मसूरी। विश्व स्तर पर फैले कोरोना वायरस की दहशत का असर उत्तराखंड के पर्यटन स्थलों के होटल और पर्यटन उद्योग के ऊपर भी देखा जा रहा है। कोरोना वायरस के कारण सरकार द्वारा 31 मार्च तक सभी स्कूल की की छुट्टियां कर दी गई हैं, जिसके कारण विभिन्न प्रदेशों के मसूरी पढ़ रहे बच्चे वापस अपने घरों को जाने को मजबूर हैं।
ऐसे समय में कोरोना वायरस को लेकर मसूरी में पर्यटन व्यवसाय में भारी असर पड़ा है। मसूरी में छोटे-बड़े तमाम होटलों में 70 से 80 प्रतिशत कमरे खाली हैं। विदेशी टूरिस्ट और देश के अन्य हिस्सों से आने वाले पर्यटक स्थलों पर जाने से कतरा रहे हैं। होटल व्यवसायी अरविंद सेमवाल, ओमप्रकाश थपलियाल और धर्मपाल पंवार ने बताया कि लगभग 80 प्रतिषत बुकिंग कैंसिल हो चुकी है। जिसका असर स्थानीय और प्रदेश की आर्थिकी पर भी पड़ा है। वहीं रोजगार में भी इसका सिधा असर देखा जा रहा है। मसूरी में होटल और रेस्टोरेंट स्वामी अपने स्टाफ की छटनी करने को मजबूर है।
मसूरी व्यापार मंडल के सचिव जगजीत कुकरेजा ने कहा कि विश्व में फैले कोरोना वायरस के कारण मसूरी में व्यापार पर बुरा असर पड़ा है। मसूरी में पर्यटकों की आमद काफी कम हो गई है। वहीं स्कूल और अन्य संस्थान बंद होने के कारण व्यापार कम हो गया है।