जोशीमठ ,गुप्ता बंधुओं की शाही शादी के लिये औली बुगयाल को खोदकर चालीस लैट्रीन के पिट बनाये जा रहे हैंएक सप्ताह बाद गुप्ता बंधु यहाँ से फुर हो जायेगें ।इसके तुरंत बाद बषात का सीजन शुरू हो जायेगा ये सारा मालवा फिर जोशीमठ की ओर बहने लगेगा इसके उपचार के लिये गुप्ता बधुओ ने क्या उपाया सोच है कृपया हमे बताये।
2-गुप्ता बधुओ को औली मै निर्माण की खुली छुट शासन प्रशासन द्वारा दी गईं है।क्या इसके बाद पैनखंडा के लोगों को भी औली बुगयाल मै इसी प्रकार बिना अनुमति के निमाणॆ करने दिया जायेगा।क्या चमोली विकास प्राधिकरण के प्राविधान केवल लोकल/स्थानीय लोगो पर ही लागू होंगे ।बाहर से आये पूँजी पतियों पर लागू नही होगे।कृपया प्राधिकरण के जिम्मेदार अधिकारी जनता को इस बारे बताये?
3 क्या इस शादी के बाद देश विदेश से औली बुगयाल मै आने जाने पर बन विभाग द्वारा रोक नही लगाई जायेगी।चूँकि जब स्थानीय वेरोजगारो टूर आपरेटरों को औली बुगयाल मै पयॆटको को लेजाने वन विभाग के अधिकारीयो द्वारा परेशान किया जाता है ।कया अब औली बुगयाल मै जारी प्रतिबंध बद हो जायेगे।?
4औली बुगयाल मै दस हैलीकापटरों को रूकने की अनुमति किस प्रिविधान के अंतर्गत दी गईं है।ये एक ऐसा बुगयाल है जहाँ पर बहुमूल्य वन्य जीव जंतु रहते है ।और लगातार सात दिनों तक यहाँ हैलीकापटरों का आना जाना रहेगा।तथा बताया जा रहा है कि दस हैलीकापटरों लगभग 30 राउंड(तीस सोटी)लगायेगे।जिससे ध्वनि प्रदुषण से वन्य जीव जंतु के नष्ट होने का खतरा बना हुआ है।इसकै लिये शासन प्रशासन व गुप्ता बधुओ ने क्या सुरक्षा उपाये अपनाये है।जरा बताये?
5सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार बुगयालों मै टैट लगाना ।अधिक लोगों के एक साथ जाने ,तथा रहने पर प्रतिबंध लगाया गया है।क्या गुप्ता बधुओ द्वारा सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का उल्लंघन नही किया जा रहा है।?
6क्या वन विभाग व प्रशासन द्वारा इस शादी को संमपन कराने के लिये सभी नियम कानूनों कानूनों अनुपालन किया गया है।?
7साथीयो प्रदेश व देश के तमाम पर्यावरण विद सब कुछ देखते हुऐ भी कयों मौन है ? गौरा देवी की इस धरती से प्रसिद्ध चिपको आंदोलन हुआ था। आज वही गौरे देवी धरती फिर औली बुगयाल बचाओ आंदोलन की ओर बढ़िया रही है। मेरा प्रदेश के पर्यावरण विदों से अनुरोध है अब तो जाग जाओ।औली तुम्हें पुकार रहा है।?
मित्रो औली हमारी प्राकृतिक धरोहर है हम अपनी इस धरोहर के पर्यावरण को बचाने व इसके संवधनॆ व इसकै संरक्षण कै लिये आखिरी दम तक लड़ते रहेगे।