मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिह रावत ने एपीजे अब्दुल कलाम सभागार, रूद्रपुर में आयोजित जनपद ऊधम सिंह नगर में किये जा रहे विकास कार्यो की समीक्षा की। उन्होनेे कहा कि अधिकारी हमेशा विकास कार्यो को मूर्तरूप देने से पहले जनप्रतिनिधियों, विधायकों एवं सांसदो से भी राय मशविरा करें। उन्होने कहा कि जनप्रतिनिधियों के पास वास्तविक जानकारियां होती है और प्रत्येक विधायक क्षेत्र की जरूरतों के अनुसार विकास कार्यो को अच्छा अंजाम दे सकते हैं। उन्होने कहा जो अधिकारी अपनी जिम्मेदारी नही निभा रहे है, यह भी एक प्रकार का भ्रष्टाचार हैं।
मुख्ययमंत्री त्रिवेन्द्र ने अधिकारियों को नसीहत देते हुये कहा कि वह नई कार्य संस्कृति के अनुरूप अपने अनुभवो का समावेश करते हुये तत्परता के साथ विकास कार्यो को निर्धारित समय सीमा मे पूरा करें। उन्होने कहा सरकारी धन का दुरूपयोग किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नही किया जायेगा। उन्होंने काह कि सबका साथ सबका विकास की भावना से प्रदेश सरकार विकास कार्यो को धरातल तक पहुचाने के लिए कृतसंकल्प है। कुशल अधिकारियो एवं जनप्रतिनिधियो के अनुभवो के तालमेल से विकास कार्यो को त्वरित गति से संचालित किया जाय।
मुख्यमंत्री के समक्ष जनपद ऊधमसिंह नगर में संचालित किये जा रहे विकास कार्यों की समीक्षा के दौरान यह तथ्य सामने आने पर कि, लोनिवि की बहुत सी सडको का निर्माण ठेकेदारो की वजह से आगे नही बढ पा रहा है। इस पर मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने लोनिवि के अधिकारियो को निर्देशित किया कि वह ऐसे ठेकेदारों को चिन्हित कर ब्लेक लिस्टेड करते हुये उन्हे बाहर का रास्ता दिखाये और नये ठेकेदारो को काम सौपें ताकि सडकों के निर्माण मे ंकोई गतिरोध ना रहे। उन्होने कहा जनपद मे जो भी विकास कार्य प्रारम्भ किये जाए शिलान्यास के दिन की उस कार्य के पूर्ण होने की तारीख भी तय कर ली जाए। उन्होने जिलाधिकारी डा0 नीरज खैरवाल को निर्देश देते हुए कहा पूर्व मे जो शौचालय निर्माण के कार्य किये गये थे यदि उनमे अभी भी शिकायते आ रही है सम्बन्धित की जांच कर दोषियो के खिलाफ सख्य कार्यवाही अमल मे लाई जाए।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि नदियो को चेनलाईज करने हेतु जिलाधिकारी अपने सुझाव प्रेषित करे। उन्होने कहा कि दैवीय आपदा के अन्तर्गत किये जाने वाले कार्यो को शीघ्र प्रारम्भ किया जाए। महिलाओ की आर्थिक स्थिति को बढाने के लिए महिला स्वयं सहायता समूहो को प्रेरित कर स्वावलम्बी बनाये। कुपोषण व अतिकुपोषण की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज मे यदि कोई कमजोर है तो हमारा समाज कमजोर है इसके लिए हम सभी को जिम्मेदारी लेनी होगी। कुपोषण को दूर करने के लिए अभियान चलाने के साथ ही ऐसे बच्चो को जनप्रतिनिधि व अधिकारी गोद ले ताकि कुपोषण की स्थिति में सुधार लाया जा सके। उन्होने समाज कल्याण अधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि पेंशन योजना से जुडे लाभार्थियो को समय से पेंशन का भुगतान किया जाए। गौरादेवी कन्याधन योजना की धनराशि जनपद को उपलब्ध हो गई है इसलिए समय से पात्र छात्राओ के खातो मे धनराशि प्रेषित की जाए। उन्होने नलकूप विभाग के अधिकारियो को निर्देशित करते हुए कहा हर ब्लाक मे 10-10 नलकूपो की रेेंडम चैकिग करते हुए उसकी रिपोर्ट मुख्यमंत्री कार्यालय को उपलब्ध कराये। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने समय-समय पर मण्डलायुक्त को भी जनपद मे चल रहे निर्माण कार्यों की समीक्षा करने के निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने खण्ड विकास अधिकारियो द्वारा किये जा रहे कार्यो की भी समीक्षा की। उन्होने कहा ब्लाॅक विकास की ईकाई है, सभी खण्ड विकास अधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि योजनाएं समय पर शुरू हो रही है या नही। उन्होने कहा विकास हेतु जो भी धनराशि आती है उससे गुणवत्तायुक्त कार्य हो व योजनाओ का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे।
जनपद के प्रभारी एवं शहरीय विकास मंत्री श्री मदन कौशिक ने अधिकारियो से कहा कि सरकार समय से बजट अवमुक्त कर रही है ऐसे मे अधिकारियो को चाहिए कि प्राप्त होने वाले बजट का शतप्रतिशत उपयोग समय पर कर योजनाए पूर्ण करे ताकि योजनाओ का लाभ जनता को समय से मिल सके। जिलाधिकारी डा0 नीरज खैरवाल द्वारा मुख्यमंत्री को जनपद मे चल रहे विकास कार्यो की विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराई गई।
बैठक मे मण्डलायुक्त/सचिव मुख्यमंत्री राजीव रौतेला, जिला पंचायत अध्यक्ष ईश्वरी प्रसाद गंगवाल, मेयर रामपाल सिंह, विधायक राजकुमार ठुकराल, राजेश शुक्ला, आदेश चैहान, सौरभ बहुगुणा, भाजपा जिलाध्यक्ष शिव अरोरा, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डा0 केके वीके, मुख्य विकास अधिकारी आलोक कुमार पाण्डेय, अपर जिलाधिकारी जगदीश चन्द्र काण्डपाल, उत्तम सिह चैहान सहित सभी एसडीएम व जनपद व ब्लाक स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे। मंत्री यशपाल आर्य एवं अन्य का बैठक में न जाना सवाल छोड़ दिया है।