देहरादून। उत्तराखंड में कोरोना से हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। हॉस्पिटलों में कोरोना मरीजों के लिए बेड कम पड़ रहे हैं। पिछले साल देहरादून के रायपुर स्टेडियम में कोविड केयर सेंटर बनाया गया था। इसका बुधवार को मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने निरीक्षण किया।
उत्तराखंड में जिस तरह के कोरोना रफ्तार पकड़ रहा है। उसको देखते हुए कोविड केयर सेंटर में बेड की संख्या बढ़ाने के साथ ही सुविधाओं पर विशेष काम किया जा रहा है। इसी को देखते हुए बुधवार को मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने रायपुर स्टेडियम में बने कोविड केयर सेंटर का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कोविड केयर सेंटर में सुविधाओं को जायजा लिया। कोविड केयर सेंटर में बेड की उपलब्धता बनाये रखने और संख्या बढ़ाने को लेकर भी निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से भी बातचीत की. सीएम ने कोविड केयर सेंटर की मॉनिटरिंग से लेकर यहां पर भर्ती होने वाले मरीजों की सुविधाओं का ध्यान रखने जैसी जरूरी बातों पर भी अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए हैं।
बदलते मौसम में शीतल पेय का इस्तेमाल नुकसान दायक
हल्द्वानी। मौसम बदलने के साथ ही अस्पतालों में उल्टी-दस्त, सर्दी-जुकाम, खांसी और बुखार के मरीजों की संख्या में इजाफा होने लगा है। बदलते मौसम में शीतल पेय पदार्थ लोगों की सेहत खराब कर सकते हैं। ऐसे में कोरोना काल के मद्देनजर और बदलते मौसम को देखते हुए लोगों को शीतल पेय पदार्थ पीने से परहेज करने की जरूरत है। डॉक्टरों की मानें तो कोरोना संक्रमण के बीच शीतल पेय पदार्थ पीने के अलावा खुले हुए खाद्य पदार्थ खाना, बासी खाना सेहत के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। बढ़ते तापमान के साथ लोग गर्मी से बचने के लिए शीतल पेय पदार्थ, कोल्ड ड्रिंक, लस्सी, शिकंजी, बर्फ के जूस, गन्ने का ठंडा जूस पीकर अपनी गर्मी को भगाने का काम कर रहे हैं। लेकिन यही शीतल पेय पदार्थ आपकी सेहत को खराब कर सकते हैं। ऐसे में कोरोना संक्रमण के बीच शीतल पेय पदार्थ लोगों की सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकते हैं। हल्द्वानी बेस अस्पताल के चिकित्सक डॉ. एसएस बिष्ट के मुताबिक बेस अस्पताल में इन दिनों सर्दी, जुकाम और बुखार के अलावा उल्टी दस्त के मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। ऐसे में बदलते मौसम में अब लोगों को अपनी सेहत को ध्यान में रखते हुए शीतल पेय पदार्थ के अलावा बासी भोजन और खुले में बिकने वाले खाद्य पदार्थ को खाने से परहेज करने की जरूरत है। जिससे कि बीमारी से बचा जा सके.डॉ एसएस बिष्ट के मुताबिक सर्दी, जुकाम और बुखार कोविड के लक्षण हो सकते हैं। ऐसे में अगर मरीज के अंदर इस तरह का कोई लक्षण हो तो टेस्ट जरूर करवाएं. साथ ही मौसम को ध्यान में रखते हुए ठंडे पेय पदार्थ पीने वालों को सावधानी बरतने की जरूरत है।