देहरादून। उत्तराखंड में टैक्स चोरीकरने वालों को इनकम टैक्स ने टारगेट करना शुरु कर दिया है। विभाग ऐसे किसी भी व्यक्ति को बखशने के मूड में नहीं है जो टैक्स चोरी कर रहा है। देहरादून समेत उत्तराखंड के बाकी शहरों में ऐसे सफेदपोशों की कमी नहीं है जो कमाई तो करोड़ों की रहे हैं लेकिन लाखों का टैक्स नहीं चुका रहे। यूपी वेस्ट-उत्तराखंड के प्रिंसिपल चीफ कमिश्नर ऑफ इनकम टैक्स पीके गुप्ता ने सितंबर में ही साफ कर दिया था कि डिपार्टमेंट टैक्स चोरों को कोई रियायत देने के मूड में नहीं है। इसलिए एक अक्टूबर से टैक्स चोरी करने वालों पर गाज गिरेगी।
यूपी वेस्ट-उत्तराखंड के प्रिंसिपल चीफ कमिश्नर ऑफ इनकम टैक्स पीके गुप्ता ने सितंबर में ही साफ कर दिया था कि डिपार्टमेंट टैक्स चोरों को कोई रियायत देने के मूड में नहीं है। यूपी वेस्ट-उत्तराखंड के प्रिंसिपल चीफ कमिश्नर ऑफ इनकम टैक्स पीके गुप्ता ने सितंबर में ही साफ कर दिया था कि डिपार्टमेंट टैक्स चोरों को कोई रियायत देने के मूड में नहीं है।
गुप्ता ने कहा था, “अक्टूबर से सर्वे में तेजी आएगी और बड़े एक्शन होंगे. हालांकि सर्वे वहीं होगा जहां पुख्ता प्रमाण होंगे और कार्रवाई करने वाले अधिकारी को अपने सीनियर को बताना होगा कि किस आधार पर यह सर्वे किया गया. कार्रवाई वहीं होगी जहां लगेगा यह पहली नजर में टैक्स चोरी का केस लगता है। उत्तराखंड का इनकम टैक्स ऑफिस एक अक्टूबर से कार्रवाई शुरु कर चुका है और आगे इस एक्शन में और तेजी देखने को मिलेगी। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने ऐसे लोगों की लिस्ट और उनके बारे में पूरी इंफॉर्मेशन जुटा ली हैै जो टैक्स चोरी का खेल खेल रहे हैं।