देहरादून। देहरादून के प्रेमनगर बाजार में भारतीय मानक ब्यूरो की टीम ने दो ज्वैलरी शॉप में आज छापेमारी की। इस दौरान बिना हॉलमार्क के ज्वैलरी को जब्त करने की कार्रवाई की गयी। भारतीय मानक मानक ब्यूरो टीम को कार्रवाई के दौरान प्रेमनगर बाजार में महालक्ष्मी ज्वैलर्स के पास न तो लाइसेंस प्राप्त हुआ और ना ही हॉलमार्क सोने के ज्वेलर्स बिक्री के लिए पाए गए। इस शॉप का सारा माल जब्त कर लिया गया।
भारतीय मानक ब्यूरो की इस छापेमारी की कार्रवाई से प्रेमनगर के ज्वैलरी व्यापारियों में हड़कंप मच गया। मानक ब्यूरो की कार्रवाई से अफरा-तफरी में कई दुकानें बंद कर दी गई । बताया जा रहा है कि देहरादून में कई ज्वेलरी शॉप में बिना हॉलमार्क के गहने बेचे रहे हैं, जबकि भारत सरकार ने बिना हॉलमार्क के ज्वेलरी बेचने पर प्रतिबंध लगा रखा है। सोने की खरीदारी में लोगों के साथ होने वाली धोखेबाजी को रोकने के लिये हॉलमार्किंग की शुरुआत की गई है। किसी आभूषण में सोने की मात्रा अलग अलग होती है, जो उसकी शुद्धता यानि कैरेट के आधार पर तय होती है। कई बार ज्वैलर्स कम कैरेट के आभूषणों पर ऊंची कैरेट की कीमतें वसूलते हैं। इसी को खत्म करने के लिये हॉलमार्किग को अनिवार्य बनाया गया है। वास्तव में हॉलमार्किंग सोने की शुद्धता की गारंटी होती है। हॉलमार्क हर आभूषण पर लगने वाला एक निशान होता है, जिसमें भारतीय मानक ब्यूरों यानि बीएसआई का लोगो, उसकी शुद्धता दी होती है।