ऋषिकेश। तीर्थनगरी ऋषिकेश में चारधाम यात्रा का प्रवेशद्वार माना जाता है। यहीं पर चारधाम यात्रियों की पंजीकरण भी किया जा रहा र्है। लेकिन आलम यह है कि चिलचिलाती धूप में घंटों खड़े रहने के बाद भी यात्रियों का पंजीकरण नहीं हो पा रहा है। जिससे यात्रियों के सब्र का बांध टूट रहा है। इसी सिलसिले में सोमवार को ऋषिकेश चारधाम यात्रा पंजीकरण सेंटर पर पंजीकरण ना होने पर गुस्साए हैदराबाद के तीर्थ यात्रियों ने हंगामा किया। यात्रियों ने उत्तराखंड सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। इसके बाद सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और तीर्थ यात्रियों को शांत कराया। इस दौरान तीर्थयात्री पंजीकरण देकर चारधाम यात्रा पर भेजने की मांग पर अड़े रहे।
सोमवार को बीटीसी परिसर में हैदराबाद के तीर्थयात्रियों ने अचानक हंगामा कर दिया। यात्रियों का कहना है कि चारधाम यात्रा पर जाने के लिए पंजीकरण नहीं कराया जा रहा है। तीर्थयात्रियों ने सरकार की व्यवस्था पर कई सवाल खड़े किए हैं। उनका कहना है कि हजारों रुपए खर्च कर हैदराबाद से चारधाम यात्रा के प्रवेश द्वार ऋषिकेश पहुंचे हैं। मगर अब उनको चारधाम यात्रा पर जाने की अनुमति यह कहकर नहीं दी जा रही है कि चारों धामों में निर्धारित तीर्थयात्रियों की संख्या आगामी कुछ दिनों के लिए पूरी हो चुकी है। तीर्थयात्रियों ने चेतावनी दी है कि यदि उन्हें चारधम यात्रा मार्ग पर नहीं भेजा गया तो वह सरकार के खिलाफ धरना देने के लिए मजबूर होंगे। जिसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार की होगी। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि धरने से उठाने की कोशिश की गई तो वह जान भी दे देंगे। उनका कहना है कि भगवान के लिए आए हैं और दर्शन किए बगैर वापस नहीं जाएंगे। यदि सरकार को पंजीकरण की व्यवस्था के हिसाब से चलना था तो पहले ही पंजीकरण के एडवांस बुकिंग की जानकारी सार्वजनिक करनी थी। हजारों रुपए खर्च करके वह हैदराबाद से ऋषिकेश पहुंचे हैं, अब यहां रुकने का कोई औचित्य नहीं बनता है।