गणतन्त्र दिवस के अवसर पर प्रदान किये जाने वाले पद्म पुरस्कारों के लिये की गयी हैं संस्तुतियां आमंत्रित ।
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देहरादून । पहाड़ो की गूंज ।
विगत वर्षाे की भांति आगामी गणतन्त्र दिवस 26 जनवरी, 2024 के अवसर पर प्रदान किये जाने वाले पद्म पुरस्कारों यथा पद्म विभूषण, पद्म भूषण तथा पद्मश्री की उपाधियों के सम्बन्ध में भारत सरकार द्वारा राज्य सरकार से 15 सितम्बर, 2023 तक गृह मंत्रालय की बेवसाइट https://awards.gov.in पर ONLINE संस्तुतियां आमंत्रित की गई हैं। वर्णित प्रकरण में गृह मंत्रालय भारत सरकार द्वारा कतिपय मार्गदर्शक सिद्धान्त (गाईड लाईन्स) भी निर्धारित की गयी हैं।
इस सम्बन्ध में उप सचिव मंत्रिपरिषद अनुभाग श्री अजीत सिंह द्वारा सभी अपर मुख्य सचिवों, प्रमुख सचिवों, सचिवों, आयुक्त, जिलाधिकारियों से किये गये अनुरोध पत्र में उल्लेख किया गया है कि गृह मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा दी गयी व्यवस्थानुसार इन उपाधियों हेतु नामित किये जाने वाले महानुभावों तथा सम्बन्धित व्यक्ति के नाम की संस्तुति में सम्बन्धित व्यक्तियों का सम्पूर्ण विवरण तथा उनके व्यक्तित्व, कृतित्व, उपलब्धियों / सेवाओं का विवरण व अन्य सूचनायें दो पृष्ठों का अंग्रेजी भाषा में साइटेशन, जो 800 शब्दों से अधिक न हों, 15 अगस्त, 2023 तक निश्चित रूप से मंत्रिपरिषद विभाग की e-mail- secy-gopan-ua@nic.in पर केवल Microsoft Office Word के FORMAT में संलग्न किये गये प्रारूपानुसार ही उपलब्ध कराने के साथ ही सम्बन्धित संस्तुति की एक प्रति हार्डकॉपी में भी निर्धारित तिथि तक उपलब्ध करायी जाये। उक्त तिथि के पश्चात प्राप्त संस्तुतियों पर विचार किया जाना संभव नहीं हैं ।
*मुख्यमंत्री ने तीलू रौतेली एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्री पुरस्कार 2022-23 किये प्रदान।
*14 महिलाओं को राज्य स्त्री शक्ति तीलू रौतेली पुरस्कार एवं 35 महिलाओं को आंगनबाड़ी कार्यकत्री पुरस्कार दिये गये।*
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को आई.आर.डी.टी सभागार सर्वे चौक में आयोजित कार्यक्रम में राज्य स्त्री शक्ति तीलू रौतेली पुरस्कार एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्री पुरस्कार 2022-23 प्रदान किये। इस वर्ष 14 महिलाओं को राज्य स्त्री शक्ति तीलू रौतेली पुरस्कार एवं 35 महिलाओं को आंगनबाड़ी कार्यकत्री पुरस्कार प्रदान किया गया। सभी पुरस्कार प्राप्तकर्ताओं को 51-51 हजार रूपये की धनराशि उनके खाते में डिजिटल हस्तांतरित की गई
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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पुरस्कार प्राप्तकर्ताओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि विभिन्न क्षेत्रों में सराहनीय कार्य करने वाली मातृशक्ति को सम्मानित कर वे स्वयं गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वीरांगना तीलू रौतेली ने 15 वर्ष की उम्र में युद्ध भूमि में अपने रण कौशल द्वारा अपने विरोधियों को परास्त किया था। अपूर्व शौर्य, संकल्प और साहस की धनी वीरांगना तीलू रौतेली को उत्तराखंड की झांसी की रानी कहकर याद किया जाय तो इसमें कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी। उन्होंने 15 से 22 वर्ष की आयु के मध्य सात युद्ध लड़े और अपनी वीरता और रण कौशल का परिचय दिया। राज्य सरकार ने तीलू रौतेली पुरुस्कार की धनराशि 31 हजार रुपए से बढ़ाकर 51 हजार रुपए की है, जबकि आंगनबाड़ी कार्यकत्री पुरुस्कार की धनराशि भी 21 हजार से बढ़ाकर 51 हजार रुपए की गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थिति मजबूत करने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है और इस दिशा में निरंतर कार्य कर रही है। माता-पिता के बाद बच्चों को संस्कार देने की शुरुआत आंगनबाड़ी केंद्रों से ही होती है। राज्य सरकार द्वारा आंगनबाड़ी बहनों का मानदेय 7500 रुपए से बढ़ाकर 9300 रुपए किया है। मिनी आंगनबाड़ी बहनों के मानदेय को भी 4500 से बढ़ाकर 6250 और सहायिकाओं का मानदेय 3550 से 5250 रुपए किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड के विकास के लिए हर क्षेत्र में मातृ शक्ति की बड़ी भूमिका रही है। उत्तराखण्ड को अलग राज्य बनाने की मांग हेतु हुए आंदोलन में सबसे बड़ा बलिदान हमारी मातृशक्ति ने ही दिया था। आज महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पुरुषों से कम नहीं हैं, चाहे घर हो या युद्ध का मैदान, राजनीति हो या सिनेमा, वैज्ञानिक क्षेत्र हो या कृषि, शिक्षा और अनुसंधान का क्षेत्र महिलाओं ने हर जगह अपने आपको साबित किया है। आज प्रदेश के सुदूर गांवों में महिलाएं सेल्फ हेल्प ग्रुप बनाकर कुटीर उद्योगों के जरिए ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गति प्रदान कर रही हैं। महिलाओं के पास कौशल की कभी कोई कमी नहीं रही और अब यही कौशल उनकी और उनके परिवारों की आर्थिकी को बल प्रदान कर रहा है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार ने प्रत्येक क्षेत्र में महिलाओं को सशक्त बनाने का कार्य किया है। आज वित्तीय समावेश से लेकर सामाजिक सुरक्षा, गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा से लेकर आवास, शिक्षा से लेकर उद्यमिता तक नारी शक्ति को भारत की विकास यात्रा में सबसे आगे रखने के लिए कई प्रयास किए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा महिला सशक्तिकरण की दिशा में अनेक कार्य किये जा रहे हैं। लखपति दीदी योजना, मुख्यमंत्री महालक्ष्मी योजना, उज्ज्वला योजना, हर घर नल से जल, शौचालयों का निर्माण, महिला स्वयं सहायता समूह के लिए विशेष कोष का गठन जैसे अनेक कार्य किये गये हैं। आज प्रदेश की समस्त माताओं और बहनों ने अपने अथक परिश्रम से जहां एक ओर आर्थिक रूप से अपने आपको आत्मनिर्भर बनाने का कार्य किया है वहीं देवभूमि की सभ्यता और संस्कृति को भी जीवंत रखा है।
महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती रेखा आर्या ने कहा कि तीलू रौतेली के जन्मदिवस के सुवअसर पर आधुनिक तीलू रौतेली व आंगनबाडी कार्यकत्रियों का सम्मान किया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा महिला सशक्तीकरण के लिए राज्य में लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। दोनों पुरुस्कारों की धनराशि बढ़ाई गई है। उन्होंने कहा कि सामाजिक भेदभाव समाप्त कर ही समाज में महिलाओं की तरक्की सुनिश्चित हो सकती है। उन्होंने तीलू रौतेली एवं ऑगनबाड़ी पुरूस्कार प्राप्त करने वाली महिलाओं को बधाई दी।
इस अवसर पर विधायक श्री खजान दास, सचिव महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास श्री हरि चन्द्र सेमवाल एवं अन्य गणमान्य उपस्थित थे।
मुख्य सचिव ने ली उच्चाधिकारियों के साथ बैठक।
मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु ने मंगलवार को सचिवालय में खाद्य पदार्थों में मिलावट के सम्बन्ध में उच्चाधिकारियों के साथ बैठक ली। मुख्य सचिव ने अधिकारियों को खाद्य पदार्थों में मिलावट रोकने के लिए ठोस योजना तैयार कर मिलावटखोरों पर कठोर कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिये। उन्होंने प्रदेश में टेस्टिंग लैब की संख्या बढ़ाने और इनके निर्माण में तेजी लाने के भी निर्देश दिए है। कहा कि खाद्य पदार्थों में मिलावट को रोकने के लिए नियमित रूप से अभियान चलाए जाएं।
मुख्य सचिव ने कहा कि खाद्य पदार्थों में मिलावट को रोकने के लिए सख्त से सख्त कदम उठाए जाने के साथ ही मिलावट के प्रति आमजन को जागरूक किया जाये। उन्होंने प्रयोग हो चुके खाद्य तेल से होने वाले नुक़सान से दुकानदारों और आमजन दोनों को छोटी छोटी वीडियोज़ के माध्यम से जागरूक किए जाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि मिलावटखोरों की जानकारी देने वालों को रिवार्ड भी दिया जाना चाहिए ताकि लोग जानकारी देने को प्रोत्साहित हों। उन्होंने मिलावट से संबंधित सभी मामलों को फास्ट ट्रैक पर निपटाने के निर्देश दिए। कहा कि मिलावट के गंभीर मामलों पर प्राथमिकता के साथ शीघ्र से शीघ्र फैसला किया जाए।
मुख्य सचिव ने कहा कि नियमित जांच और कठोर कार्रवाई से ही खाद्य पदार्थों में मिलावटखोरी को रोका जा सकता है। उन्होंने इसके लिए ठोस एक्शन प्लान के साथ ही इसके कार्यान्वयन की टाइम लाइन निर्धारित किए जाने के निर्देश दिए। मुख्य सचिव ने स्वच्छता रेटिंग प्रमाणीकरण कार्यक्रम को अभियान के तौर पर पूरे प्रदेश में शुरू किए जाने के भी निर्देश दिये।
बैठक के दौरान बताया गया कि एफडीए उत्तराखण्ड द्वारा रूको (RUCO) के तहत् प्रयोग किये जा चुके खाद्य तेल (Used cooking oil) को पिछले वर्ष की मात्रा 3046 लीटर से इस वर्ष बढ़ाकर लगभग 8000 लीटर जब्त किया गया है। खाद्य पदार्थों में मिलावट रोकने को लगातार अभियान चलाये जा रहे हैं। बताया गया कि इस बार खाद्य एवं औषधि प्रशासन उत्तर प्रदेश के साथ संयुक्त रूप से आपूर्ति स्रोत पर भी कार्रवाई की गई है।
इस अवसर पर सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण एवं आयुक्त खाद्य एवं औषधि प्रशासन उत्तराखण्ड डॉ. आर. राजेश कुमार सहित अन्य उच्चाधिकारी उपस्थित थे।
जिला खनिज न्यास फाउंडेशन न्यास की प्रबन्धन समिति कि बैठक ।
ऋषिपर्णा सभागार कलेक्टेªट में जिला खनिज न्यास समिति की बैठक माननीय विधायकगणों की उपस्थिति एवं जिलाधिकारी श्रीमती सोनिका की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। जिला खनिज न्यास फाउंडेशन न्यास की प्रबन्धन समिति द्वारा संस्तुत प्रस्ताव पर शासी परिषद के सदस्यों द्वारा जनपद अन्तर्गत समस्त विधानसभाओं में उच्च प्राथमिकता के धनराशि रू0 54257080 तथा निम्न प्राथमिकता धनराशि रू0 36171387 का अनुमोदन किया गया तथा नये प्रस्ताव पर विस्तार से चर्चा की गई।
बैठक में जिलाधिकारी ने जिला खान अधिकारी को निर्देश दिए कि समिति की बैठक से पूर्व माननीय सांसदगणो, मंत्रीगणों, विधायकगणों तथा विभाग द्वारा दिये गए प्रस्ताव के सापेक्ष समिति की बैठक में रखे जा रहे प्रस्ताव का विवरण एवं जानकारी से माननीय माननीय सांसदगणो, मंत्रीगणों, विधायकगणों को पूर्व में ही प्रेषित कर दी जाए, जिससे माननीयों द्वारा अपने क्षेत्र की श्रेष्ठ प्राथमिकताओं वाली योजनाओं को प्राथमिकता के क्रम में समिति को अवगत कराया जा सके। साथ सम्बन्धित सिंचाई, लोनिवि आदि विभागों के अधिकारियों को निर्देशित किया कि खनन न्यास से योजना प्रस्तावित करने से पूर्व सम्बन्धित माननीय मंत्रीगण, सांसदगण, विधायकगण एवं जनप्रतिनिधियों से अनुमोदन प्राप्त करने के उपरान्त ही समिति में प्रस्तावित किया जाए।
बैठक में , माननीय विधायक सहसपुर सहदेव सिंह पुंडीर, माननीय विधायक रायपुर उमेश शर्मा काऊ, माननीय विधायक चकराता प्रीतम सिंह माननीय विधायक डोईवाला बृजभूषण गैरोला, ब्लाक प्रमुख विकासनगर जशवीर सिंह, माननीय विधायक राजपुर के प्रतिनिधि विशाल गुप्ता, मुख्य विकास अधिकारी सुश्री झरना कमठान, नगर मजिस्ट्रेट प्रत्यूष सिंह, उपजिलाधिकारी मुख्यालय शालिनी नेगी, जिला खान अधिकारी श्री काजमी सहित संबंधित विभागों के अधिकारी एवं कार्मिक उपस्थित रहे।
पहाड से बोल्डर गिरने के कारण उसमें सवार दो व्यक्तियों की मौके पर मृत्यु ।
जिला मजिस्ट्रेट कालसी ने अवगत कराया है कि 11 जुलाई 2023 को प्रातः 10ः30 बजे ग्राम हरिपुर-कोटि ईच्छाड़ी मोटर मार्ग पर दुर्घटनाग्रस्त वाहन संख्या UK16-CA0397 (यूटिलिटी) ग्राम दोउ खत बिसाहल, तहसील कालसी सीमान्तर्गत पहाड से बोल्डर गिरने के कारण उसमें सवार दो व्यक्तियों की मौके पर मृत्यु एवं 04 व्यक्ति घायल हुए थे। मृतकों का नियमित पुलिस कालसी द्वारा पचायतनामा एवं पोस्टमार्टम हेतु भेजे गये थे एवं घायलों को प्राथमिक उपचार हेतु सी0एस0सी विकासनगर भेजा गया था। जिलाधिकारी द्वारा उक्त वाहन दुर्घटना की मैजिस्ट्रीयल जांच हेतु उप जिला मजिस्टेªट कालसी को देहरादून जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है।
उप जिला मजिस्टेªट कालसी से अवगत कराया है कि उक्त वाहन दुर्घटना के सम्बन्ध में यदि किसी व्यक्ति विशेष को किसी प्रकार की जानकारी हो अथवा अन्य किसी भी प्रकार से कोई सूचना देना चाहता है तो वह दिनांक 16 अगस्त 2023 तक उनके कार्यालय उप जिलाधिकारी, कालसी में प्रातः 10ः00 बजे से सांय 05ः00 बजे तक किसी भी कार्य दिवस में उपस्थित होकर अपने साक्ष्य अथवा बयान प्रस्तुत करा सकता है।
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आपदाग्रस्त क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण
जिलाधिकारी श्रीमती सोनिका ने आज डांडा लखौण्ड, आईटी पार्क में आपदाग्रस्त क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण किया। कल रात्रि में हुई भारी वर्षा के आईटीपार्क, डांडा लखौण्ड सहसस्त्रधारा रोड में पुलिया, सड़क आदि क्षतिग्रस्त हो गए जिनका जिलाधिकारी ने स्थलीय निरीक्षण करते हुए सम्बन्धित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि आपदाग्रस्त क्षेत्रों में युद्धस्तर पर कार्य करते हुए व्यवस्था बनाई जाए।
जिलाधिकारी ने सहस्त्रधारा में सोमनाथ नगर नीरू बस्ती, आईटीपार्क से लगते हुए क्षेत्र, डांडा लखौण्ड वार मेमोरियल स्कूल के क्षतिग्रस्त हुए पुस्ते, सड़क, स्कूल के क्षतिग्रस्त ग्राउण्ड दीवार का भूमि का निरीक्षण करते हुए सम्बन्धित अधिकारियों को आपदाग्रस्त क्षेत्र में आंगणन तैयार करने तथा बाड़ सुरक्षा से बचाव कार्य हेतु सिंचाई विभाग के अधिकारियों को तत्काल कार्यवाही के निर्देश दिए। साथ ही लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को सड़कों का आंगणन तैयार करते हुए सड़क निर्माण एवं वैकल्पिक व्यवस्था करने के निर्देश दिए। साथ ही निर्देशित किया कि सुरक्षा दीवार के साथ ही ड्रेनेज की उचित व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने विद्युत विभाग को क्षतिगस्त विद्युत लाईन तथा पेयजल को क्षतिग्रस्त पेयजल लाईन को युद्धस्तर पर व्यवस्थित करने के निर्देश निरीक्षण के दौरान अधि0अभि0 लोनिवि धीरेन्द्र सिंह, सहायक निदेशक सूचना बी.सी नेगी, सिंचाई, विद्युत, आदि सम्बन्धित विभागों के अधिकारी कार्मिक उपस्थित रहे।
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परेडग्राउण्ड पर स्वतंत्रता दिवस की तैयारियों
जिलाधिकारी श्रीमती सोनिका ने परेडग्राउण्ड पर स्वतंत्रता दिवस की तैयारियों एवं स्मार्ट सिटी लि0 के कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया। जिलाधिकारी ने राजपुर रोड, दिलाराम चौक, बहल चौक तक निरीक्षण करते हुए सम्बन्धित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने पेरडग्राउण्ड पर निमार्णधीन किडजोन तथा राजपुर रोड पर निर्माणधीन नेशनल मॉन्यूमेंटल फ्लैग के कार्यों का निरीक्षण किया, जिलाधिकारी स्मार्टसिटी लि0 के अधिकारियों को निर्देश दिए कि स्मार्ट के अण्डरग्राउण्ड विद्युत केबल, ड्रनेज, फुटपाथ निर्माण आदि कार्यों को मानक के अनुरूप तत्कला पूर्ण करने के निर्देश दिये ।