13 अप्रैल 2018 से अनिश्चित कालीन धरना, आज 8वें दिन (23 अप्रैल) को भी यूसैक कार्यालय के बाहर शांति पूर्वक ढंग से जारी रहा।
धरने से पूर्व शीला रावत न्याय की गुहार को जिलाधिकारी कार्यालय (जन शिकायत निवारण शिविर) पहुंची।
आज धरने पर शीला रावत के समर्थन में प्रिया सिल्सवाल, सुलोचना बहुगुणा, रजनी मलासी, योधराज त्यागी, राकेश जदली, कुलदीप मधवाल, भार्गव चंदोला, राजेंद्र सिंह नेगी, उत्तम भंडारी, रमेश रावत आदि मौजूद रहे।
शीला की प्रमुख मांगे-
1. विभाग में 7 वर्ष से निरन्तर कार्यरत महिला कर्मी को उत्पीड़न कर बाहर करने के निर्णय को वापस लेकर, सम्मान विभाग में वापसी।
2. आउट सोर्स पर तैनात सभी कर्मियों की विभाग में स्थाई नियुक्ति।
3. प्रतिनियुक्ति पर तैनात निदेशक एम. पी. एस. बिष्ट पर महिला उत्पीड़न व तानाशाही को लेकर कार्यवाही।
4. विभाग में व्याप्त अनियमित्ताओं की निष्पक्ष जांच।
5. विभाग में महिला उत्पीड़न रोकने के लिए, वूमैन सेल का गठन।
साथ ही, यह संदेश भी दिया कि उनकी यह लड़ाई उन तमाम साथियों के हित में है जो किसी न किसी प्रकार से अधिकारियों के उत्पीड़न के शिकार होकर अपनी आवाज नहीं उठा पाते।
भवदीय
शीला रावत, +91 7017671075