रुद्रपुर। पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि भाजपा सरकार तानाशाही रवैये पर उतर आई है। लोकतंत्र को कुचला जा रहा है। लोकतांत्रिक अधिकार का हनन हो रहा है। किसानों पर तीन काले कृषि कानून थोप दिए गए हैं। इसके विेराध में बार्डर पर किसान आंदोलन कर रहे हैं। आंदोलन के दौरान 400 से 500 किसान दम तोड़ दिए हैं। इसका सरकार को कोई दर्द नहीं है। सरकार के तानाशाही रवैये को उजागर किया जाएगा। पंजाब में दलित के बेटे को सीएम बनाया गया है। उत्तराखंड में भी दलित के बेटे को सीएम बनाया जाएगा।
लखीपुर खीरी घटना के विरोध में पूर्व सीएम रावत गुरुवार को बाजपुर से लखीमपुर खीरी तक मार्च निकाल रहे हैं। बाजपुर से जब पूर्व सीएम का काफिला काशीपुर हाईवे स्थित एलायंस कालोनी के पास पहुंचा तो कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया। इस दौरान पूर्व सीएम रावत ने पत्रकारों को बताया कि कानून का विरोध कर रहे हैं तो हरियाण में पुलिस लाठियों से मार रही है। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में केंद्रीय राज्य मंत्री के बेटे ने गाड़ी से किसानों व पत्रकारों को कुचल दिया है। किसानों को केेंद्रीय राज्य मंत्री ने जिस तरह उकसाया है। इन्हें बर्खास्त किया जाना चाहिए। मंत्री के बेटे की गिरफ्तारी होनी चाहिए।भाजपा के खिलाफ देशव्यापारी आंदोलन चल रहा है। जब तक तीनों काला कानून वापस नहीं होगा, देश में अलग-अलग तरीके से लड़ाई जारी रहेगी। भाजपा कि खिलाफ देश में जन जागरण अभियान चलाया जाएगा। भाजपा सरकार की तानाशाही रवैये के कारण लखीमपुरी खीरी में पीड़ितों के आंसू पोछने के लिए राहल व प्रियंका गांधी जा रही थी तो उन्हें नहीं जाने दिया गया। प्रियंका को सीतापुर में हिरासल में ले लिया गया। प्रधानमंत्री मोदी का निरंतर राहुल जवाब दे रहे हैं। चाहे अर्थव्यवस्था का सवाल हो या जीएसटी, नोटबंदी, कोरोना काल में आक्सीजन की कमी जैसे सभी सवालों का जवाब राहुल गांधी ने जनता की तरह से दिया है। भाजपा कार्यकर्ता असहज हैं। कहीं के सीएम बदल दिए जा रहे हैं तो कहीं सभी मंत्री। यह टोटका चुनाव में काम नहीं आने वाला है। इस मौके पर प्रदेश कार्यकारिणी अध्यक्ष तिलकराज बेहड़, मंडी समिति के पूर्व अध्यक्ष अरुण पांडेय, जगदीश तनेजा, मीना शर्मा आदि मौजूद थे।