ऋषिकेश जीतमणि पैन्यूली,आज सुबह 915 के करीब बस uko7p 3730 एम्स के लिए आई तो हम मंडी के पास बाएं एम्स वाली सड़क पर बाएं तरफ खड़े थे गाड़ी को हाथ दिया वह खाली आ रहे थे परन्तु वहां पर गाड़ी रुकाई पर उन्होंने गाड़ी रोकी नहीं इससे,आने वाले यात्रियों मान्यता प्राप्त पत्रकार ,बरिष्ठ नागरिक के साथ साथ तिमिर दारों को दिक्कत आई है। वहां से थ्रीव्हीलर 6 की जगह 9 सवारी लाता है समय एंव धन की भरवादी तमिरदारो की होती है। इस बात को निगम अधिकारियों को समझ कर अच्छे व्यवहार के लोगों की ड्यूटी लगानी चाहिए।इससे यात्रियों को असुभिधा के साथ साथ निगम को लाभ नहीं है। इस चूक को सुधारने की आवश्यकता है।मैं स्वयं यात्रियों के साथ प्रतीक्षा में एम्स जाने के लिए खड़ा रहा। आदेश दे कि खाली होने पर
ड्राइवर वहां पर एक मिनट अवश्य रुकने की आदतें डालें तो इनको सवारी उठाने की आदत हो जाएगी ।मैन देखा है हिमाचल निगम की रोडू से हरिद्वार आने वाली गाड़ी रास्ते मे 10 की दूरी पर जाने वाली सवारी बैठाती है।उत्तराखण्ड में निगम के कर्मचारियों को जन जन को सुभिधा देने के लिए निगम के फायदे के लिए छोटी दूरी की सवारी उठानी चाहिए। सबसे ज्यादा असुभिधा आखिर जनता को ही होती है । निगम घाटे में जाय तो सरकार लोकवित घाटा भरेगी बोझ जनता को झेलना पड़ेगा बूंद बूंद से घड़ा भरने के लिये सभी ड्राइवर ,कंडक्टर,रूट के निरीक्षक को जन सुभिधा देने में अपनी इच्छा शक्ति का उपयोग करने के लिए के जनता सवारियों को जगह जगह से उठाने के लिए ज्ञान को सदकर्म करने में बदलने के इच्छा शक्ति बढ़ाने में प्रदेश वासियों की सेवा करने के लिए कार्य करते रहना की जरुरत है ।