देहरादून। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात की। प्रधानमंत्री ने उनसे कोरोना वायरस व लॉकडाउन को लेकर अपडेट लिया। इस दौरान पीएम मोदी ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से भी बात की और प्रदेश के हालात की जानकारी ली। बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद थे। इस बैठक के बाद ही केंद्र सरकार लॉकडाउन को लेकर कोई फैसला लेगी। देशभर में तीन मई तक लॉकडाउन है। लॉकडाउन के बावजूद भी देश में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। इस बैठक में आगे की रणनीति पर चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि अक्षय तृतीया पर शारीरिक दूरी बनाए रखते हुए गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट खोले गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड, पर्यटन विशेष तौर पर धार्मिक पर्यटन का केन्द्र रहा है। लाकडाऊन के कारण पर्यटन में नुकसान हुआ है परंतु पूरा विश्वास है कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में प्रदेश में स्थितियां फिर सुधरेंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी मेडिकल मानकों का पालन करते हुए यह देखना चाहिए कि किन किन और आर्थिक गतिविधियों को शुरू किया जा सकता है। निर्धारित शारीरिक दूरी और मास्क की अनिवार्यता के साथ कृषि, वानिकी, स्वरोजगार के माध्यम से धीरे-धीरे चरणबद्ध तरीके से स्थिति सामान्य हो सकती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के 9 पर्वतीय जिले जो कि कोरोना के प्रभाव से मुक्त हैं, वहां एनएच, मनरेगा के काम, सभी बातों का ध्यान रखते हुए शुरू किए गए हैं। प्रदेश के इकोनोमिक रिवाइवल के लिए, मंत्रिमण्डलीय उपसमिति और विशेषज्ञों की एक समिति बनाई गई है, जिनकी रिपोर्ट जल्द ही मिल जाएगी। मुख्यमंत्री ने यह भी सुझाव दिया कि मनरेगा में रोजगार की अवधि को 100 दिन से बढ़ाकर 150 दिन किया जाए। बता दें कि सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ पीएम मोदी की यह तीसरी बैठक है। पीएम मोदी कोरोना वायरस की स्थिति और इसके प्रसार को रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन को लेकर सभी राज्यों के सीएम से पहले भी दो बार बातचीत कर चुके हैं।