देहरादून, सीएम की प्रेरणा से बच्चों का भविष्य सवारने में जुटे है डीएम ।
भिक्षावृत्ति से रेस्क्यू किए गए बच्चे सीख रहे कंप्यूटर, संगीत ज्ञान
भिक्षावृत्ति से रेस्क्यू बच्चों को मुख्यधारा से जोड़ता राज्य का पहला आधुनिक इन्टेंसिव केयर शेल्टर,
डीएम के प्रयासों से मासूम बचपन को मिल रही दिशा।
देहरादून 27 फरवरी, 2025(सू.वि.), माननीय मुख्यमंत्री की प्रेरणा से जिलाधिकारी सविन बंसल हर क्षेत्र पर तेजी से कार्य कर हैं, वहीं माइक्रोप्लान के तहत तैयार किए गए राज्य का पहला आधुनिक इन्टेंसिव केयर शेल्टर से जंहा भिक्षावृत्ति में लिप्त बच्चों को रेस्क्यू कर आखर ज्ञान के साथ ही तकनीकि ज्ञान तथा संगीत एवं अन्य गतिविधि के माध्यम से मुख्य धारा से जोड़ा जा रहा है ।
साधुराम इंटर कॉलेज में भिक्षावृत्ति से मुक्त किए गए बच्चों को अन्य बच्चों की भांति मुख्यधारा से जोड़ने के लिए मॉडल इन्टेसिव केयर शैल्टर को युद्धस्तर विकसित किया जा रहा है, जिसमें बच्चों के शैक्षणिक एवं कौशल विकास को विकसित करने हेतु स्वंयसेवी, विशेषज्ञों द्वारा बच्चों के सर्वागीण विकास में योगदान दिया जा रहा है। इन्टेसिंव केयर शैल्टर में जहां बच्चों के लिए पठन-पाठन हेतु कक्षा कक्ष को विकसित किया गया। अब उक्त परिसर में कम्प्यूटर उपकरण स्थापित कर दिए गए हैं ।
साथ ही संगीत कक्ष स्थापित करते हुए उपकरण को संजोया गया है। उक्त आधुनिक इन्टेंसिव केयर शैल्टर का उद्देश्य इन बच्चों को शैक्षिक विकास हेतु रूचि उत्पन्न करने हेतु आदर्श वातावरण तैयार कर शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने कार्य किया जा रहा है।
साधुराम इन्टर कालेज में बनाए गए राज्य के पहले आधुनिक इन्टेसिंव केयर शैल्टर में बच्चों की शिक्षा के साथ ही कम्प्यूटर ज्ञान एवं संगीत के माध्यम से बच्चों को मुख्यधारा से जाड़ने के लिए कम्प्यूटर रूम, म्यूजिक रूम तैयार कर लिया गया है। अब भिक्षावृत्ति से रेस्क्यू किए गए बच्चे तकनीकि ज्ञान के साथ संगीत शिक्षा भी प्राप्त करेंगे।
आधुनिक इन्टेंसिव केयर शेल्टर में प्रतिदिन 25-30 बच्चे कक्षाओं में पढाई कर हैं, अपने भावी भविष्य को संवारने का कार्य कर रहे हैं। शिक्षा प्राप्त कर रहे बच्चों में रेस्क्यू किये बच्चों सहित संस्थानों एवं घरों से भी बच्चे आ रहे हैं। इस मुहिम से जहां बच्चों में शिक्षा के प्रतिरूचि बढ रही है वहीं संगीत, चित्रकला, कम्प्यूटर ज्ञान, खेल के माध्मय से बच्चों को मुख्यधारा में जोड़ा जा रहा है। आधुनिक केयर शेल्टर में निजी स्कूल/संस्थान की भांति सुविधाएं विकसित की गई हैं।
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मा0 सीएम की आदर्श राज्य की परिकल्पना को धरातल पर उतारता जिला प्रशासन
प्रोजेक्ट उत्कर्ष के अंतर्गत सरकारी स्कूलों को साक्षात मिलने लगा नया फर्नीचर
प्रोजेक्ट उत्कर्ष के तहत सरकारी स्कूलों को संवारने में जुटे डीएम, सीडीओ
ओएनजीसी, हुडको से हो चुका है फंड फ्लो पूर्ण रूपेन शुरू
प्रत्येक कक्षा कक्ष के लिए एलईडी स्क्रीन एवं वाईफाई स्थापित करने का कार्य भी अंतिम चरण में
देहरादून, दिनांक 27 फरवरी 2025( सू वि ) जिलाधिकारी सविन बंसल के नेतृत्व में संचालित प्रोजेक्ट उत्कर्ष के तहत देहरादून जिले के दूरस्थ सरकारी स्कूलों में अध्ययनरत विद्यार्थियों के लिए एक महत्वपूर्ण पहल की गई है। ओएनजीसी, तेल भवन, देहरादून के सहयोग से इन स्कूलों में नया फर्नीचर उपलब्ध कराया गया है, जिससे विद्यार्थियों को अब बेहतर एवं सुविधाजनक शैक्षिक माहौल मिलेगा।
अब तक राजकीय इंटर कॉलेज कुन्ना डागुरा (कालसी), पीएम श्री अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कॉलेज (कालसी), अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कॉलेज (चकराता) एवं राजकीय इंटर कॉलेज सावड़ा (चकराता), देहरादून में कुल 335 टेबल एवं कुर्सियां वितरित की जा चुकी हैं। इस पहल से सैकड़ों विद्यार्थियों को आरामदायक और अनुकूल शैक्षिक वातावरण प्राप्त होगा, जिससे उनकी शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगा।
इस महत्वपूर्ण पहल को ओएनजीसी, तेल भवन, देहरादून एवं मुमकिन है डेवलपमेंट फाउंडेशन, देहरादून के संयुक्त प्रयासों से साकार किया जा रहा है। इन संस्थानों का सहयोग यह सुनिश्चित कर रहा है कि सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराए जाएं, जिससे वे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त कर सकें।
जिलाधिकारी के इस महत्वाकांक्षी प्राजेक्ट में हुडको द्वारा स्कूलों में पठनपाठन व्यवस्था हेतु आधुनिक उपकरण एलईडी के लिए 2.5 के कार्य प्रोसेस में हैं,जबकि ओएनजीसी 1.5 करोड़ के फर्नीचर एवं उपकरण में सहयोग कर रही है।
मा0 सीएम के निर्देश डीएम की योजना बच्चों को पढाई के साथ आधुनिक, स्पर्धात्मक की है,जिसके लिए प्रशासन अपने स्तर पर निंरत प्रयासरत हैं। जल्द ही स्कूलों में एलईडी स्क्रीन के माध्यम ऑनलाइन पढ़ाई हो सकेगी हुडको पर 3.5 करोड़ का प्रोजेक्ट अंतिम चरण पर है।
मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह ने कहा, ‘ओएनजीसी’ और मुमकिन है डेवलपमेंट फाउंडेशन का यह प्रयास सरकारी स्कूलों के विकास और छात्रों के उज्ज्वल भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। इस पहल के अंतर्गत आगे भी जरूरतमंद स्कूलों को फर्नीचर एवं अन्य आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराए जाने की योजना है।
इस योजना का उद्देश्य न केवल विद्यार्थियों को सुविधाजनक बैठने की व्यवस्था प्रदान करना है, बल्कि उनके समग्र विकास को भी सुनिश्चित करना है। यह पहल सरकारी स्कूलों में अध्ययनरत विद्यार्थियों के लिए शिक्षा के प्रति एक सकारात्मक बदलाव लाने में सहायक सिद्ध होगी।