देहरादून। मुथूट फाइनेंस गोल्ड लोन कम्पनी में लूट का प्रयास करने के मामले में पुलिस ने अन्तर्राज्यीय गिरोह के एक सदस्य को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया। गिरोह में झारखण्ड के साथ ही नेपाली मूल के लोग भी शामिल हैं।
मंगलवार को यहां इसकी जानकारी देते हुए डीआईजी/एसएसपी जन्मेजय खण्डरी ने बताया कि 20 जनवरी की रात को प्रिंस चौक स्थित मुथूट फाइनेंस गोल्ड लोन की शाखा में सुरक्षा गार्ड को बन्धक बनाकर वहां स्ट्रांग रूम में घुसकर लूट का प्रयास हुआ था। जिसके बाद कम्पनी के मैनेजर ऋषिपाल सिंह की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी। पुलिस व एसओजी की संयुक्त टीम ने बदमाशों की धरपकड के लिए प्रयास किये। गत दिवस पुलिस टीम को सूचना मिली कि उक्त घटना करने वाले संगठित गैंग का एक आदमी चेन्नई से दिल्ली आ रहा है। पुलिस ने रात्रि में निजामुददीन रेलवे स्टेशन के पास से उस को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने अपना नाम इस्तक आलम पुत्र हसीमुदीन नि वासी पश्चिमी हसनटोला थाना राजमहल जिला साहिबागंज झारखण्ड बताया। उसने बताया कि वह झारखण्ड के पांच लोग हैं। हम ऐसे बैंकों, बडीकृबडी दुकानो में घुसकर गैस कटरों, गैस सिलेण्डरों व अन्य औजारों के माध्यम से शटर तिजौरी आदि काटकर लूट, डकैती जैसी घटनाओं को अंजाम देते हैं। उसने बताया कि उनके गैंग में नेपाली मूल के व्यक्ति भी शामिल हैं क्योंकि नेपालियों पर कोई शक नहीं करते हैं। हम नेपाली को ऐसी जगह पर चौकीदार के काम में लगा देते हैं जो बाद में उनको घटनास्थल की पूरी जानकारी देता है जिसके बाद वह घटना को आराम से अंजाम दे देते हैं। मुथूट फाइनेंस कम्पनी के लिए भी उन्होंने रिदिम बार में काम करने वाले गणेश बहादुर को रेकी पर लगाया था जिसके साथ राम बहादुर भी रेकी में शामिल था। पुलिस ने उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसके साथियों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास किये जा रहे हैं।