जनपद में धूमधाम से मनाया गया बसंत पंचमी पर्व ।
उत्तरकाशी : मदनपैन्यूली। जनपद में बसंत पंचमी पर्व धूमधाम से मनाया गया, बसंत पंचमी विद्या की देवी मां सरस्वती का जन्मदिवस वसंत पंचमी को हुआ था वसंत ऋतु के आगमन का भी प्रतीक है। गढ़वाल क्षेत्र में लोग इस पर्व को भूमि पूजन के रूप में पूरे विधि-विधान से मनाते हैं। यह पर्व माँ शारदे की उपासना और उनकी असीम अनुकम्पा अर्जित करने का भी अवसर है।कहा जाता है कि इस दिन पीले वस्त्र धारण करने चाहिए। इस पर्व के महत्व का वर्णन पुराणों और अनेक धार्मिक ग्रंथों में विस्तारपूर्वक किया गया है। खासतौर से देवी भागवत में उल्लेख मिलता है कि माघ शुक्ल पक्ष की पंचमी को ही संगीत, काव्य, कला, शिल्प, रस, छंद, शब्द शक्ति जिह्वा को प्राप्त हुई थी , यमुना घाटी के बड़कोट में भी उपराडी गांव में सिद्धेश्वर महादेव परिसर में बसंत पंचमी के उपलक्ष में अखिल विश्व गायत्री परिवार शाखा बड़कोट के परिजनों ने बसंत पंचमी के अवसर पर सरस्वती पूजन एवं विश्व शांति के लिए के लिए गायत्री हवन का आयोजन किया गया। साथ ही उत्तराखंड के चमोली जनपद बाढ़ प्रभावित लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त कर जल प्रलय में मृत आत्माओं को श्रद्धांजलि दी गई। इस अवसर पर महंत केशव गिरी महाराज सहित गायत्री परिवार शाखा बड़कोट के दर्जनों परिजन मौजूद रहे।