देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मंगलवार को गढ़वाल कमिश्रर कैंप ऑफिस में औचक निरीक्षण किया। जिससे अधिकारी और कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री फाइल लटकाने के मामले को लेकर कैंप ऑफिस में पहुंचे हैं। इस मामले में मुख्यमंत्री द्वारा बड़ी कार्रवाई भी की जा सकती है।
औचर निरीक्षण के दौरान मुख्य सचिव ओम प्रकाश भी मुख्यमंत्री के साथ मौजूद रहे। इस दौरान मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उपस्थिति पंजिका की जांच की। जिसमें कई कार्मिकों के हस्ताक्षर नहीं पाए गए।
वहीं फाइलों के मूवमेंट को लेकर बड़ी खामियां मिली हैं। बता दें कि देहरादून के स्तर पर तैयार होने वाली फाइल और डाक पौड़ी मुख्यालय भेजी जाती है। इन फाइलों के निस्तारण में अत्यधिक विलंब हो रहा है। जिसे लेकर मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव ने स्टाफ को फटकार भी लगाई। इस दौरान काम में लापरवाही कर रहे कुछ कर्मचारियों का वेतन रोकने के निर्देश भी दिए गए।
वहीं स्टाफ का कहना है कि मौखिक आदेश पर फाइलें पौड़ी भेजी जाती हैं। कुछ साल पहले कमिश्नर कार्यालय के पीएस ने यह आदेश दिया था। जिस पर मुख्य सचिव ने हैरानी जताई। उन्होंने जल्द इस व्यवस्था को बदलने के निर्देश दिए।