देहरादून। उत्तराखंड में तपोवन त्रासदी को लेकर जहां एक तरफ राहत एवं बचाव कार्य जारी है तो वहीं दूसरी तरफ विपक्ष भी अपनी भूमिका अदा करने के लिए प्रयास करता हुआ दिखाई दे रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के नेतृत्व में कांग्रेसी प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से आज उनके आवास पर मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने 6 सूत्रीय मांगपत्र भी सीएम को सौंपा।
उत्तराखंड में तपोवन त्रासदी को लेकर कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल घटनास्थल पर भ्रमण कर वहां के हालातों को जानने के बाद आज मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से मिला। प्रतिनिधिमंडल में प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत मौजूद रहे। इस दौरान मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के सामने कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने 6 सूत्रीय मांग पत्र रखा। इसमें घटनास्थल पर हो रहे कार्यों में समन्वय की कमी होने की भी जानकारी प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री को दी।
कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि रैणी में हुए हादसे से सबक लेते हुए पावर प्रोजेक्ट जो कि निर्माणाधीन है। उसमें सुरक्षा के हिसाब से व्यवस्थाओं को देखा जाए। इसके अलावा ग्लेशियर को लेकर समय पर जानकारी मिले इसके लिए भी अध्ययन होना चाहिए। खासतौर पर वह जगह जहां पर पावर प्रोजेक्ट हैं या फिर आबादी क्षेत्र रहता है। कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि देखा गया है कि परियोजना में बैकअप सेफ्टी प्लान नहीं था, इसलिए ऐसे प्लान भी तैयार रहने चाहिए।
इसके अलावा कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री के सामने प्रस्ताव रखा कि इन सभी साथियों के साथ ही राज्य में प्रभावित क्षेत्रों के विस्थापन और मृतकों के परिवारों के सदस्यों को नौकरी देने समेत प्रभावित क्षेत्रों के विकास को लेकर केंद्र से भी बजट की व्यवस्था की जाये। इसके लिए सत्ता दल और विपक्ष के प्रतिनिधि केंद्र में केंद्रीय मंत्रियों से भी मुलाकात कर सकते हैं।