देहरादून। उत्तराखंड में अधिकांश हिस्सा पहाड़ी है. ऐसे में यहां पर थोड़ी सी बारिश होने पर भूस्खलन हो जाता है। ऐसे में भारी जानमाल की हानि होती है। साथ ही भूस्खलन से सड़क भी जाम हो जाता है। दरअसल, उत्तराखंड में अधिकांश सड़कें और हाइवे पहाड़ों को काटकर ही बनाया गया है। ऐसे में थोड़ी सी बारिश होने पर भूस्खलन शुरू हो जाता है। वहीं, सड़कों पर मलबे गिर जाने के कारण कई किलोमीटर तक गाड़ियों का लंबा जाम लग जाता है। इसी बीच उत्तराखंड की नरेंद्र नगर में एक बड़ी खबर सामने आई है. यहां पर भारी बारिश की वजह से भूस्खलन हुआ है, जिससे ऋषिकेश-गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग अवरुद्ध हो गया. सड़क निकासी का काम चल रहा है। वहीं, रोड पर वाहनों का लंबा जाम लग गया है। इससे ऋषिकेश-गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-94) अवरुद्ध हो गया। वहीं, जेसीबी की मदद से मलबे को हटाने का काम किया जा रहा है..बता दें कि बीते दिनों रुद्रप्रयाग जिले के जखोली विकासखंड में बारिश के साथ कहर टूटा था। क्षेत्र के सुदूरवर्ती गांव सिरवाड़ी बांगर में देर रात भारी बारिश के बाद आए मलबे से कोहराम मच गया था। मलबे की वजह से 7 मकानों को भारी नुकसान हुआ था। गनीमत यह रही कि इस आपदा से जानमाल की हानि नहीं हुई। आपदाग्रस्त क्षेत्र में टीम के आकलन के बाद ही नुकसान का सही पता चल सकेगा। जखोली ब्लॉक के सिरवाड़ी बांगर गांव में शाम करीब 7 बजे से मूसलाधार बारिश शुरू हो गई थी। ग्राम प्रधान नरेन्द्र सिंह ने बताया कि देर रात करीब 10 बजे गांव के ऊपर पहाड़ी में तेज आवाज के साथ बादल फटने जैसी आवाज हुई। तेज आवाजें सुन ग्रामीण देर रात ही अपने घर खाली कर सुरक्षित स्थानों पर चले गए थे। कुछ ही घंटों में पानी घरों में घुसना शुरू हो गया था।