मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने विभागीय अधिकारियों को जनहित से जुडी योजनाओं के क्रियान्वयन में तेजी लाने के निर्देश दिये हैं।
उन्होंने कहा कि योजनाओं का लाभ समय पर जनता को मिले यह भी अधिकाररियों को सुनिश्चित करना चाहिए।
बुधवार को सचिवालय में मुख्यमंत्री द्वारा गत वर्ष विभिन्न विभागो के अन्तर्गत की गई घोषणाओं के क्रियान्वयन की विभाग वार समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने योजनाओं का क्रियान्वयन समयबद्धता के साथ सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने कहा कि अब सभी विभागो को वित्तीय स्वीकृतियां जारी की जा चुकी हैं। अतः लम्बित योजनाओं का क्रियान्वयन गुणवत्ता के साथ शीघ्रता से किया जाये। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्यों के लिये डी.पी.आर. तैयार करने में इंजीनियरिंग विभाग सजगता से कार्य करे। डी.पी.आर. सही बनने से योजनाओं की गुणवत्ता व लागत का सही आंकलन हो सकेगा। उन्होंने कहा कि जनकल्याण से जुडी योजनाओं के लिये विधायक निधि, मनरेगा के साथ ही सी.एस.आर. के तहत भी वित्तीय सहयोग पर ध्यान दिया जाय। एक ही प्रकार की योजनाओं के निर्माण में विभाग आपसी समन्वय बना कर कार्य करे।
मुख्यमंत्री ने सांस्कृतिक विभाग से अपेक्षा की कि देहरादून में वर्ष में दो बार भारत-भारती कार्यक्रम का आयोजन किया जाय जिसमें देश के सभी प्रान्तों के सांस्कृतिक कार्यक्रमों को सम्मिलित किया जाये। इससे देश के 27 प्रान्तों के जो छात्र यहां शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं उन्हें अपनी संस्कृति से जुडने का भी मौका मिलेगा। उन्होंने प्रदेश के विभिन्न सांस्कृतिक मेलों के ऐतिहासिक महत्व का भी डाॅक्यूमेंटेशन पर बल दिया।
सचिव वित्त नेगी ने विभाग वार घोषणाओं के क्रियान्वयन की जानकारी देते हुए बताया कि गत वर्ष मुख्यमंत्री द्वारा 1186 घोषणायें की गई जिसके विपरीत 443 घोषणायें पूर्ण हो चुकी है तथा शेष में कार्यवाही गतिमान है।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव ओम प्रकाश, डाॅ. रणवीर सिंह, प्रमुख सचिव श्रीमती मनीषा पंवार, सचिव डाॅ. भूपेन्द्र कौर औलख, नितेश झा, आर.मीनाक्षी सुन्दरम, श्रीमती राधिका झा, दिलीप जावलकर, डाॅ. पंकज कुमार पाण्डेय सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।