सीएम मॉनिटरिंग डैश बोर्ड के जरिए अब विभिन्न विभागों के परफॉर्मेन्स की रैंकिंग भी की जाएगी।
इसमें सर्विस डिलीवरी पर विशेष बल दिया गया है। नागरिक सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए मुख्यमंत्री खुद डैशबोर्ड के माध्यम से विभागों के जन सेवाओं का अनुश्रवण करते हैं। डैशबोर्ड में हरे रंग से 75 से 100 प्रतिशत तक उत्कृष्ट परफॉर्मेन्स वाले विभागों को रखा गया है। अच्छी परफॉरमेंस वाले विभागों को पीले रंग से दर्शाया गया है। खराब परफॉर्मेन्स वाले विभागों को लाल रंग से फ्लैग किया जाएगा।
मुख्य सचिव श्री उत्पल कुमार सिंह, शुक्रवार को सचिवालय में सीएम डैशबोर्ड उत्कर्ष (उत्तराखंड अचिविंग रिजल्ट्स इन सिस्टेमेटिक एंड होलिस्टिक वे) की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हर महीने की 10 तारीख तक सभी विभाग पोर्टल पर डेटा एंट्री कर दें। 11 से 14 तक प्रमुख सचिव, सचिव स्तर पर बैठक हो जाय। मुख्य सचिव महीने में एक बार समीक्षा करेंगे।
मुख्यमंत्री के स्तर से दो महीने में अनुश्रवण किया जाएगा। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी विभाग पहली तिमाही के वित्तीय और भौतिक लक्ष्य 10 मई तक पोर्टल पर अपलोड कर दें। सचिव मुख्यमंत्री श्रीमती राधिका झा ने बताया कि पहले चरण में 14 विभागों के 88 केपीआई(की परफॉरमेंस इंडिकेटर) बनाये गए हैं। केंद्र और राज्य सरकार के 116 प्राथमिकता वाले कार्यक्रम मॉनिटरिंग के लिए रखे गए हैं। डैशबोर्ड के 42 यूजर हैं। 90 यूजर को दो दिन की ट्रेनिंग दी गई है। बैठक में दूसरे चरण के लिए 14 विभागों के 35 प्राथमिकता वाले कार्यक्रमों की मंजूरी दी गई। दूसरे चरण के लिए अल्पसंख्यक कल्याण विभाग, आबकारी विभाग,आवास विभाग, उच्च शिक्षा, बाल विकास एवं सेवा योजन, खेल विभाग, डेयरी, तकनीकी शिक्षा, पंचायतीराज, पर्यटन, परिवहन, पशुपालन, राजस्व, उद्योग, श्रम, शहरी विकास, सूचना प्रौद्योगिकी विभागों के केपीआई को मंजूरी दी गई।
बैठक में प्रमुख सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, श्रीमती मनीषा पंवार, सचिव श्रीमती राधिका झा, डाॅ.भूपेंदर कौर औलख, आरके सुधांशू, आर.मीनाक्षी सुंदरम, नितेश झा, डी.सेंथिल पांडियन, अमित नेगी, अपर सचिव श्रीमती ज्योति नीरज खैरवाल, आशीष श्रीवास्तव, राम विलास यादव सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
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