देहरादून। क्वारंटाइन नियमों के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए कांग्रेस ने काबीना मंत्री सतपाल महाराज की घेराबंदी शुरू कर दी। महाराज को आधार बनाते हुए कांग्रेस ने सवाल उठाया है कि जब सरकार अपने मंत्रियों को ही जागरूक और सुरक्षित नहीं रख पा रही है तो फिर भला आम आदमी का क्या होगा ?नेता प्रतिपक्ष डॉ.इंदिरा ह्दयेश ने कहा कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम में सरकार विफल साबित हो चुकी है। ताजा मामला इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। जब सरकार को खुद ही क्वारंटाइन होना पड़ रहा है तो फिर आम आदमी की स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है।सरकार की लचर नीति और अनुभवहीनता के कारण ही कोरोना का प्रकोप ज्यादा बढ़ा है। प्रदेश महामंत्री पीके अग्रवाल ने कहा कि काबीना मंत्री के कोरोना संक्रमित होने से साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि सरकार कितनी संवेदनहीन है।क्वारंटाइन केंद्रों की हालत किसी से छिपी नहीं है। यदि कोई क्वारंटाइन नियमों का उल्लंघन करता है तो यह न देखा जाए कि वो मंत्री है या कोई आम आदमी। सब पर बराबर की कार्रवाई की जाए।
प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि पूरी सरकार आईसीयू में जा चुकी है। सरकार मनमानी कर रही है। इसी का नतीजा है कि हालात दिन ब दिन बदतर होते जा रहे हैं।
निवर्तमान प्रदेश प्रवक्ता गरिमा महरा दसौनी ने महाराज के खिलाफ गैरइरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग की। कहा कि जब सरकार पूर्व में मरकज से लौटे लोगों के खिलाफ जानकारी छिपाने पर हत्या के प्रयास के मुकदमे दर्ज कर चुकी है।अब भी सरकार को वही रुख अपनाना चाहिए। निवर्तमान पूर्व मुख्य प्रवक्ता मथुरादत्त जोशी ने कहा कि महाराज के खिलाफ आपदा प्रबंधन ऐक्ट के तहत कार्रवाई होनी चाहिए।
हमारी दिली कामना है कि महाराज जी जल्द स्वस्थ हों। पूरा विश्व इस महामारी से मुक्त हो। लेकिन प्रदेश सरकार को भी सोचना होगा कि आखिर संकट बढ़ा क्यों? यह नितांत अदूरदर्शिता, किसी की सलाह न मानना और हर अच्छे सुझाव में भी राजनीति तलाशने की वजह से हुआ है।
प्रीतम सिंह, प्रदेश अध्यक्ष- कांग्रेस