देहरादून। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत इन दिनों सदन से बाहर रहकर कांग्रेस का मोर्चा संभाले हुए है। बीते दिन गैरसैंण में सत्र न कराने के मुद्दे पर उन्होने उपवास किया था। वही आज वह अपने समर्थकों के साथ विधान सभा के सामने गन्ना किसानों की समस्याओं को लेकर उपवास पर बैठे हुए है।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का कहना है कि सबका साथ सबका विकास का नारा देने वाली भाजपा के शासन काल में किसान बेहद परेशान है और भारी मुश्किल दौर से गुजर रहे है। गन्ना किसानोें का दो सत्र का भुगतान बकाया है सरकार नाम मात्र के लिए कभी कभार थोड़ा सा पैसा जारी कर देती है जो ऊंट के मुंह में जीरा साबित होता है। उन्होने कहा कि डोईवाला सहित तमाम चीनी मिलों का पैसा बकाया पड़ा है
उन्होने कहा कि पेराई सत्र शुरू हो चुका है और सरकार ने अभी तक गन्ने का समर्थन मूल्य तक घोषित नहीं किया है। राज्य के गन्ना किसानों का चीनी मिलों पर ढाई सौ करोड़ का भुगतान बकाया है। प्रदेश के गन्ना किसान परेशान है और सरकार के कान पर जूं नहंी रेंग रही है। उन्होने कहा कि मैं आज इस सोई हुई सरकार को जगाने के लिए ही यहंा बैठा हूं। उपवास में उनके साथ सैकड़ों की संख्या में महिलाएं और उनके समर्थक उनके साथ थे।
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Thu Dec 5 , 2019