बागेश्वर। उत्तराखंड में हुई बारिश ने जमकर कहर बरपाया है। जिसकी तस्वीर अब सामने आने लगी है। भारी बारिश से जनजीवन तोप्रभावित हुआ ही है। साथ ही जानमाल के नुकसान की भी खबरें लगातार आ रही है। बागेश्वर के सुन्दरढूंगा घाटी में ट्रैकिंग पर गए चार पर्यटकों की मौत हो गई है। जबकि दो लापता बताए जा रहे हैं। वहीं कफनी ग्लेशियर में ट्रैकिंग के लिए गए 20 पर्यटक लापता बताए जा रहे हैं। उनके बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं है। इसके साथ ही द्वाली में भी 34 पर्यटक फंसे हुए हैं। एसडीआरएफ की टीम देर रात ही पर्यटकों की मदद के लिए रवाना हो गई थी।
उत्तराखंड में सितंबर,अक्टूबर व नवंबर का महीना पर्यटन का सीजन है। इस सीजन में बड़ी तादाद में पर्यटक पहाड़ों का रुख करते हैं। बागेश्वर जिले में तीन स्थानों सुन्दरढूंगा, कफनी और पिंडारी ग्लेशियर में पर्यटक ट्रैकिंग के लिए जाते हैं। जो 15 सितंबर से 15 नवंबर तक कराई जाती है। बताया जा रहा है कि सुन्दरढूंगा घाटी में ट्रैकिंग के लिए पर्यटक पोर्टर के साथ गए थे। जिनमें चार की मौत हो गई है और दो लापता हैं। यह जानकारी उनके साथ बतौर पोर्टर गए सुन्दरढूंगा से लौटे नेपाली युवक सुरेंद्र पुत्र हरक सिंह ने दी। उसने बताया कि एक घायल समेत चार लोग खाती गांव वापस लौट आए हैं। वहीं 20 पर्यटक कफनी ग्लेशियर की तरफ ट्रैकिंग करने गए हैं। यह भी लापता बताए जा रहे हैं। इनके बारे में कोई सूचना फिलहाल अभी तक प्राप्त नहीं हुई है। बताया जा रहा है कि ट्रैकिंग पर जाने वाले पर्यटकों के पास भोजन का सिमित स्टाक होने के कारण उनके सामने भी मुसीबत खड़ी हो सकती है। उन्हें जल्द ढूंढकर रेस्क्यू नहीं किया गया तो अनहोनी हो सकती है। बताया जा रहा है कि ट्रैक पर गए और भी पर्यटक फंसे हो सकते हैं। धीरे-धीरे जानकारी सामने आएगी। जिला प्रशासन ने पिंडारी की तरफ दो टीमें भेज दी हैं। एसडीएम परितोष वर्मा ने बताया कि सुन्दरढूंगा की तरफ भी एसडीआरएफ की टीम रवाना कर दी गई है। इसके अलावा मेडिकल टीम भी रवाना हो गई है। जिला पूर्ति विभाग भोजन के पैकेट की व्यवस्था करेगा। उन्होंने बताया कि द्वाली में आठ विदेशी और 10 देशी समेत 34 लोग फंसे हुए हैं और सभी सुरक्षित हैं। उन्हें रेस्क्यू करने की कोशिश की जाएगी। इधर जिला आपदा अधिकारी शिखा सुयाल ने बताया कि रेस्क्यू टीम रवाना हो गई है. हेलीकॉप्टर से भी रेस्क्यू किया जाएगा।