Lदेश के नेताओं के झूठे वायदे का सबक जनता सीखा रही है
Chief Minister on Saturday participated in the ‘Global Summit-2024’ organized by Prajapita Brahmakumaris Ishwariya Vishwavidyalaya, Mount Abu, Rajasthan. Know all the news
मुख्यमंत्री ने शनिवार को राजस्थान के माउंट आबू स्थित प्रजापिता ब्रह्माकुमारीज ईश्वरीय विश्विद्यालय द्वारा आयोजित ’ग्लोबल समिट-2024’ में प्रतिभाग किया जानिये सभी समाचार
*LIVE: आबूरोड (राजस्थान) में प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित ‘Global Summit – 2024’ को संबोधित करते हुए*
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𝐏𝐋𝐄𝐍𝐀𝐑𝐘 𝐒𝐄𝐒𝐒𝐈𝐎𝐍 𝟐
🗓️ 5th Oct 2024, 10:30 AM
👉🏻 Topic: Vasudhaiva Kutumbakam- One God One World Family
📍 Venue: Diamond Hall, Shantivan, Abu Road
🎥 Watch Live: https://www.youtube.com/watch?v=7xRnqptmMPk
#GlobalSummit2024 #ब्राह्मकुमारिस
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मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को राजस्थान के माउंट आबू स्थित प्रजापि ता ब्रह्माकुमारीज ईश्वरीय विश्विद्यालय द्वारा आयोजित ’ग्लोबल समिट-2024’ में प्रतिभाग किया।
मुख्यमंत्री ने वैश्विक सम्मेलन में उपस्थित सभी विद्धवानजनों का स्वागत और अभिनंदन किया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड को देवों की भूमि कहा जाता है, जहां कण-कण में शंकर का वास है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा राज्य एक ओर जहां प्राकृतिक रूप से सुरम्य है वहीं आध्यात्मिक रूप से विशिष्ट भी है। विश्व के कोने-कोने से लोग देवभूमि उत्तराखंड में आकर स्वयं की खोज करते हैं। स्वयं को साधना में लगाते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोग उन्हें पूछते हैं कि देवभूमि में कितने देवस्थान हैं या कितने प्रसिद्ध स्थान हैं तो मेरा एक ही उत्तर होता है कि देवभूमि में जिधर भी आपकी नजर जाएगी वो हर स्थान देवों का है। हर स्थान हमारा पर्वतों, वनों से आच्छादित है, हर स्थान हिम ग्लेशियर, नदियों से आच्छादित है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसी देवभूमि से आकर आप सबके बीच आकर आप सबके कार्यक्रम से जुड़ना, आप सबके बीच आने का जो सुअवसर प्राप्त हुआ यह उनके लिए सौभाग्य की बात है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे स्थान पर वही आ पाता है जिन पर बाबा की कृपा होगी। इसीलिए सब लोग यहां पर पहुँचे हैं। उन्होंने कहा कि आज मैं भी एक जिज्ञासु बनकर आया हूँ, मुझे अपने भीतर भी एक आत्मिक शांति का एहसास हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे कई वर्षों से प्रजापिता ब्रह्मकुमारीज के कार्यक्रमों में आते रहे हैं। बहुत बार संस्थान के लोग माउंट आबू आने के लिए कहते थे। मन में आने की बहुत इच्छा भी रही। इसके पीछे का कारण परमपिता परमात्मा का असीम आशीर्वाद भी है और इस स्थान की महत्ता भी है और राज योगिनी दीदी मां रतन मोहिनी से जो स्नेह यहां मिलता है वह भी इसका बड़ा कारण है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सबके लिए यह गर्व का विषय है कि संयुक्त राष्ट्र के साथ ही परामर्शदात्री दर्जा प्राप्त भारत की भूमि से उपजा हुआ यह स्थान विश्व के कोने-कोने में आज शांति, सद्भाव और मानवता का संदेश देने का कार्य कर रहा है। सच में लोगों को स्वयं को खोजने का एक बहुत बड़ा प्रकल्प चल रहा है। मैं आज यहां स्वच्छ और स्वस्थ समाज के निर्माण में आद्यात्मिक की महत्वपूर्ण भूमिका को ही समझने के लिए ही आया हूँ कि कैसे इन मूल्यों को हम अपने जीवन में उतार सकते हैं ताकि सभी के लिए एक बेहतर समाज का निर्माण हो सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वसुदेव कुटुम्बकम भारतीय जीवन दर्शन का सार है। परस्पर भाईचारे का संदेश आज भी प्रासंगिक है। जिस प्रकार से नई तकनीक हमें भौतिक सुख प्रदान करती है वैसे ही आध्यात्मिकता हमें आंतरिक सुख प्रदान करती है। हमारे शरीर, मन और आत्मा के बीच सामंजस्य पूर्ण संतुलन बनाने का काम करती है। पूरे विश्व के अंदर यह संस्था करोड़ो लोगों के जीवन में बदलाव लाने का काम कर रहा है। ब्रह्कुमारीज संस्था से जुड़ी बहने और भाइयों द्वारा जीवन जीने की कल बहुत ही सरल शब्दों में लोगों को समझाया जाता है, उससे आमजनमानस में भी आसानी से इन विषयों को जानकर लोग अपने जीवन को सरल बना सकते हैं। इस प्रकार के जो बदलाव हैं, इनको मैंने अपने जीवन मे महसूस किए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब हम आध्यात्मिकता को अस्तित्व के एक भागीदार के रूप में देखने लगते हैं तो हमारा मन स्वतः ही स्वच्छ होने लगता है। हमे अहसास होता है कि यह हमारे जीवन की आवश्यकता नहीं है बल्कि जीवन की अनिवार्यता है। आध्यात्मिकता की वह शक्ति है जो शरीर को बाहरी व अंदरूनी रूप से स्वच्छ रखने के साथ साथ मानसिक और शारीरिक दबावों को सहने के सामर्थ्य प्रदान करती है। स्वच्छ और स्वस्थ समाज का निर्माण केवल आधुनिक तरीके व कानूनों से भी संभव नहीं है कि केवल हम कानून व अन्य तरह से इसको कर पाएं बल्कि इस लक्ष्य को जीवन मे आध्यात्मिक मूल्यों को शामिल करके ही हासिल किया जा सकता है।
इस अवसर पर भारत सरकार के रेल एवं फूड प्रोसेसिंग मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू, उत्तराखंड से राज्यसभा सांसद श्री महेंद्र भट्ट,गोरखपुर के सांसद श्री रवि किशन आदि उपस्थित रहे।
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*नवरात्र विशेष*
*सरकार ने दी ट्रैनिंग – राफ्टिंग कराने के लिए तैयार हैं बेटियां*
*14 महिलाओं ने इसी साल हासिल किया व्वाइट वॉटर रिवर राफ्टिंग गाईड सर्टिफिकेट*
*तीन महीने के प्रशिक्षण के बाद अब गंगा की लहरों पर कराएंगी पर्यटकों को सैर*
देहरादून। उत्तराखण्ड की बेटियां जल्द ही ऋषिकेश में गंगा नदी पर पर्यटकों को राफ्टिंग कराती नजर आएंगी। इसके लिए पर्यटन विभाग की ओर से 14 महिलाओं को व्वाइट वॉटर रिवर रॉफ्टिंग गाइड का प्रशिक्षण दिया गया है। जो अब पंजीकरण प्रक्रिया पूरी होने के बाद, बतौर प्रोफेशनल राफ्टिंग गाईड अपना करियर शुरू करने को तैयार हैं।
ऋषिकेश हाल के समय में राफ्टिंग के प्रमुख केंद्र के रूप में उभरा है, यहां हर साल पांच लाख से अधिक पयर्टक राफ़्टिंग के लिए आ रहे हैं, इस तरह राफ्टिंग गतिविधि, कारोबार के साथ ही रोजगार का भी जरिया बन रही है। लेकिन अब तक राफ्टिंग गाइड का काम पूरी तरह पुरूष ही कर रहे थे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर पहली बार उत्तराखंड पर्यटन विभाग ने महिलाओं को रिवर राफ्टिंग गाइड का प्रशिक्षण दिया है। इसके बाद पयर्टन विभाग ने चुनिंदा 14 महिलाओं को अप्रैल से जून के बीच तीन महीने का निशुल्क प्रशिक्षण दिया। इसमें प्रशिक्षण के साथ ही रहने खाने का खर्च भी पर्यटन विभाग की ओर से उठाया गया।
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सफलता की कहानी
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पौड़ी जिले में सिरांसू गांव निवासी प्रियंका राणा, वर्तमान में बीबीए कर रही हैं, प्रियंका क्याकिंग एथलीट हैं। प्रियंका बताती हैं कि उनके गांव के पास बड़ी संख्या में राफ्टिंग होती है, ऐस में जब उन्हे उत्तराखंड सरकार के अधीन महिलाओं को राफ्टिंग गार्डड का प्रशिक्षण दिए जाने की जानकारी मिली तो उन्होंने इसमें अपना पंजीकरण कर लिया। प्रियंका इसके लिए पुष्कर सिंह धामी सरकार का आभार व्यक्त करते हुए कहती हैं कि अब बतौर राफ्टिंग गाईड अपना करियर बनाना चाहती हैं।
02
रामनगर निवासी कामाक्षी गोयल वर्तमान में गोवा की नॉटिकल कंपनी में काम कर रही हैं। कामाक्षी बताती हैं कि वो पहले से ही वाइट वॉटर फील्ड में जॉब कर रही थी, इसलिए उन्होंने स्किल बढाने के लिए राफ्टिंग प्रशिक्षण लिया। इसके लिए उत्तराखण्ड सरकार की ओर से तीन महीने का प्रशिक्षण के साथ ही रहने खाने की सुविधा निशुल्क मिली। कामाक्षी इसे महिला सशक्तिकरण की दिशा में बडा प्रयास करार दे रही हैं।
03
ऋषिकेश निवासी मुस्कान भी पहले बैच में प्रशिक्षण प्राप्त कर चुकी हैं। मुस्कान अभी ऋषिकेश से ग्रैज्यूएशन कर रही हैं, मुस्कान बताती हैं कि तीन महीने तक उन्हें विदेशी प्रशिक्षकों ने रिवर राफ्टिंग की ट्रेनिंग दी, इस दौरान एक हफ्ते तक उन्होंने देवप्रयाग से लेकर ऋषिकेश तक गंगा में राफ्टिंग भी की, पूरी तरह महिलाओं के द्वारा संचालित यह अभियान लाजवाब था, मुस्कान अब इसी क्षेत्र में करियर बढ़ाना चाहती हैं, वो इसके लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का आभार व्यक्त कर रही हैं।
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*उत्तराखण्ड में साहसिक पर्यटन के क्षेत्र में रोजगार की अपार संभावनाएं हैं, अब बड़ी संख्या में महिला पयर्टक भी राफ्टिंग के लिए आ रही हैं। ऐसे में महिलाओं को बतौर राफ्ट गाईड प्रशिक्षण दिया जाने का प्रयास किया जा रहा है। अच्छी बात है कि महिलाओं ने इसके लिए रुचि दिखाई है,पुष्कर सिंह धामी*
*मुख्यमंत्री उत्तराखंड ने कहा कि यह उत्तराखण्ड की बेटियों और महिलाओं को सशक्त बनाने की दिशा में अहम कदम साबित होगा।*
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*स्वास्थ्य मंत्रालय भारत सरकार द्वारा उप जिला चिकित्सालय, नरेंद्रनगर को मिला प्रतिष्ठित राष्ट्रीय सर्टिफिकेशन अवार्ड*
*देहरादून, 05 अक्टूबर 2024*
संयुक्त प्रयासों से ही मिलता है उत्कृष्ठ सम्मान यह बात स्वाति एस. भदौरिया, मिशन निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने स्वास्थ्य मंत्रालय भारत सरकार द्वारा टिहरी गढ़वाल स्थित उप जिला चिकित्सालय, नरेंद्रनगर को मातृ एवं नवजात शिशु देखभाल के क्षेत्र में उत्कृष्टता हेतु प्रतिष्ठित LaQshya (Labour Room Quality Improvement Initiative) National Certification पुरस्कार से सम्मानित के दौरान कही। इस सम्मान के माध्यम से अस्पताल की गुणवत्तापूर्ण सेवाओं, सुरक्षित प्रसव प्रक्रियाओं और नवजात शिशु देखभाल में किए गए अद्वितीय सुधारों की सराहना की गई है।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) उत्तराखंड की ओर से मिशन निदेशक, स्वाति एस. भदौरिया ने उप जिला चिकित्सालय, नरेंद्रनगर की पूरी टीम को इस महत्वपूर्ण उपलब्धि के लिए बधाई दी है। उन्होंने कहा, “LaQshya अवार्ड से सम्मानित होना हमारे स्वास्थ्य संस्थानों के लिए गौरव का विषय है। यह पुरस्कार मातृ और शिशु स्वास्थ्य देखभाल में उत्कृष्टता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। नरेंद्रनगर का उप जिला चिकित्सालय इस क्षेत्र में अन्य स्वास्थ्य संस्थानों के लिए एक आदर्श बन गया है।”
उन्होंने आगे कहा कि यह पुरस्कार चिकित्सालय की सेवा व्यवस्था, मरीजों के अधिकार एवं दायित्व, सपोर्ट सेवाएं, क्लीनिकल सेवाएं, चिकित्सालय में संक्रमण नियंत्रण व गुणवत्ता नियंत्रण के मानकों के आधार पर भारत सरकार द्वारा दिया गया है। स्वास्थ्य कर्मियों की समर्पित सेवा और बेहतर संसाधनों के कुशल उपयोग के कारण ही इस प्रतिष्ठित सर्टिफिकेशन को प्राप्त किया जा सका है। अब तक उत्तराखण्ड राज्य में 11 NQAS National Certification एवं 20 LaQshya National Certification प्राप्त हुए हैं।
डॉ अर्चना ओझा, सहायक निदेशक, क्वालिटी एश्योरेंस यह पुरस्कार उन चिकित्सालयों को दिया जाता है जो प्रसव कक्ष की गुणवत्ता और सेवाओं में उत्कृष्टता हासिल करते हैं। इस पहल का उद्देश्य मातृ और शिशु मृत्यु दर को कम करना और प्रसव के दौरान महिलाओं को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना है। इस सम्मान से न केवल अस्पताल की प्रतिष्ठा बढ़ी है, बल्कि यह उत्तराखंड के स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि भी है। इस पुरस्कार से अस्पताल के स्टाफ और प्रबंधन की कठिन परिश्रम और समर्पण को मान्यता मिली है, और यह अन्य अस्पतालों के लिए भी एक प्रेरणा स्रोत बन सकता है।
*LaQshya National Certification अवार्ड का महत्व*
LaQshya योजना का उद्देश्य प्रसव गृहों (लेबर रूम) और ऑपरेशन थिएटर्स में उच्च गुणवत्ता वाली देखभाल सुनिश्चित करना है, ताकि प्रसव प्रक्रिया और नवजात शिशु देखभाल में बेहतर परिणाम मिल सकें। नरेंद्रनगर के उप जिला चिकित्सालय ने इस पहल के तहत सभी आवश्यक मानकों को पूरा किया है, जिनमें माताओं और नवजात शिशुओं की सुरक्षा, स्वच्छता, सेवाओं का समयबद्ध वितरण और मानवीय दृष्टिकोण से देखभाल शामिल हैं। यह सर्टिफिकेशन अस्पताल में मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करने और गुणवत्तापूर्ण सेवाएं देने के प्रति प्रतिबद्धता को प्रमाणित करता है।
*स्थानीय समुदाय को मिलेगा लाभ*
इस सर्टिफिकेशन से स्थानीय समुदाय के लिए गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं का मार्ग प्रशस्त होगा। इससे अस्पताल में प्रसव और शिशु देखभाल सेवाओं में और सुधार होगा, जिससे गर्भवती महिलाओं और उनके परिवारों का भरोसा और अधिक बढ़ेगा।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन उत्तराखंड प्रदेश के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में इसी प्रकार की गुणवत्ता सुधार की पहल को प्रोत्साहित करता रहा है, जिससे राज्य के स्वास्थ्य मानकों में निरंतर सुधार हो सके और प्रत्येक नागरिक को सर्वोत्तम स्वास्थ्य सेवाएं प्राप्त हो सकें।
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राज्य में अतिशीघ्र साइबर सिक्योरिटी टास्क फोर्स का गठन किया जाए : मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी।*
*डाटा की सुरक्षा के लिए डिजास्टर रिकवरी सेंटर की हो स्थापना: मुख्यमंत्री।*
*सोमवार तक सभी साइट्स का संचालन हो शुरू।*
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को मुख्यमंत्री आवास में स्टेट डाटा सेंटर में आए मालवेयर एवं अस्थायी रूप से बंद की गई ऑनलाइन सेवाओ के संबंध में स्टेट डाटा सेंटर, स्वान, एन.आई.सी, आई.टी.डी.ए से संबंधित सभी अधिकारियों, विशेषज्ञों, पुलिस विभाग एवं शासन के उच्च अधिकारियों के साथ बैठक की।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को स्टेट डाटा सेंटर की स्कैनिंग अति शीघ्र पूर्ण कर जनहित से जुड़े विभागों की साइट को प्रथमिकता से पुनः शुरू किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा यह सुनिश्चित किया जाए कि सोमवार तक सभी साइट्स का संचालन शुरू हो जाए । मुख्यमंत्री ने कहा इस तरह के मामलों की पुनरावृति न हो, एवं ऑनलाइन सेवाओं से संबंधित सुरक्षा हेतु राज्य में अतिशीघ्र साइबर सिक्योरिटी टास्क फोर्स का गठन किया जाए। उन्होंने कहा आईटी के क्षेत्र में कार्य कर रही भारत सरकार की सर्वश्रेष्ठ एजेंसियों के सहयोग से स्टेट डाटा सेंटर की सुरक्षा प्रणाली को और ज्यादा आधुनिक बनाए एवं तय समय में स्टेट डाटा सेंटर, ऑनलाइन साइट्स का सेफ्टी ऑडिट भी किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऑनलाइन प्लेटफॉर्म की सुरक्षा एवं विभिन्न विभागों से संबंधित ऑनलाइन डाटा की रिकवरी के लिए डिजास्टर रिकवरी सेंटर की स्थापना की जाए। उन्होंने कहा साइबर सुरक्षा में सर्वश्रेष्ठ कार्य कर रहे राज्यों, केंद्रीय मंत्रालयों एवं एजेंसियों की बेस्ट प्रैक्टिस का अध्ययन कर उन्हें राज्य में लागू किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि आई.टी.डी.ए में टेक्निकल कार्य कर रही कंपनी की पुनः समीक्षा की जाए, यदि समीक्षा के दौरान किसी प्रकार की लापरवाही पाई जाती है, तो कंपनी पर कार्यवाही की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आई.टी.डी.ए में आवश्कता अनुसार कार्मिकों की तैनाती हेतु मुख्य सचिव की अध्यक्षता में बैठक कर सभी पदों को अतिशीघ्र भरा जाए। उन्होंने कर्मचारियों एवं अधिकारियों को साइबर सिक्योरिटी प्रशिक्षण देने के भी निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा आईटीडीए यह सुनिश्चित करें कि प्रत्येक सरकारी कार्यालय में एंटी वायरस सिस्टम अपडेट हो, जिससे इस प्रकार की घटनाओं से बचा जा सके। उन्होंने कहा आगे इस तरह की समस्याएं न आएं, इसके लिए योजनाबद्ध तरीके से कार्य किया जाए।
सचिव श्री नितेश झा ने बताया कि आई.टी.डी.ए डाटा सेंटर में वर्चुअल मशीनों पर मालवेयर के कारण किसी भी प्रकार की डेटा हानि नही हुई है।1378 में से 11 मशीनों पर मालवेयर का प्रभाव पड़ा था। बीते 2 दिनो में डाटा सेंटर की स्कैनींग कई बार कर ली गई है। ई- ऑफिस एवं सीएम हेल्पलाइन सूचारू सहित अन्य साइट्स शुरू हो गयी हैं।
इस दौरान बैठक में मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूडी (वर्चुअल), पुलिस महानिदेशक श्री अभिनव कुमार, प्रमुख सचिव श्री आर.के सुधांशु, सचिव श्री मीनाक्षी सुंदरम, सचिव श्री शैलेश बगोली, सचिव श्री विनय शंकर पाण्डेय, कुमाऊँ कमिश्नर श्री दीपक रावत, महानिदेशक सूचना श्री बंशीधर तिवारी, निदेशक आई.टी.डी.ए. श्रीमती नितिका खण्डेलवाल, एवं अन्य अधिकारीगण मौजूद रहे।
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*नैनीताल में मुख्य सचिव ने ली विकास कार्यों की बैठक*
*सरकार की योजनाओं को हर वर्ग व्यक्ति तक पहुंचाने के निर्देश*
*प्रदेश में सशक्त भू कानून लाया जाएगा: मुख्य सचिव*
*अवैध कब्जे के खिलाफ भी होगी सख्त कार्रवाई*
नैनीताल 5 अक्तूबर 2024 (सूचना)
मुख्य सचिव राधा रुतूड़ी ने शनिवार को एटीआई में जिले में हो रहे विकास कार्यों के संबंध में विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की। कहा कि सरकार की योजनाओं को हर वर्ग व्यक्ति तक पहुंचाना हमारी प्राथमिकता है। जिसके लिए सरकार प्रयत्नशील है।
भू कानून पर उन्होंने बताया कि प्रदेश में भू कानून लागू करने के लिए सशक्त कानून बनाया जाए। जिसमें प्रदेश के निवासियों के साथ किसी प्रकार का अन्याय ना हो। जिसके लिए भू कानून के संबंध में सभी अधिकारियों के सुझाव लिए गए हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि महिला सुरक्षा को लेकर सरकार हर स्तर पर कार्य कर रही है।
सीएस रतूड़ी ने नैनीताल में बालिका सुरक्षा को लेकर प्रशासन द्वारा कराई गई कार्यशाला की प्रशंसा की। कहा कि महिला सुरक्षा को लेकर उठाया गया कदम सराहनीय है। जल्द ही इस मॉडल को पूरे राज्य में लागू करने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने महिला समूह और उद्योग विभाग द्वारा लगाए गए स्टालों का निरीक्षण भी किया।
इस दौरान कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत, जिलाधिकारी वंदना सिंह, अपर जिलाधिकारी शिव चरण द्विवेदी, पी आर चौहान, संयुक्त मजिस्ट्रेट वरुणा अग्रवाल, एसडीएम प्रमोद कुमार, तहसीलदार मनीषा मकराना समेत विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।
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जिलाधिकारी की सुंदर पहल जिले में पर्यटक को बढ़ावा मिलेगा
देहरादून दिनांक 05 अक्टूबर ) क्षेत्रीय सेव सेवायोजन कार्यालय परिसर में आयोजित रोज़गार मेले का क्षेत्रीय विधायक माननीय खजान दास ने बतौर मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करते हुए, कार्यालय परिसर में वृक्षारोपण कर विधिवत शुभारंभ किया।
रोजगार मेले में फार्मास्युटिकल, जीवन बीमा होटल प्रबन्धन विनिर्माण बैंकिंग तथा परिवहन आदि क्षेत्र की 37 कम्पनियों द्वारा विभिन्न पदों की 650 रिक्तियों के लिये लिखित परीक्षा एवम् साक्षात्कार के माध्यम से रोजगार मेले में कुल 1025 अभ्यर्थियों द्वारा अपना पंजीयन किया गया। रोजगार मेले में 168 प्रतिभागियों का चयन विभिन्न नियोजकों द्वारा चयन किया गया एवं 340 प्रतिभागियों को शौर्ट लिस्ट (सेकंड राउंड) किया गया जिनका कम्पनी के स्तर पर अन्तिम रूप से एक सप्ताह के अन्तर्गत चयन करते हुये सेवायोजित किये जाने वाले अभ्यर्थियों की सूची कार्यालय को उपलब्ध करायी जायेगी।
इस अवसर पर माननीय विधायक, राजपुर रोड, विधानासभा क्षेत्र श्री खजान दास ने नियोजकों से अनुरोध किया कि उत्तराखण्ड के रोज़गार उन्मुख युवाओं को अपने सस्थानों में अधिकाधिक रोज़गार के अवसर सुलभ करायें। राज्य के युवाओं को इस मंच से रोज़गार के सही एवम् उचित अवसर दिलाना सरकार की प्राथमिकता है तथा आये हुये नियोजक इसे गम्भीरता के साथ पूर्ण तत्परता के साथ तथा बिना किसी औपचारिकता के युवाओं को रोजगार के अवसर सुलभ करायें। उन्होंने इस तथ्य को विशेष रूप से रेखांकित किया कि राज्य के युवा न केवल मेहनती और ईमानदार है बल्कि अपने राज्य की उन्नति तथा विकास में योगदान को युवा वर्ग सदैव तत्पर रहता है। उन्होंने निजी क्षेत्र में रोजगार के व्यापक अवसरों तथा योग्यता के आधार पर चयन करने का भी आह्वान किया कि युवाओं को अवसर प्रदान करना न केवल सरकार की प्राथमिकता है बल्कि सरकार द्वारा इस ओर विशेष प्रयास भी किये जा रहे है। उन्होंने मेले में प्रतिभाग कर रहे सभी नियोजकों से परिचय प्राप्त करने के साथ उनके द्वारा संचालित कार्यों एवम् मेले में उपलब्ध कराये जा रहे रोज़गार के अवसरों का भी विस्तृत विवरण प्राप्त किया। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि रोज़गार मेलों का अधिकाधिक प्रचार प्रसार किया जाना नितान्त आवश्यक है ताकि प्रकाशित रिक्तियों के सापेक्ष अधिकतम संख्या में युवाओं को अपनी योग्यता प्रदर्शित करने के अवसर सुलभ हो सकें।
सेवायोजन विभाग की ओर से रोजगार के विभिन्न अवसर न केवल रोज़गार मेलों के माध्यम से बल्कि विदेश रोजगार प्रकोष्ठ स्किल हब तथा रोजगार प्रयाग पोर्टल के सौजन्य से भी उपलब्ध कराये जाने के सम्बन्ध में क्षेत्रीय सेवायोजन अधिकारी अजय सिंह द्वारा विस्तार से बताया गया। उन्होंने इस तथ्य पर भी विशेष रूप से प्रतिभाग कर रहे नियोजकों से अनुरोध किया कि साक्षात्कार के माध्यम से सही उम्मीदवार का चयन औपचारिकता पूर्ण करने तक सीमित न रहे बल्कि मेले में आये अभ्यर्थियों को ऐसा प्रतीत हो कि विभाग एवम् नियोजकों द्वारा उन्हें रोज़गार के अवसर उपलब्ध कराने के लिये समुचित प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि शैक्षिक संस्थाओं में व्यक्तिगत रूप से सम्पर्क करते हुये कैरियर काउन्सिलिंग के कार्यक्रमों के माध्यम से भी भावी पीढ़ी को मार्गदर्शन प्रदान किया जा रहा है। यूनिसेफ (यूथ हब) के प्रतिनिधि आयुष गिल एवं गौरी देवली द्वारा स्क्लि प्रोग्राम संबंधी जानकारी दी गयी।
कार्यक्रम में विभाग की ओर से निदेशक सेवायोजन के प्रतिनिधि के रूप में सहायक निदेशक ममता नेगी द्वारा प्रतिभाग किया गया। नियोजकों के अतिरिक्त कार्यालय की ओर से सहायक सेवायोजन अधिकारी मुकेश प्रसाद रयाल तथा विक्रम, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी, धीर सिंह, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी, अब्दुल कादिर, प्रशासनिक अधिकारी, अजय खण्डूडी एवम् नीलकण्ठ जोशी, प्रधान सहायक, इन्द्र सिंह चौहान, वरिष्ठ सहायक सन्तन सिंह रावत तथा प्रमेश कुमार, सहित समस्त कर्मचारियों द्वारा अपना सहयोग प्रदान किया गया।
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देहरादून दिनांक 05 अक्टूबर जिलाधिकारी कार्यालय में प्रतिदिन कार्यदिवस में संचालित होने वाले जनता दर्शन कार्यक्रम में शिकायर्ताओं द्वारा अपनी शिकायत में जिलाधिकारी को बताया कि मौजा अधोईवाला स्थित नगर निगम के स्वामित्व वाली भूमि पर अवैध प्लाटिंग की गई है।
उक्त शिकायत पर जिलाधिकारी सविन बंसल ने प्रकरण की विस्तृत एवं सुपष्ट जांच हेतु उप नगर आयुक्त नगर निगम गोपाल राम बिनवाल, उप जिलाधिकारी सदर कुमकुम जोशी, नायब तहसीलदार सदर, नायब तहसीलदार नगर निगम की संयुक्त टीम गठित करते हुए निर्देशित किया गया कि सम्बन्धित पक्षों की उपस्थिति में जांच करते हुए सुस्पष्ट आख्या 03 दिन के भीतर प्र्रस्तुत करेंगे।
जिलाधिकारी के निर्देशों के क्रम में उप नगर आयुक्त गोपाल राम बिनवाल, उप जिलाधिकारी सदर कुमकुम जोशी ने राजस्व विभाग एवं नगर निगम की टीम के साथ सम्बन्धित पक्षों की उपस्थिति में उक्त स्थल का निरीक्षण किया। निरीक्षण में प्रािमि दृष्टया विवादित भूमि नगर निगम के स्वामित्व की तस्दीक होना पाया गया है, जिस पर नगर निगम द्वारा कब्जा प्राप्त किये जाने की कार्यवाही प्रारम्भ की जा रही है।
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देहरादून दिनांक 05 अक्टूबर 2024 मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह ने किसान भवन सभागार रिंग रोंड में जनपद में आयोजित होने जा रहे सरस मेले की तैयारियों के सम्बन्ध बैठक कर सम्बन्धित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। जनपद में 18 अक्टूबर से 27 अक्टूबर तक राष्ट्रीय स्तरीय सरस मेले का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें अधिकारियों की समिति बनाते हुए दायित्व सौंपे गए हैं। साथ ही प्रत्येक दिन गोष्ठी एवं कार्यशाला हेतु प्रभारी अधिकारी नामित किये गए हैं, जो अपने-अपने दिवस में आयोजित गोष्ठी/कार्यशाला के प्रभारी होंगे। उन्होंने गठित समिति के सदस्यों को आपस में समन्वय बैठक करते हुए मेले के सफल आयोजन की तैयारी की कार्यवाही से अवगत कराने के निर्देश दिए।
मुख्य विकास अधिकारी ने समिति के सदस्यों एवं नामित अधिकारियों को उनके कार्यों एवं दायित्वों की के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए बेहतर आपसी समन्वय से दायित्वों का निर्वहन करने के निर्देश दिए। उन्होंने पुलिस, पेयजल,विधुत,संस्कृति,स्वास्थ्य आदि सहित विभागीय अधिकारियों को समस्त तैयारियां तय समय सीमा के भीतर पूर्ण करने के निर्देश दिए। जानकारी देते हुए बताया कि राष्ट्रीय स्तरीय सरस मेले का आयोजन रेंजर्स ग्राउंड देहरादून में किया जाएगा। दस दिवसीय यह आयोजन 18 अक्टूबर से प्रारंभ होगा जो कि 27 अक्टूबर तक चलेगा। इस आयोजन में स्वयं सहायता समूहों के प्रतिभागियों,दस्तकारों,हस्तकला कारीगरों द्वारा अपने स्टालों की प्रदर्शनी और उनका विक्रय किया जाए। साथ ही विभिन्न सांस्कृतिक दलों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे।
कार्यक्रम को सफल व दिव्य बनाए जाने हेतु विभिन्न समितियों का गठन किया गया है जिनमे वीआईपी समिति, स्वास्थ्य समिति, प्रचार-प्रसार समिति, सांस्कृतिक कार्यक्रम समिति,वाहन व्यवस्था समिति, पेयजल, विधुत , स्वच्छता , अग्नि ,यातायात, स्वागत एवं आमंत्रण समिति,आवास व्यवस्था समिति सहित कुल 24 समितियों के सदस्यों को नामित किया गया है। वहीं दैनिक कार्यक्रम के अनुसार मेला गतिविधियों के संचालन के लिए दस दिवस प्रभारियों की नियुक्ति भी की गई है जो कि प्रतिदिन मेला स्थल पर रहेंगे और समितियों के साथ समन्वय बनाते हुए प्रतिदिन की रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे। साथ ही सभी को मेले के आयोजन को सफल बनाने और अपने अपने कार्याे का सफलतापूर्व निर्वहन करने हेतु निर्देशित किया गया है।
इस अवसर पर परियोजना निदेशक ग्राम्य विकास अभिकरण विक्रम सिंह,जिला विकास अधिकारी सुनील कुमार, मुख्य कृषि अधिकारी देवेंद्र सिंह,सेवायोजन अधिकारी मुकेश रयाल, डीपीओ जितेंद्र कुमार, आदि सहित संबंधित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
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