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जिलाधिकारी डा. आशीष चौहान पैदल 14 किमी खड़ी चढ़ाई चढ़कर ओसला पहुंचे

Pahado Ki Goonj

मोरी उत्तरकाशी / ( मदन पैन्यूली) जन समस्याओं के निराकरण के प्रति बेहद गंभीर जनपद के युवा जिलाधिकारी डा. आशीष चौहान 14 किमी. की पैदल खड़ी चढ़ाई चढ़कर जनपद के सुदूवर्ती गांव ओसला पहुंचे।

जिलाधिकारी डा. चौहान ने सुदूवर्ती गांवों का ताबड़तोड़ भ्रमण कर आमजन की मूलभूत समस्याओं का निराकरण उनके द्वार पर ही किया। गौरतलब है कि जिलाधिकारी ने गत माह को सीमावर्ती गांव लिवाड़ी, फिताड़ी और अब ओसला,पंवाणी,गंगाड़ का भ्रमण कर स्थानीय ग्रामीणों की मूलभूत समस्याओं के निराकरण कर ग्रामीणों को सौगात देकर भविश्य में नियोजित ढंग से सीमावर्ती गांव में विकास कार्य करने की अभिनव पहल की शुरुआत की है।

जिलाधिकारी ने कहा कि सुदूवर्ती गांवो के लिए बेहतर सुविधा मुहैया कराने हेतु स्पेशल डेस्क अधिकारियों की तैनाती की जाएगी। जो प्रति तीन माह के भीतर सुदूवर्ती गांव में जाकर वहां की मूलभूत सुविधाओं के बारे में रिर्पोट को प्रस्तुत करेंगे। 

विकास खण्ड मोरी के अन्तर्गत सीमावर्ती ओसला गांव में समेश्वर मंदिर परिसर में जन समस्याओं के निराकरण के लिए जिलाधिकारी की अध्यक्षता में बहुउद्देशीय शिविर आयोजित किया गया शिविर में अग्निशमन कल्याण, पूर्ति, व विद्युत विभाग ने विभागीय स्टॉल स्थापित कर ग्रामीणों को विभागीय योजनाओं की विस्तार से जानकारी दी। स्वास्थ्य विभाग ने 211 लोगों का स्वास्थ्य की जांच कर आवश्यक दवाईयां ग्रामीणों को मुहैया करवायी जबकि पशुपालन विभाग ने छोटे बड़े पशुओं के उपचार हेतु 110 ग्रामीणों को दवाईया व कृषि विभाग ने कृषि यंत्र, व दवाईया वितरण की। मत्स्य, व समाज कल्याण विभाग ने विभागीय योजनाआें की जानकारी दी। शिविर में आयी ओसला गावं की 35 वर्शीय विधवा बिन्दरी देवी ने बताया कि वह विधवा है लेकिन विगत तीन वर्शो से मेरी विधवा पेंशन नहीं लग पायी हैं। जिस पर जिलाधिकारी ने सहायक समाज कल्याण अधिकारी को निर्देष दिए कि बिन्दरी देवी के समस्त दस्तावेजों को संकलित करते हुए लाभान्वित करना सुनिश्चित करें। 

शिविर में आयी 12 वर्षीय बालिका राजमणी पुत्री संग्रामू के पेट में अलसर (पेट बढ़ा हुआ) की समस्या होने पर जिलाधिकारी ने तत्काल बालिका के उपचार हेतु जिला चिकित्सालय को रैफर करवाया गया। जहां बालिका का निशुल्क उपचार किया जाएगा। नाईट ब्लाइंड 13 वर्षीय बालिका मनीशा ने बताया कि मुझे दिन में दिखाई देता है लेकिन रात को दिखाई नहीं देता हैं जिस पर जिलाधिकारी ने बालिका को विटामीन ए देने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग को दिए।

ग्रामीणों ने अपनी प्रमुख मांगे सड़क, पेयजल, व दूरभाष को लेकर रखी। ग्रामीणों ने हरकीदून ट्रैक मार्ग को 12माह खुला रखने की मांग भी की। जिस पर जिलाधिकारी ने कहा कि सड़क की डीपीआर शासन को भेज दी गई है। सीमावर्ती गांव ओसला, पंवाणी, गंगाड़ व डाटमीर के लिए कनेक्टिवीटी हेतु एक-एक डीएसपीटी फोन स्थापित करने के निर्देश जिला आपदा प्रबन्धन को दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि गांव की कनेक्टिविटी के साथ-साथ यह डीएसपीटी फोन आपदा के दौरान भी उपयोग में लाया जाएगा।

सुदूवर्ती गांव में ठंड से बचने हेतु घरों में लकड़ी व पशुओं के लिए चारा बरामदें में रखा जाता हैं जिससे आग लगने की सम्भावना ज्यादा बनीं रहती हैं। ग्रामीणों को जागरूक करने के उद्देश्य से अग्निशमन,एसडीआरएफ व आपदा प्रबन्धन विभाग की ओर से ग्रामीणों को प्रशिक्षण दिया गया। ग्रामीणों ने भी जागरूकता का परिचय देते हुए भविष्य में घास व लकड़ी मकान में नहीं रखने को लेकर स्थानीय बोली में समेश्वर देवता की शपथ ली। जिलाधिकारी ने ग्रामीणों से अपील करते हुए कहा कि प्रत्येक घर पर एक-एक निजी छोटे अग्निशमन यंत्र रखें जाए। जबकि अग्निशमन विभाग को प्रत्येक गांव में एक-एक बड़े अग्निशमन यंत्र रखने के निर्देश दिए। ताकि आगजनी होने पर अग्निशमन यंत्रों को तत्काल उपयोग में लाया जा सके। जिलाधिकारी ने प्रत्येक गांव में दो-दो स्टेक्चर भी उपलब्ध कराने के निर्देश जिला आपदा प्रबन्धन को दिए। इस दौरान जिलाधिकारी ने सांकरी सौड़ में अजितपाल के मकान भू-धसांव से क्षतिग्रस्त होने का भी निरीक्षण किया। 
शिविर में जिलाधिकारी डा. चौहान ने जरूरतमंद लोगों को ठंड से बचने के लिए महिलाओं व बृद्धजनों को गर्म स्वेयटर व कंबल वितरीत किए तथा छोटे-छोटे बच्चों को प्यार व दुलार करते हुए चॉकलेट बांटी ।

उसके उपरान्त जिलाधिकारी आशीष चौहान के नेतृत्व में अधिकारियों/कर्मचारियों व जनप्रतिनिधियों के द्वारा ओसला हरकीदून ट्रेक मार्ग व प्राकृतिक स्त्रोत के पास सफाई अभियान चलाया गया। करीब 12 बैग कूड़ा एकत्र कर निस्तारित किया गया।

इस दौरान उप जिलाधिकारी पूरण सिंह राणा, सहायक निदेशक मत्स्य प्रमोद शुक्ला,उप पशुचिकित्साधिकारी हिमांशु पांण्डेय, मुख्य कृषि अधिकारी गोपाल सिंह भंडारी, तहसीलदार माधोराम शर्मा, राजपाल सिंह रावत, बचन पंवार, कृपाल सिंह राणा,अजितपाल सिंह रावत,सहजराम राणा,जिला समन्यवयक आपदा जय पंवार, शार्दुल गुसांई,ग्राम प्रधान ओसला सुशीला राणा, उमराल सिंह द्र,विपूल भट्ट सहित सैकड़ो ग्रामीण उपस्थित थे।

 

 

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