देहरादून : विदेशी फेसबुक फ्रेंड ने दून के एक चिकित्सक से 91 हजार रुपये ठग लिए। चिकित्सक की तहरीर पर पुलिस ने विदेशी महिला समेत दो के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया है।
डॉ.जेके मिश्र का हरिद्वार रोड पर क्लीनिक है। उन्होंने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि नवंबर में फेसबुक पर वेन्सिया गॉडविन नाम की महिला की उन्हें फ्रेंड रिक्वेस्ट आई। इसे स्वीकार करने के बाद दोनों में चैटिंग होने लगी। कुछ दिन बाद महिला ने कहा कि वह फेसबुक पर ज्यादा देर नहीं रहती, लिहाजा उसने एक मोबाइल नंबर देते हुए वाट्सएप पर चैटिंग करने का आग्रह किया।
वाट्सएप पर चैटिंग के दौरान वेन्सिया ने बताया वह भारत घूमने आना चाहती है। कहा कि जब वह उसे घुमाने के लिए तैयार होंगे, तभी वह भारत आएगी। इस पर उन्होंने हामी भर दी। इसके एक रोज बाद उसने वाट्सएप पर संदेश दिया कि वह 28 दिसंबर को दिल्ली आ गई है। दिल्ली पहुंचने पर वेन्सिया ने उन्हें फोन कर बताया कि उसका वीजा यहां वैध नहीं है, लिहाजा उस पर कस्टम ने पेनाल्टी लगा दी है। उसके पास रॉयल बैंक ऑफ स्कॉटलैंड का पचास हजार पाउंड का डीडी है, जो लंदन जाने पर ही कैश होगा।
उसने कहा कि वह कस्टम के एकाउंट में 35,800 रुपये जमा करा दें। इस पर उन्होंने कस्टम का अधिकारी बनकर फोन करने वाले देवाशीष नाम के शख्स के खाते में उक्त रकम जमा करा दी। अगले दिन विदेशी महिला का फिर फोन आया, तब उसने बताया कि वह लंदन पहुंच गई।
मगर रॉयल बैंक ऑफ स्कॉटलैंड ने उसके डीडी को कैश करने के लिए 55,200 रुपये और मांगे हैं। डॉक्टर ने यह रकम भी देवाशीष के खाते में जमा करा दी। 30 दिसंबर को वेन्सिया ने चिकित्सक को एक लिंक भेजा और कहा कि पैसे उनके खाते में भेजे जा रहे हैं, लेकिन यह झूठ निकला। कुछ दिन बाद विदेशी ने एक लाख रुपये और मांगे तो चिकित्सक को ठगे जाने का शक हुआ।
इंस्पेक्टर राजेश शाह ने बताया कि बैंक अकाउंट और मोबाइल नंबरों की जांच के साथ साइबर सेल के माध्यम से फेसबुक की भी जांच की जा रही है। चिकित्सक ने जिस बैंक में रकम जमा कराई है, वह असोम में है। वहां भी संपर्क किया जा रहा है।