देहरादून।प्लाटून कमांडर शिवराज सिंह राणा ने उपचार के दौरान दून अस्पताल में दम तोड़ दिया। राणा पिछले चार दिन से दून अस्पताल में एडमिट थे।
पुलिस मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार शिवराज सिंह राणा ट्रेन में सफर करने के दौरान संक्रमित हुए थे। उत्तराखंड पुलिस विभाग में कोरोना से पहली मौत का मामला सामने आया है। रुद्रपुर स्थित 46वीं पीएसी प्लाटून कमांडर सब-इंस्पेक्टर शिवराज सिंह राणा की उपचार के दौरान दून अस्पताल में मौत हो गई। कोरोना पॉजिटिव होने के बाद राणा 19 अगस्त से दून अस्पताल में भर्ती थे। 55 वर्षीय मृतक शिवराज सिंह राणा वर्ष 1988 बैच के पुलिस जवान थे। वह मूल रूप से सितारगंज के रहने वाले थे. इस घटना को लेकर पुलिस विभाग में शोक की लहर है। पुलिस मुख्यालय ने इस घटना पर दुख जताते हुए महकमे में अधिक से अधिक पुलिस कर्मियों के कोरोना टेस्ट को बढ़ावा देने के निर्देश दिए हैं। पुलिस मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार पीएसी प्लाटून कमांडर शिवराज सिंह राणा 7 अगस्त को अवकाश पर अपने गृह जनपद रुद्रपुर जा रहे थे। रास्ते में ट्रेन की बोगी में एक महिला के कोरोना संक्रमित होने की खबर मिली थी। ऐसे में ट्रेन के रुद्रपुर पहुंचते ही संक्रमित महिला जिस कंपार्टमेंट में थी उसमें मौजूद सभी लोगों को एहतियातन क्वारंटाइन किया गया था। जानकारी के अनुसार इसी कंपार्टमेंट में सफर करने वाले प्लाटून कमांडर शिवराज सिंह राणा को भी 3 दिन इंस्टीट्यूशनल क्वॉरेंटाइन और 7 दिनों के लिए होंम क्वारंटाइन किया गया था। हालांकि, इस दौरान उनमें कोई लक्षण नजर नहीं आये थे। 17 अगस्त को शिवराज सिंह राणा देहरादून में ड्यूटी के लिए पहुंचे थे। 19 अगस्त को अचानक उनकी तबीयत खराब हुई थी, तभी से उनको देहरादून के दून अस्पताल में भर्ती कराया गया था।