जनपद टिहरी गढ़वाल विकासखंड भिलंगना के दो वीर सपूतों सूर्यकांत उनियाल एवं मनोज जोशी ने दुनिया की सबसे ऊंची चोटी एवरेस्ट पर विजय हासिल की, घनसाली पहुंचने पर भव्य स्वागतहुआ.
जनपद टिहरी गढ़वाल विकासखंड भिलंगना के दो वीर सपूतों सूर्यकांत उनियाल एवं मनोज जोशी ने दुनिया की सबसे ऊंची चोटी एवरेस्ट पर विजय हासिल की .
यह एक बड़ा संयोग ही कहें कि, उएवरेस्ट विजेता टीम मे से दो महानायक क्रमसा सूर्यकांत उनियाल एवं मनोज जोशी विकास खंड भिलन्गना के आस पडोस के गांव ग्राम -खसेती एवं ग्राम -पञकोटी के ही हैं .. यह खबर सुनकर क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ गई कि, एवरेस्ट विजेता सूर्यकांत उनियाल गृह क्षेत्र घनशाली पहुंच रहे हैं .और दिन से ही लोग जगह जगह चर्चा कर उनकी प्रतीक्षा में रहे .
सूर्यकांत उनियाल के घनसाली पहुंचने पर भव्य स्वागतहुआ. है .”कौन कहता है कि आसमां में छेद नहीं होता एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारो,” घनसाली स्वतंत्रता संग्राम हो या भारतीय सेना में सेवारत रहे वीर जवानों ने देश विरुद्ध हुए कारगिल युध सहित अनेक संकट के समय में हिस्सा लेकर विजय हासिल हेतु अपने प्राणों की आहुति देश हित में दी .तो उत्तराखंड राज्य आंदोलन के प्रणेता उत्तराखंड के गांधी स्वर्गीय इंद्रमणि बडोनी की भी यह जन्म स्थली है. इसी माटी के लाल सूर्य प्रकाश उनियाल एवं मनोज जोशी ने एक बार विकासखंड भिलंगना टिहरी गढ़वाल का नाम एवरेस्ट विजेता के रूप में अपने अदम्य साहस से इतिहास में दर्ज किया .जिसके लिए वे बधाई के पात्र हैं . सूर्यप्रकाश उनियाल साधारण परिवार के सेना से सेवानिवृत्त हुई पिता माहि लाल उनियाल एवं माता श्रीमती आहिल्या देवी के घर में जन्मे.पिता सेना से सेवानिवृत्त होने के पश्चात ऋषिकेश में रहने लगे . सूर्यप्रकाश उनियाल तीन भाई बहनों में से बड़े भाई हैं .छोटा भाई डेनमार्क में सेवारत है तथा विवाहिता बहन वर्तमान समय में अपने बच्चों के साथ देहरादून में निवास करती है उनियाल की प्रारंभिक शिक्षा ओंकार आनंद विद्या मंदिर कैलाश गेट ऋषिकेश से शुरू हो कर इंटरमीडिएट तक हुई .और उसके पश्चात उन्होंने स्नातकोत्तर महाविद्यालय ऋषिकेश से बी. काम. की शिक्षा ग्रहण कर 2001 में भर्ती होकर वर्तमान समय में एस.डी.आर.एफ.( नेशनल डिजास्टर रेस्क्यू फोर्स) में सेवारत हैं. उनियाल बचपन से ही विलक्षण प्रतिभा के धनी रहे .सूर्य प्रकाश उनियाल के द्वारा वर्ष 2013 में भीषण आपदा के समय केदारनाथ और उसके आसपास के क्षेत्र में फंसे बड़ी संख्या में लोगों को राहत एवं बचाव कार्य कर ,उन्की जानें बचाई. उनियाल एवं मनोज जोशी अदम्य साहस के धनी हैं जिस कारण विश्व की सबसे ऊंची चोटी एवरेस्ट पर फतेह करने हेतु हेतु उनका चयन हुआ. और प्रशिक्षण लेकर अपनी टीम के साथ एवरेस्ट की चोटी पर चढ़कर विजय हासिल की .यह समाचार सुनकर कि, सूर्यकांत उनियाल अपने गृह क्षेत्र घनसाली आ रहे हैं ! लोगों में उन्हें देखने की बड़ी उत्सुकता उत्पन्न हुई और दिन से ही लोग उनके आने की प्रतीक्षा हेतु एकत्रित होने लगे ,देर सायं 7:00 बजे के लगभग सूर्यकांत उनियाल के घनसाली पहुंचने पर क्षेत्र के विभिन्न सामाजिक ,राजनीतिक ,व्यापार मंडल, बार एसोसिएशन, मीडिया कर्मी ,कर्मचारी संगठनों, समाजसेवियों ,तथा छात्र संगठनों से जुड़े हुए प्रतिनिधियों एवं महिलाओं के द्वारा उनका भव्य स्वागत किया गया तथा भारत माता की जय जयकारों के नारों के बीच उनियाल को उपस्थित पाकर लोगों फूल मालाएं पहनाकार बड़ा खुशी का माहौल रहा. घनसाली बाजार में उपस्थित जन समूह के द्वारा श्री उनियाल को फूल मालाऍ पहनाकर भव्य स्वागतकिया और अपने आप को उनके साथ पाकर गौरवान्वित महसूस किया उनियाल के स्वागत (स्वर्गीय इंद्रमणि बडोनी चौक प्रस्तावित नाम) बैरियर घनसाली मैं एक जनसभा की गई .सभा की अध्यक्षता करते हुए पूर्व जिला पंचायत सदस्य डॉक्टर नरेंद्र डंगवाल ने कहा कि दोनों विजेताओं के द्वारा एवरेस्ट फतेह कर एक ऐतिहासिक कार्य किया ज़ा कर हमारे क्षेत्र ,जिला ,एवं प्रदेश का नाम रोशन किया गया जिसके लिए आप बधाई के पात्र हैं. और पूरे क्षेत्र वासियों को आप पर नाज है. सूर्यकांत उनियाल के द्वारा अपने स्म्बोधन में एवरेस्ट चोटी पर चढ़ते समय के कई अनुभव लोगों को अपने सबोधन बांटे गए, साथ ही केदारनाथ मैं आई वर्ष 2013 की भीषण आपदा के कई अनुभव भी उनके द्वारा साझा किए गए . उनियाल ने अपने संबोधन में क्षेत्रवासियों का आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया गया ,और भरोसा दिलाया गया कि, भविष्य में कभी भी कोई भी नौजवान एवरेस्ट चोटी पर जाना चाहेगा ,तो उसके लिए जो भी सहयोग बन सकेगा करेंगे उनके स्वागत में श्री नरेंद्र गंगवाल विजय कुमार,प्रधान लाखिराम तिवारी भगवान सिह राना ,डॉ मुकेश नैथानी ,करण सिंह बुटोला,पुर्व सैनिक चन्द्र मोहन नौटियाल, हर्षपति नौटियाल, तेजराम सेमवाल, रघुवीर सिंह रावत, लोकेंद्र जोशी, सतीश बधानी श्रीमती सुशीला देवी उनियाल ,श्रीमती रेखा डंगवाल ,छात्रसंघ पूर्व अध्यक्ष मनोज रमोला आदि सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे .सभा के तुरंत पश्चात थाना घनशाली के पुलिस कर्मियों के द्वारा भी उनियाल को अपने बीच पाकर प्रसन्नता व्यक्त कर कएवरेस्ट विजेता को फूल मालाएं पहानाकर गर्मजोशी के साथ अभिनदन किया गया .और फोटो खिंचवाए गए .दोनों वीजेता मूल रूप से पुलिस फोर्श से ही हैँ ..