विधायक लोगों की खरीद फरोख्त का अल्प समय रहा है।P
मुंबई,महाराष्ट्र में पूर्ण बहुमत किसी दल को नहीं मिलने पर पहले बीजेपी शिव सेना गठबंधन सजा लड़ा पर आर्थिक राजधानी के चलते मुख्यमंत्री की कुर्सी के लिए शिवसेना ने अपना पक्ष मजबूती से रखा जिस विचार करने पर भी बीजेपी सहमत नहीं हो सकी। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस यन सी पी, ओर शिव सेना में भी सरकार बनाने के लिए अड़ंगा मुख्यमंत्री के पद को लेकर हुआ।वहाँ का मुख्यमंत्री की बात ही कुछ और हैं। जब संयुक्त गठबंधन को पूर्ण बहुमत मिला ।और 9 नवम्बर को विधानसभा की अबधि तक बात नहीं बनी तो पहले भाजपा सरकार बनाने का न्योता दिया,पर उनके पास 145 विधायकों का बहुमत नहीं होने के चलते सरकार बनाने में कोई रूचि नहीं दिखाई। 56 विधायक लाने वाले शिव सेना को बुलाया गया उन्होंने 17 नवम्बर का समय मांग कि उनको इतना लंबा समय सरकार बनाने के लिए नहीं दिया।उनको24 घन्टे का समय दिया गया है ।ऐसा ही यन सी पी के लिए समय दिया गया है।कांग्रेस चुपचाप बैठेने में फायदेमंद समझने लगी है
शिव सेना को सबसे बड़ा झटका लगा है।
शिव सेना के नेता अपने पिता बाल ठाकरे के जन्मदिन की तिथि 17 नवम्बर पर मुख्यमंत्री की शपथ लेना चाहते थे।परन्तु शिव सेना के साथ अन्य पार्टियों ने हामी नहीं भरी। कांग्रेस ने दिल्ली में कई दौर की बात की परन्तु बात नहीं
राज्यपाल कोश्यारी ने सभी पार्टी के विधयक व दल को 6 माह का समय सरकार बनाने के लिए देदिया है। वह अपने साथ विधायको का समर्थन पत्र दे कर सरकार बना सकते हैं।
परेशानी से जूझते रहना है। अब झक