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टिहरी बांध प्रभावित प्रतापनगर को प्रकृति ने दिया रोजगार का खजाना हम को रोजगार में कहीं नही जाना

Pahado Ki Goonj

https://youtu.be/CNCkVb9bpwc

 टिहरी, लंबगांव ।नीचे जल बीच में जंगल उसके सर पर हिमालय प्रकृति की सबसे बड़ी दौलत हमें मिली है।इसको सवारने से सदियों तक रोजगार गारंटी योजना होमस्टे है वेन्टर पर्यटन के लिए अपार संभावनाएं हैं।चलो चलो लंबगांव चलो प्रधान छेत्र पंचायत जिला पंचायत, सदस्यों,डोल दमाऊ बाजगिरी ,कलाकारों,हाथ के दस्त करो, फोटोग्राफर, महिला मंगल दल के जगरूक पदाधिकारियों सदस्यों, देवताओं के पश्वा, ग्रामीण प्रहरी यों, भाई बहनों।

केशव रावत
Ground0Uttarakhand

जागो जागो प्रातपनगर के बांध प्रभवितों जागो
27 सितम्बर 2021 को विश्व पर्यटन दिवस पर संकल्प लो प्रातपनगर के गावँ गावँ को पर्यटन एवं तीर्थाटन रोजगार के लिए विश्व मे पहचान दिलानी है।
भले ही आपका ख्वाब पूरा न हो, लेकिन याद रखो मेहनत कभी बेकार नहीं जाती है।

https://youtu.be/CNCkVb9bpwc

कई बार ऐसा होता है कि कड़ी मेहनत के बाद आपको मंजिल नहीं मिल पाती। आपके सपनें टूट जाते हैं। लेकिन याद रखो कि जीवन में ईमानदारी से की मेहनत कभी बेकार नहीं जाती। अगर आपका इरादा मजबूत है तो आप अपने ख्वाबों को हकीकत में बदलने का दूसरा दरवाजा जरूर ढूंढ लेंगे। आपकी मेहनत जीवन में आपके कभी न कभी काम आती रहेगी।

फर्क केवल इतना है कि कुछ व्यक्ति इस बात पर विश्वास करते है कि “मेहनत कभी बेकार नहीं जाती” और अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए तब तक प्रयास करते रहते है जब तक कि लक्ष्य को प्राप्त नहीं कर लेते हैं। वहीँ दूसरी और कुछ व्यक्ति जल्दी ही हार मान लेते है और प्रयास करना बंद कर देते है। यही सफलता और असफलता के बीच का फर्क है। जिसे हम विश्वास या आत्मविश्वास कह सकते है क्योकि सारा खेल विश्वास का ही है।

विश्वास पत्थर को भगवान बना सकता है और अविश्वास भगवान के बनाए इन्सान को पत्थरदिल बना सकता है।
आज हमें अपने अंदर का मन को मजबूत करने के लिए आगे आना होगा। घर घर को होम स्टे, साहसिक पर्यटन, योगा, स्वास्थ्य पर्यटन तीर्थ, मेले थोलों से रोजगार के मंदिर बनाने के लिए आपके विश्वास को परिपक्व करने की आवश्यकता है।

साथियों टिहरी बांध निर्माण के समय भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री के प्रयोग से वर्ष 1985 के मई माह में मैंने सरकार को सूखे पड़ने की असंका जताई थी ।और वर्ष 1986-87 सूखा पड़ा जिसके फल स्वरूप प्रातपनगर में 40 kg गेंहू /परिवार बांटने थे।पर कानून गो पटवारियों का साथ सामाजिक कार्यकर्ता ओं के नही देने के चलते वह भदूरा की अव्यवस्था को देखते हुए नहीं बंट पाए ।इस बात को कुछ होशियार लोग समझने लगे और यह योजना डंप हॉगई। कि जीतमणिपैन्यूली की लोकप्रियता बढ़ेगी।
हमने वर्ष 1985 को स्वीटजरलैंड के दूतावास से इस सूखे पड़ने को देखते हुए यहाँ जीवन यापन करने के लिए
अर्थशास्त्री को नियोजन की सम्भावना बताने के लिए एवं पत्रकार के द्वारा उनके सुझावों को विदेशी मीडिया में प्रकाशित कराने के लिये बुलावा भेजा। क्योंकि यहाँ के बड़े अखबार में लम्बगांव की खबर अपने जिला ढालवाला 14 बीघा के अखबारों में नहीं मिलती है इसी उद्देश्य से पहाडोंकीगूँज राष्ट्रीय साप्ताहिक समाचार पत्र 11वर्ष एवं पोर्टल का सुभारम्भ 5 वर्ष पूर्व सुरु कर एक समान खबरों का प्रकाशन हर जगह भेजा जाता है।
हमारे प्रातपनगर के लोगों की विश्वसनीयता को देखते हुए दूसरे देश के लोग विश्व प्रसिद्ध समाज सेवी स्व सुंदर लाल बहुगुणा जी शाख पर अक्टूबर1986-87 विकास मेला कोटाल गाँव में बुलाये। ।उन्होंने हमारे सुझावों पर सहमति देते हुये यहां की बेरोजगारी को दूर करते हुए उन्होंने विश्व स्तर का पर्यटन डिस्टिनेशन बताया।अब इसको बनाने के लिए आज हमारे ऊपर जिम्मेदारी है।

आप सभी सामजिक कार्यकताओं से अनुरोध है कि आपने छेत्र की पीड़ा को समझते हुए, दस्तकारी का सामान जो बनाया हो लकड़ी , धातु,कपड़े,ऊन का वह भी लाएं अछे कलाकार ,डोरा थाली,ढोल मास्क बाज, पिंपयारी, रण सिह, जिन महिलाओं के गहने हों वह गहने पहन कर आएँ। स्वयं सेवी संस्था अपने-2 उत्पाद को बेचने एवं दिखाने के लिए लाइएगा इस video ग्राफी के माध्यम से विष में पहिचान बनाने के लिए यही मौका है।

जिसके लिए हमने वर्ष 1973 में लंबगांव कोटाल गावँ चमियाला मोटर मार्ग को बनाने के लिए डिफेंस इंडियन रूल्स कानून का सहारा लिया, वर्ष 1977 में लम्बगांव मार्केट के अतिक्रमण नाली के अभाव से कीचड़ भरगया था ।जिसको बनाने के लिए pwd प्रांतीय खण्ड के अधिशासी अभियंता को कहा तो वह बजट का रोना रोने लगे जब उनको समझाया तो लम्बगांव में नली निर्माण और डामरीकरण का कार्य 1 5 दिन में कोटाल गांव मेले से पहले तैयार होकर पुजार गावँ के लोगो को गैंग में भर्ती कराया जिससे सड़क हरबार सही सलामत रहती है।
आप लोग आए और 11 बजे से 3 बजे तक यह कार्यक्रम होगा जिससे हम अपनी अलग पहिचान बनाने में सफल होंगे।इसका असर नवम्बर2021 के मुखेम मेले में विदेशी मेहमानों के शुभआगमन से देखने को मिलेगा मुख्य अथिति सबसे बुजुर्ग सामजिक कार्यकर्ताओं में ,प्रशासन के लोग आपचयनित किजयेगा। उनका नाम कल तक भेजडीजयेगा । मोबाइल न0 7983825336चलो चलो लंबगांव चलो प्रधान छेत्र पंचायत जिला पंचायत, सदस्यों,ओजी ,कलाकारों,दस्त करो, फोटोग्राफर देवताओं के पश्वा भाई बहनों।
जागो जागो प्रातपनगर के बांध प्रभवितों जागो
27 सितम्बर 2021 को विश्व पर्यटन दिवस पर संकल्प लो प्रातपनगर के गावँ गावँ को पर्यटन एवं तीर्थाटन रोजगार के लिए विश्व मे पहचान दिलानी है।
भले ही आपका ख्वाब पूरा न हो, लेकिन याद रखो मेहनत कभी बेकार नहीं जाती है।

कई बार ऐसा होता है कि कड़ी मेहनत के बाद आपको मंजिल नहीं मिल पाती। आपके सपनें टूट जाते हैं। लेकिन याद रखो कि जीवन में ईमानदारी से की मेहनत कभी बेकार नहीं जाती। अगर आपका इरादा मजबूत है तो आप अपने ख्वाबों को हकीकत में बदलने का दूसरा दरवाजा जरूर ढूंढ लेंगे। आपकी मेहनत जीवन में आपके कभी न कभी काम आती रहेगी।

फर्क केवल इतना है कि कुछ व्यक्ति इस बात पर विश्वास करते है कि “मेहनत कभी बेकार नहीं जाती” और अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए तब तक प्रयास करते रहते है जब तक कि लक्ष्य को प्राप्त नहीं कर लेते हैं। वहीँ दूसरी और कुछ व्यक्ति जल्दी ही हार मान लेते है और प्रयास करना बंद कर देते है। यही सफलता और असफलता के बीच का फर्क है। जिसे हम विश्वास या आत्मविश्वास कह सकते है क्योकि सारा खेल विश्वास का ही है।

विश्वास पत्थर को भगवान बना सकता है और अविश्वास भगवान के बनाए इन्सान को पत्थरदिल बना सकता है।
आज हम अपने अंदर का मन को मजबूत करने के लिए आगे आना होगा।

साथियों टिहरी बांध निर्माण के समय भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री के प्रयोग से वर्ष 1985 के मई माह में मैंने सरकार को सूखे पड़ने की असंका जताई थी ।और वर्ष 1986-87 सूखा पड़ा जिसके फल स्वरूप प्रातपनगर में 40 kg गेंहू /परिवार बांटने थे।पर कानून गो पटवारियों का साथ सामाजिक कार्यकर्ता ओं के नही देने के चलते वह भदूरा की अव्यवस्था को देखते हुए नहीं बंट पाए ।इस बात को कुछ होशियार लोग समझने लगे और यह योजना डंप हॉगई। कि जीतमणिपैन्यूली की लोकप्रियता बढ़ेगी।
हमने वर्ष 1985 को स्वीटजरलैंड के दूतावास से इस सूखे पड़ने को देखते हुए यहाँ जीवन यापन करने के लिए
अर्थशास्त्री को नियोजन की सम्भावना बताने के लिए एवं पत्रकार के द्वारा उनके सुझावों को विदेशी मीडिया में प्रकाशित कराने के लिये बुलावा भेजा। क्योंकि यहाँ के बड़े अखबार में लम्बगांव की खबर अपने जिला ढालवाला 14 बीघा के अखबारों में नहीं मिलती है इसी उद्देश्य से पहाडोंकीगूँज राष्ट्रीय साप्ताहिक समाचार पत्र 11वर्ष एवं पोर्टल का सुभारम्भ 5 वर्ष पूर्व सुरु कर एक समान खबरों का प्रकाशन हर जगह भेजा जाता है।
हमारे प्रातपनगर के लोगों की विश्वसनीयता को देखते हुए दूसरे देश के लोग विश्व प्रसिद्ध समाज सेवी स्व सुंदर लाल बहुगुणा जी शाख पर अक्टूबर1986-87 विकास मेला कोटाल गाँव में बुलाये। ।उन्होंने हमारे सुझावों पर सहमति देते हुये यहां की बेरोजगारी को दूर करते हुए उन्होंने विश्व स्तर का पर्यटन डिस्टिनेशन बताया।अब इसको बनाने के लिए आज हमारे ऊपर जिम्मेदारी है।

आप सभी सामजिक कार्यकताओं से अनुरोध है कि आपने छेत्र की पीड़ा को समझते हुए, दस्तकारी का सामान जो बनाया हो लकड़ी , धातु,कपड़े,ऊन का वह भी लाएं अछे कलाकार ,डोरा थाली,ढोल मास्क बाज, पिंपयारी, रण सिह, जिन महिलाओं के गहने हों वह गहने पहन कर आएँ। ngo अपने-2 उत्पाद को बेचने एवं दिखाने के लिए लाइएगा इस video ग्राफी के माध्यम से विष में पहिचान बनाने के लिए यही मौका है।

जिसके लिए हमने वर्ष 1973 में लंबगांव कोटाल गावँ चमियाला मोटर मार्ग को बनाने के लिए डिफेंस इंडियन रूल्स कानून का सहारा लिया, वर्ष 1977 में लम्बगांव मार्केट के अतिक्रमण नाली के अभाव से कीचड़ भरगया था ।जिसको बनाने के लिए लोनिवि प्रांतीय खण्ड के अधिशासी अभियंता को कहा तो वह बजट का रोना रोने लगे जब उनको समझाया तो लम्बगांव में नली निर्माण और डामरीकरण का कार्य 1 5 दिन में कोटाल गांव मेले से पहले तैयार होकर पुजार गावँ के लोगो को गैंग में भर्ती कराया जिससे सड़क हरबार सही सलामत रहती है।
आप लोग आए और 11 बजे से 3 बजे तक यह कार्यक्रम होगा जिससे हम अपनी अलग पहिचान बनाने में सफल होंगे।इसका असर नवम्बर2021 के मुखेम मेले में विदेशी मेहमानों के शुभआगमन से देखने को मिलेगा मुख्य अथिति सबसे बुजुर्ग सामजिक कार्यकर्ताओं में ,प्रशासन के लोग आपचयनित किजयेगा। उनका नाम कल तक भेजडीजयेगा मोबाइल न0 7983825336

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