दावत दी जा रही है। वहीं राज्य में लगातार कोरोना मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है. बावजूद प्रशासन लापरवाह बना हुआ है।
बता दें कि, उत्तर प्रदेश से लगातार पास धारकों का उत्तराखंड में आना जारी है. लेकिन, यूपी-उत्तराखंड के खानपुर बॉर्डर पर किसी व्यक्ति का कोई स्वास्थ्य परीक्षण नहीं किया जा रहा है। हालांकि, स्थानीय प्रशासन के द्वारा एक मेडिकल कैंप जरूर लगाया है, जो कि तस्वीरों में साफ-साफ देखा जा सकता है। वहां पर टेंट तो लगा हुआ है, कुर्सी और मेज भी मौजूद हैं. लेकिन, डॉक्टर और कंपाउंडर मौजूद नहीं है। इससे प्रशासन की घोर लापरवाही देखने को मिल रही है। वहीं उत्तराखंड प्रदेश में प्रवासियों का भी लगातार आना जारी है. बाहरी लोगों से ही राज्य में कोरोना पॉजिटिव का ग्राफ बढ़ा है। लेकिन, खानपुर बॉर्डर पर किसी डॉक्टर की मौजूदगी ना होना प्रशासन की एक बहुत बड़ी लापरवाही दर्शा रहा है। इस बाबत लक्सर उपजिलाधिकारी ने बताया कि मामले का संज्ञान लिया जा रहा है। इस तरह की लापरवाही बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।