देहरादून नगर निगम स्मार्ट सिटी होने जारहा है आयेदिन शहर में कुड़े की ढेरों ढेर दिखाई देती है देहरादून पहाड़ ही छेत्र का ही नहीं पूरे देश के ही नहीं विदेशों के बच्चों का शिक्षा का हब है ।आर्मी के अधिकारियों का प्रशिक्षण केन्द्र है मित्र राष्ट्र के अधिकारियों का बाजार आना जाना होता है हम बात कर रहे हैं देहरादून राज पुर रोड़ रोहणी प्लाजा 11/10 के रास्ते की वहां पर साइबर कैफे है रविवार को इंडियन मिलिट्री एकेडमी ima के प्रशिक्षण लेने वाले देश विदेश के जन्तुलमैन साइबर कैफे में आते है ।जिससे आमजनो को भी दिक्कत होती है।उसके आगे डॉ रुक्मिणी का अस्पताल है।फिर एजंडा बीजनेस सेंटर है ।जहाँ पर काफी कार्यलयों में आदिमयों का बराबर आनाजाना लगा रहता है ।रोहणी प्लाजा में काफी भीड़ बनी रहती है ।यही गली आम जनता के चलने का रास्ता है। इसी भवन में बैंक ऑफ़ इंडिया की मुख्य शाखा है जो बढ़ती आवादी एवं ग्राहकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए अब न्यू एम्पायर सिनेमा घर में बैंक आफ इंडिया की मुख्य शाखा खुलने जारही है ।इन दोनों स्थानों की बीच गन्दगी का अंबार लगा है।देहरादून में डेंगू के मरीजों को अभी तक इलाज किया जारहा है। स्मार्ट सीटी में ऐसी चूक व लापरवाही बरतने में जनता को बीमारी देने के लिए एक हब है । देहरादून शहर में गन्दगी की सफाई न होने की दाशा मे बीमारी के बढ़ने के असर से जनता परेशान रहती है । सफाई के लिए नगर निगम की सफाई टीम को समय पर सफाई अभियान चलाने कार्य करना चाहिए।आजकल वर्षा में कीचड़ होने से बीमारी का खतरा बढ़ता है। इस सम्बंध में न्यूज पोर्टल ने व पहाड़ों की गूंज राष्ट्रीय हिंदी साप्ताहिक पत्र ने जनता की परेशानी को दूर करने का हल निकालने की सलाह दी थी। शहर दक्षिण भारत के शहरों में रात्रि को सफ़ाई कार्य किया जाता है ।यहाँ भी रात्रि मे किया जाय।
इसके साथ फायदे एक दम दिखाई देंगें ।
एक तो दिन में कचरा प्रबंधन की गाड़ी से कचरा लेजाते समय लोगों को नाक बन्द नहीं करनी पड़ेगी । दूसरा गाड़ी से कचरा इधर उधर नहीं गिरेगा।
तीसरा रात्रि के समय सफाई करने से मोहल्ले गलियों में चोर रात्रि में नहीं घुस पाएंगे।चौथा सफ़ाई कर्मचारियों को दिन के समय मे अपने अन्यकार्य करने का मौका मिलेगा।पांचवां शहर साफ रहेगा ।छटा फायदा यह होगा कि पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। रोजगार बढ़ेगा।इस समय ज्वंलत समस्या यह है कि कचरा प्रबंधन का कार्य करने वाले कर्मचारी यह कचरा हमेशा उठाने का कार्य करें।राज धानी में नगर विकासआयुक्त का ध्यान नाक के नीचे यह जान लेवा गन्दगी को दूर करने के लिए कब जाएगा यह प्रश्न आने जाने वाले हजारों लोगों के जेहन में है।
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जनता का बड़ा सवाल
जो अधिकारी उत्तराखंड से रिटायर हो रहे हैं।वह जीवन भर उत्तराखंड के लिए तो कुछ कर नहीं पाया रिटायरमेंट के बाद भी उन्हें पद दिया जा रहा है।सिर्फ और सिर्फ प्रदेश के ऊपर कर्ज का मर्ज़ बढ़ाने के लिए।इस पद पर पढ़े लिखे अनुभव रखने वाले,सामजिक कार्यकर्त्ताओं को रोजगार देकर सम्मानित करने का काम सरकार को करने की आवश्यकता है । ताकि नई सोच जोश के साथ उत्तराखंड के विगड़े भविष्य को सुधारने का कार्य युवा पीढ़ी द्वारा किया जा सके।