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हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी हत्याकांडः गुजरात से 6 हिरासत में,एक मौलाना से पूछताछ

Pahado Ki Goonj

लखनऊ। कमलेश तिवारी हत्याकांड मामले में यूपी पुलिस द्वारा बिजनौर में मौलाना अनवारुल हक से पूछताछ चल रही है। वहीं गुजरात एटीएस ने मामले में सूरत से 6 संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया है। बता दें शुक्रवार को ही हत्याकांड में बिजनौर के दौ मौलानाओं के खिलाफ लखनऊ में नामजद मुकदमा दर्ज किया गया। हत्या, आपराधिक साजिश की धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है। मौलाना मुफ्ती नईम काजमी, इमाम मौलाना अनवारुल हक पर एफआईआर दर्ज की गई है। 2015 में दोनों मौलानाओं ने कमलेश के सिर पर 1.5 करोड़ का इनाम रखा था। कमलेश तिवारी की पत्नी किरन ने एफआईआर दर्ज कराई. नाका हिंडोला थाने में एफआईआर दर्ज हुई है।
गौरतलब है कि अखिल भारत हिन्दू महासभा के खुद को अध्यक्ष बताने वाले कमलेश तिवारी की उनके घर में ही शुक्रवार को हत्या कर दी गई है। इस घटना को अंजाम देने वाले तीन संदिग्धों को सीसीटीवी फुटेज में साफ देखा जा सकता है। घटना के बारे में मिली जानकारी के मुताबिक सुबह दो लोग कमलेश तिवारी से मिलने आए थे। जिन्हें तिवारी ने भीतर बुलाया। फिर अपने साथी से कहा कि सिगरेट लेकर आएं। जब वह लौटा तो कमलेश तिवारी की हत्या हो चुकी थी। घर से एक पिस्तौल बरामद हुआ है। अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। आपको बता दें कि कमलेश तिवारी का संबंध कई तरह के विवादों से रहा है, लेकिन पुलिस का कहना है कि आपसी रंजिश में उनकी हत्या हुई है। ये लोग दिवाली की मिठाई देने के बहाने आए थे। डिब्बे में हथियार थे। पुलिस ने हत्यारों को पकड़ने के लिए एसआईटी का गठन किया है औ दस टीमें बनाईं हैं।
जिस जगह पर यह घटना हुई है वह उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के घनी आबादी वाले नाका हिंडोला है। अपर पुलिस अधीक्षक (पश्चिमी) विकास त्रिपाठी नेे बताया कि कमलेश तिवारी नाका हिंडोला कि खुर्शेदबाग स्थित अपने घर में खून से लथपथ पाए गए। उन्होंने बताया कि दो लोग उनसे मिलने आए थे. इस दौरान कमलेश ने अपने एक साथी को उन दोनों के लिए पान लाने भेजा था, जब वह लौटकर आया तो उसने कमलेश को खून से लथपथ हालत में पाया। कमलेश पूर्व में हिंदू महासभा से भी जुड़े रह चुके थे। कमलेश की हत्या के मामले में राज्य सरकार ने देर रात लखनऊ के पुलिस महानिरीक्षक एस के भगत की अगुवाई में तीन सदस्यीय विशेष जांच टीम गठित कर दी। लखनऊ के पुलिस अधीक्षक (अपराध) दिनेश पुरी और एसटीएफ के क्षेत्राधिकारी पीके मिश्र इस टीम के अन्य सदस्य होंगे। कमलेश की पत्नी किरण की तहरीर पर इस मामले में मुफ्ती नईम काजमी और अनवारुल हक तथा एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। किरण का आरोप है कि काजमी और हक ने वर्ष 2016 में कमलेश का सिर कलम करने पर क्रमशः 51 लाख और डेढ़ करोड़ रुपए का इनाम घोषित किया था। इन्हीं लोगों ने साजिश कर उनके पति की हत्या कराई है।

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