संवाददाता
देहरादून,24 मई। उत्तराखण्ड कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने भाजपा सरकार के बुद्धि शुद्धि के लिए प्रदेश मुख्यालय में सांकेतिक उपवास रखकर अपना विरोध प्रकट किया। उपवास में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह भी शामिल हुए। कांग्रेस पार्टी ने आरोप लगाया कि ब्लैक फंगस को सरकार ने महामारी घोषित किया है। लेकिन राज्य सरकार ने ब्लैक फंगस के इलाज की कोई तैयारियां नहीं की हुई हैं। सांकेतिक उपवास में शामिल हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने भाजपा सरकार पर कोरोना महामारी को लेकर जमकर निशाना साधा। प्रीतम सिंह ने कहा कि कोरोना महामारी से निपटने में सरकार पूरी तरह से विफल साबित हुई है। सरकार को कोरोना संक्रमण से लड़ने के लिए जो व्यवस्थाएं करनी चाहिए थीं सरकार ने समय रहते उन व्यवस्थाओं को नहीं किया। जिस कारण प्रदेश के भीतर लोग कोरोना संक्रमण से अकाल मृत्यु को प्राप्त हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज राज्य के हालात बद से बदतर हो गए हैं। ऊपर से प्रदेश में ब्लैक फंगस ने भी दस्तक दे दी है। लेकिन इसके इलाज की सरकार ने कोई व्यवस्थाएं नहीं की हैं। इसलिए आज कांग्रेस जनों को उपवास रखने के लिए बाध्य होना पड़ा है।पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस महासचिव हरीश रावत ने कहा कि यह विपक्ष का रचनात्मक दायित्व बनता है कि हम विपक्ष के रूप में ही काम करें। हरीश रावत ने कहा कि एक तरफ कांग्रेस के लोग कोरोना पीड़ित लोगों की मदद कर रहे हैं और कोरोना संक्रमण के रोकने के उपायों में पहल करते हुए सरकार का साथ दे रहे हैं। लेकिन राज्य सरकार जानबूझकर अपने कर्तव्यों का निर्वाह नहीं कर रही है. इसलिए कांग्रेस जन मौन उपवास और अन्य माध्यमों से सरकार की उन कमियों को उजागर कर रहे हैं। ताकि सरकार पर जन दबाव पैदा किया जा सके और राज्य सरकार अपनी कमियों को दूर कर सके।