देहरादून। उत्तरकाशी भगवान का सुकर है कि दैवीय आपदा लागये गये हेलीकॉप्टर जान जोखिम में डालकर काम कर रहें थे ।आपदा पीड़ितों के लिए राहत सामग्री लेजाकर लौट रहे हैलीकॉप्टर में एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया है. यहां रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे एक हैलिकॉप्टर की एमरजेंसी लैंडिंग करवाई गई है। टिकोची के पास नदी में हैलीकॉप्टर की एमरजेंसी लैंडिंग करवाई गई। राहत की बात यह है कि पायलट और को-पायलट दोनों सुरक्षित हैं. उन्हें कुछ चोट लगी है और उन्हें सुरक्षित स्थान पर लाया जा रहा है। बता दें कि दो दिन पहले ही उत्तरकाशी में रेस्क्यू ऑपरेशन में एक हैलिकॉप्टर क्रैश हो गया था। उस दुर्घटना में पायलट, को-पायलट और हैंडलर की मौत हो गई थी।
उत्तरकाशी जिले के आपदा प्रभावित क्षेत्र में आपदा राहत कार्य में लगे एक हेलीकॉप्टर को अचानक इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी। गनीमत रही कि इस दौरान कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ। हालांकि पायलट और को-पायलट को हल्की चोटें आने के साथ ही हेलीकॉप्टर क्षतिग्रस्त हुआ है। वहीं सूचना के बाद मौके पहुंची एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की रेस्क्यू टीमों ने पायलेट व को-पायलेट को उपचार के लिए आराकोट ले गया। हिमाचल सीमा से सटे आराकोट के मोरी ब्लॉक में गत सप्ताह शनिवार देर रात को बारिश ने अपना कहर बरपाया। जिससे मोरी ब्लॉक के आराकोट, चिंवा, माकुड़ी, टिकौची, किराणू, मोल्डी, बरनाली, सनैल सहित क्षेत्र के 15 से अधिक गांव में जानमाल के नुकसान के साथ ही पूरा क्षेत्र बुरी तरह प्रभावित हो गया। इस घटना के बाद शासन की ओर से शुक्रवार को रेस्क्यू कार्य के लिए आर्यन कंपनी के एक हेलीकॉप्टर की मदद ली गई। यह हेलीकॉटर 12 :24 पर आराकोट पहुंचा और रेस्क्यू कार्य में जुट गया। हेली ने दो चक्कर सुरक्षित रेस्क्यू कर आपदा राहत सामाग्री तो पहुंचा दी। लेकिन तीसरे चक्कर में आराकोट से चिंवा जाते वक्त ट्राली का तार सामने आ गया। जिससे बचने के लिए पायलेट ने टिकोची से 50 मीटर पहले नदी किनारे एमरजेंसी लैंडिंग कर दी। लैडिंग करते वक्त पायलट सुशांत जीना निवासी जबलपुर और को-पायलट अजित सिंह, निवासी हरियाणा को हल्की चोटें आयीं। वहीं हेलीकॉप्टर भी आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गया। सूचना के बाद मौके पर पहुंची एसडीआरएफ की टीम ने दोनों को सुरक्षित बाहर निकाला और उपचार के लिए बेस कैंप आराकोट ले आई। जहां से हेलीकॉप्टर के जरिए इन्हें देहरादून ले जाया जाएगा।