पुलिस स्मृति दिवस पर सीएम धामी ने की बड़ी घोषणाएं, शहीदों को दी श्रद्धांजलि।

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पुलिस स्मृति दिवस पर सीएम धामी ने की बड़ी घोषणाएं, शहीदों को दी श्रद्धांजलि।

देहरादून।  ब्यूरो ।
पुलिस स्मृति दिवस पर देहरादून के पुलिस लाइन में शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई। इस साल पूरे देश में 216 पुलिस के जवान शहीद हुए हैं, इनमें से चार पुलिसकर्मी उत्तराखंड के भी हैं।  हर साल देश भर में पुलिस स्मृति दिवस मनाया जाता है, जिसमें अपने प्राणों की बाजी लगाने वाले शहीद पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि दी जाती है। इसी कड़ी में देहरादून में आयोजित कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और सरकार के कुछ मंत्री समेत विधायक और तमाम अधिकारियों ने शहीद पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि दी।
पुलिस स्मृति दिवस के दिन हर साल की तरह इस बार भी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पुलिसकर्मियों के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं भी की हैं। मुख्यमंत्री ने पुलिसकर्मियों के सरकारी आवास बनाने के लिए आने वाले वित्तीय वर्ष में 100 करोड़ रुपए देने की घोषणा की है। इसके अलावा पुलिस के अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए पौष्टिक आहार भत्ते में भी ₹100 की बढ़ोतरी की गई है। मुख्यमंत्री ने निरीक्षक और उप निरीक्षक को वर्दी भत्ते के रूप में 3500 रुपए देने की भी घोषणा की है। साथ ही 9000 फीट से अधिक की ऊंचाई पर ड्यूटी देने वाले पुलिसकर्मियों के लिए हर दिन भत्ते को ₹200 से बढ़ाकर ₹300 किए जाने की भी घोषणा की है। सीएम धामी ने कहा कि  पुलिसकर्मियों के योगदान को देखते हुए भारत सरकार भी इनके हितों को लेकर काम कर रही है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश में राष्ट्रीय पुलिस स्मारक की भी स्थापना की गई है। पुलिस विभाग उत्तराखंड में 2025 तक देवभूमि को नशा मुक्त किए जाने के लिए काम कर रहा है। इसके तहत पुलिस ने अब तक 1100 से ज्यादा नशे के सौदागरों की भी धर पकड़ की है। उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग में जवानों और अधिकारियों की कमी को दूर करने के लिए 327 पदों का भी सृजन किया गया है। साथ ही सरकार ने नारकोटिक्स फोर्स का गठन कर नशे के खिलाफ बड़ा कदम उठाया है। पुलिस विभाग को अत्याधुनिक उपकरणों से लैस भी किया जा रहा है। इस मौके पर मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणाओं को लेकर उत्तराखंड के प्रभारी पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार ने मुख्यमंत्री का धन्यवाद दिया। साथ ही पुलिस के मनोबल में बढ़ोतरी होने की बात कही।

शहीद पुलिस जवानों को दी गयी श्रद्धांजलि।

उत्तरकाशी :-
*“पुलिस स्मृति दिवस पर  पुलिस लाईन ज्ञानसू उत्तरकाशी स्थित शहीद स्मारक में शहीद हुये पुलिस के जवानों को उत्तरकाशी पुलिस परिवार द्वारा श्रद्धांजलि अर्पित की गयी। अमित श्रीवास्तव, पुलिस अधीक्षक उत्तरकाशी* द्वारा शहीद हुये पुलिस के जवानों को याद कर उन्हें नमन किया गया। इस दौरान पुलिस अधीक्षक द्वारा शहीद स्मारक पर वीरगति को प्राप्त हुये जवानों को रीत व पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई, इसके उपरान्त *पुलिस उपाधीक्षक उत्तरकाशी  प्रशान्त कुमार,* प्रतिसार निरीक्षक पुलिस लाइन  शिव कुमार सहित पुलिस/फायर/वायरलेस/एलआईयू/ के अधिकारी/कर्मचारी गणों द्वारा शहीद स्मारक पर श्रद्धासुमन अर्पित कर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी गई। तदोपरान्त शहीद हुये जवानों को सलामी देकर  02 मिनट का मौन धारण किया गया।
पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर जनपद के सभी कोतवाली/थाना चौकी पर सम्बन्धित प्रभारियों की मौजुदगी में शहीद जवानों को याद कर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गयी।
*विगत वर्ष देशभर में 216 पुलिस एवं अर्ध्दसैनिक बल के जवानों ने कर्तव्य के दौरान अपना सर्वोच्च बलिदान दिया, जिसमें उत्तराखण्ड पुलिस के 04 जवान  (जनपद उत्तरकाशी पुलिस के 02 जवान अ0उ0नि0 कान्ता थापा एवं मुख्य आरक्षी गणेश कुमार) शामिल हैं।*

*इसलिए मनाया जाता है पुलिस स्मृति दिवस*

21 अक्तूबर 1959 को भारत की उत्तरी सीमा पर लद्दाख के 15 हजार फीट ऊंचे बर्फीले दुर्गम क्षेत्र में केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल की गश्ती टुकड़ी के 10 जवान चीन के आक्रमणकारियों से लोहा लेते हुए वीरगति को प्राप्त हुए थे। इन्हीं वीर सपूतों के बलिदान की स्मृति में हर वर्ष 21 अक्तूबर को देश भर में पुलिस स्मृति दिवस मनाया जाता है।

शहीद आशाराम जगुड़ी दी गयी श्रद्धांजलि ।

बड़कोट !
पुलिस शहीद दिवस”पर 12वीं वाहिनी आईटीबीपी मातली के द्वारा पौल गांव स्थित शहीद  आशाराम जगुड़ी के स्मारक पर शहीद जवान को याद कर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गयी।
आपको बताते चले की शहीद आशाराम शहीद  आशाराम जगुड़ी 25 मई 2002 को जम्मू कश्मीर के लेथपोरा में आतंकवादियों ने अचानक गोलीबारी शुरू कर दी मोर्चे पर तैनात हवलदार आशाराम जगुड़ी ने गोलीबारी का मुंहतोड़ जवाब देते हुए दुश्मन के उद्देश्यों को नाकाम करते हुए देश के लिए शहीद हो गये थे ।

सोमवार को पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर 12वीं वाहिनी आईटीबीपी मातली के जवान पौल गांव के निकट शहीद आशाराम जगूड़ी शहीद स्मारक स्थल पर पहुंचे और यहां उन्हें याद किया। इस मौके पर आईटीबीपी के जवानों, क्षेत्र के गणमान्य लोगों एवं शहीद के परिजनों सहित ग्रामीणों ने शहीद की प्रतिमा लर माल्यार्पण तथा पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। साथ ही जवानों ने शहीद के परिजनों को शॉल ओढ़ाकर कर सम्मानित किया।
शहीद परिजनों ने कहा है कि आईटीबीपी पर हमे गर्व है, हर वर्ष विभिन्न कार्यक्रमो में श्रद्धांजलि देने पहुंचते हैं, साथ ही समय समय पर परिवार के हालचाल वा समस्याओं को भी सुनते है। परिजनों ने शासन प्रशासन से नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा है कि शहीद के नाम पर जो विभिन्न प्रकार की घोषणा की जाती है लेकिन आजतक एक भी पूरी नही हुई । शहीद के परिजनों ने कहा है कि 22 वर्ष बीत जाने के बाद भी शाहिद का गांव सड़क मार्ग से वंचित है । साथ ही शहीद स्मारक का भी कोई सौंदर्यकरण नहीं किया गया।
इस मौके पर आईटीबीपी से एसआई मातवर सिंह, योगेश कुमार, मुकेश चौहान, अनिल कुमार, मनबीर सिंह आदि जवानों सहित शहीद आशाराम जगूड़ी की पत्नी श्रीमती उर्मिला देवी, सिद्धि प्रसाद भट्ट, शान्ति टम्टा, जशोदा राणा, राजाराम जगूड़ी, भगवती प्रसाद, राजेश उनियाल, अजय रावत, सुभाष जगूड़ी, दिनेश, मदन , बृजभूषण, लक्ष्मी प्रसाद , प्रदीप, विजय, जयप्रकाश, संजय आदि शामिल रहे।

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