देहरादून। उत्तराखण्ड में डेंगू इस बार महामारी का रूप लेने लगा है। जोकि अब पूरे प्रदेश के लिए चिंता का विषय बनता जा रहा है। डेंगू के प्रकोप के चलते अब पूरे प्रदेश में भय और असुरक्षा का माहोल बना हुआ है। जहां देहरादून में डेंगू के मरीजों की संख्या लगभग 2000 के करीब पहंुच रही है तो वहीं राजधानी दून के बाहर क्षेत्रों में भी डेंगू पूरी तरह से पांव पसार रहा है। देश के टॉप टेन थानों में शुमार ऋषिकेश कोतवाली में 5 दरोगा समेत 23 पुलिसकर्मियों को डेंगू हो गया है। योग और आध्यात्म की नगरी के रूप में दुनिया भर में मशहूर ऋषिकेश में इतनी बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को डेंगू होना स्वास्थ्य विभाग की पोल खोल रहा है। चिंता की बात इसलिए भी है क्योंकि ऋषिकेश में बड़ी संख्या में विदेशी भी आते हैं और इसलिए यहां की सफाई, स्वास्थ्य व्यवस्था का दुरुस्त होना एक तरह से देश की छवि निर्माण का भी काम करता है। इसके अलावा पुलिसकर्मियों के बीमार होने की वजह से सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। ऋषिकेश कोतवाली के आधे से ज्यादा पुलिसकर्मी डेंगू की चपेट में हैं। हालत यह है कि बैरेक खाली नजर आ रहे हैं। यहां मच्छरदानियां तो हैं लेकिन ऐसा लगता है कि यह अपना काम ठीक से नहीं कर पाईं। कोतवाली का भोजनालय भी सुनसान पड़ा है और भोजनालय का कर्मचारी खुद डेंगू की चपेट में है।