पत्रकारिता दिवस को सफल बनाने के लिए अपनी जुमेदारी का अहसास कराने पर “सरकार ऒर विपक्ष कमजोर होने पर “प्रदेश के पलायन रोकने के लिए काली हल्दी के बीज मंगा कर उनकी बुवाई प्रारंभ कर अपनी जिम्मेदारी का निर्वाहन एवं स्व धर्म पालन। अपना मन लगा कर विकास का बातावरण बनाने के लिए अल्प प्रयास।
देहरादून पहाडोंकीगूँज,मित्रों मेरे मन से किये गए इनोवेशन के कार्य हमेशा सफल हुए।चाहे 1986 में सौर ऊर्जा से विद्युतीकरण, रामायण देखने के लिए हमारा चौक छोटे पढ़ जाता था यह बात मैने रामानंद सागर जी को पत्र के द्वारा बताई तब वह 2001 में देहरादून आये उन्होंने मुझे मिलने के लिए पत्र लिखा उनसे भेंट भी हुई।उन्होंने साधुवाद दिया। 2013 में केदारनाथ आपदा के बाद tv चैनलों ने उत्तराखंड का विकास प्रभावित करने का काम विज्ञापन लेनेके चक्कर में किया इसके विकल्प के लिए पत्रकार संघठनों के सहयोग से न्यूज पोर्टल को विज्ञापन देने में सफल रहे ।
आज 2000 लोगों को रोजगार मिलने के साथ साथ हमारी बासी न्यूज को दिखाने के लिए tv चेनल वालो को मजबूर कर लिया है।ऐसे ही पलायन आयोग ने कर्ज में दबे प्रदेश को कोड़ में खाज लगाने का काम किया है। हमारी पलायन रोकने की खोज एक अभिनव प्रयास है।अब काली हल्दी की पौधे अच्छी तरह जम गई है, उत्तराखंड में पलायन रोकने के लिए कम जोत की खेती में ज्यादा कीमती फसल उगाने के लिए ,पशुओं के द्वारा नुकसान नहीं पहुंचाने वाली फसल से पलायन रुकने के लिए अभिनव प्रयास कर रहे हैं। हमने उद्यान विभाग को 25 अगस्त से बीज लगाने के लिए मांग की है।
उस पर निदेशक ने जिला उद्यान अधिकारी टिहरी गढ़वाल ने अपने मन से 1250 kg की जगह1000 kg मांग की है।परन्तु उसके बाद कोई कार्यवाही नहीं की है।
वर्तमान में शेरगढ़ मांजरी देहरादून में किराए की जमीन पर लगा कर पलायन आयोग की इच्छा शक्ति को आइना दिखाने का काम कर रहे हैं।बीज उपलब्ध हैं ।इच्छुक किसान लगाने के लिए लेजा ,मंगवा सकते हैं ।
एक गमले से 3 kg उगा सकते हैं
लगाने का समय जून से अगस्त तक ।हम कल यानि31 मई से बीज लगाना प्रारंभ इसी स्थान शेरगढ़ मांजरी देहरादून में प्रारंभ करने जा रहे हैं।इसके बाद लिखवार गांव प्रतापनगर टिहरी गढ़वाल में लगाने जारहे हैं। जीतमणि पैन्यूली संपादक वट्सप न0 7983825336 से सम्पर्क कीजयेगा ।ज्यादा से ज्यादा लोगों को प्रदेश हित में शेयर कीजयेगा।