देहरादून। कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन में लोगों को राहत पहुंचाने के लिए उत्तराखण्ड में अब सरकारी राशन की दुकानों पर गेहूं, चावल, चीनी के साथ ही टूथपेस्ट, दाल, नमक, ओआरएस, सैनिटाइजर और मास्क भी मिलेगा। यही नहीं रोजमर्रा की जरूरत की अन्य चीजें भी राशन डीलर बेच सकेंगे।
खाद्य सचिव सुशील कुमार ने बताया कि जरूरतमंद लोगों को आसानी से समान पहुंचाने के लिए राशन डीलरों को अपने स्त्रोत से साबुन, तेल, दाल, माचिस, टूथपेस्ट, आयोडीन नमक सैनिटाइजर और मास्क भी बेच सकेंगे। वर्तमान में राशन डीलर आठ वस्तुएं गेंहू, चावल, चीनी, खाद्य तेल, मिट्टी का तेल, और कोयला ही बेच सकते थे। लेकिन सरकार की मंजूरी के बाद वे अन्य जरूरत का समान आसानी से बेच सकेंगे।
उन्होंने बताया इन सभी वस्तुओं बेचने के आदेश कर दिए गए हैं। जिलाधिकारी को यह नई व्यस्था लागू कराने के लिए सहयोग करना होगा। सचिव ने बताया कि इसके अलावा सरकार असहाय और जरूरतमंद लोगों के लिए डोर स्टेप पर सामान उपलब्ध कराने के लिए फोकस कर रही है। इसके लिए सभी डीएम को निदेर्श दिए गए हैं। हर जिले एसडीएम की अध्यक्षता की कमेटी बनाई जा रही है।उन्होंने बताया कि यह यह उत्पाद निरूशुल्क नहीं रहेंगे। इनके लिए उपलब्धता के लिए राशन डीलरों का सरकार सहयोग करेगी। सुशील कुमार ने बताया कि इसके अलावा यूपी, बिहार के दिहाड़ी मजदूरों के लिए सरकार सूखा राशन के पैकेट वितरण कराने की तैयारी कर रही है। ऐसे लोगों को चिन्हित कर एक निश्चित स्थान पर दाल, आटा, चावल की व्यवस्था करने पर विचार हो रहा है।
लॉकडाउन का असरः- पोल्ट्री व्यवसाय पर संकट के बादल, मरने के कगार पर मुर्गियां
Sat Mar 28 , 2020
देहरादून। लॉकडाउन का असर मुर्गी पालकों पर भी पड़ा है। दाना उपलब्ध नहीं होने के चलते अब मुर्गियां मरने के कगार पर हैं। मुर्गी पालकों का कहना है कि लॉकडाउन के चलते अब उनको मुर्गी दाना नहीं मिल पा रहा है। जिसके चलते वह अपनी मुर्गियों को दाना नहीं दे […]
