:
देहरादून दिवाकर भट्ट ने कहा कि उत्तराखंड क्रान्ति दल ने राज्य निर्माण की नींव संन 1979 में की
अलग र्राज्य उत्तराखण्ड के संघर्ष की अंतिम लड़ाई लड़ी।राज्य बनाने का मकसद यही था कि रोजगार, विकास, शिक्षा,स्वास्थ्य की समस्याओं से राज्य को निजाद मिले।व राज्य का पलायन रुक सके।लेकिन राज्य बने इन 18 सालों में राज्य की हालात बद्द से बद्दर हो गयी ।उत्तराखंड राज्य के विकास के मकसद को लेकर अब राज्य की अवधारणा पूरी करने के लिए अपने *गाँव बसाओ राज्य बचाओ* के अभियान के तहत 1 मई से आंदोलन गाँव गाँव करेगा।जिसके लिए अलग अलग प्रभारी बनाये गए है ।कुमाऊं मंडल से दल के
संरक्षक काशी सिंह ऐरी,डॉ नारायण सिंह जंतवाल, पुष्पेश त्रिपाठी रहेंगे।तथा कुमाऊं मंडल संगठन प्रभारी हरीश पाठक, संगठन प्रवेक्षक प्रताप शाही, सह प्रभारी कुंदन बिष्ट साथ में रहेंगे।तराई मंडल में संरक्षक बी डी रतूड़ी, महामंत्री डी के पाल रहेंगे। गढ़वाल मंडल के प्रभारी संरक्षक त्रिवेंद्र पंवार रहेंगे।जनपद टिहरी, और उत्तरकाशी के प्रभारी वीर चंद रमोला,एवम जय प्रकाश उपाध्याय। जनपद रुद्रप्रयाग और चमोली के अवतार सिंह राणा, देवेश्वर भट्ट,एवम देवेंद्र चमोली रहेंगे।पौड़ी जनपद से सहदेव बिष्ट ।प्रत्येक जनपद के जिला व् केंद्रीय पदाधिकारी अपने अपने जनपदों में प्रभारियों के साथ मिलकर अभियान को सफल बनाएंगे।इस अवसर पर भट्ट ने जनपद कोटद्वार तथा देहरादून इकाई को तत्काल प्रभाव से भंग करके हुए सुभाष पुरोहित को जनपद देहरादून का संयोजक बनाया है। जो अति शीघ्र नई कार्यकारिणी का गठन करेंगे।प्रेस वार्ता के अंत में दल के वरिष्ठ नेता दर्शन सिंह बिष्ट जो रुद्रप्रयाग जनपद से थे उनके अकस्मात निधन और दो मिनट का मौन रखकर प्रार्थना की।प्रेस वार्ता में सर्व बी डी रतूड़ी, त्रिवेंद्र पंवार, वीर चंद रमोला,सुनील ध्यानी,महानगर अध्यक्ष संजय छेत्री,बहादुर सिंह रावत, किशन सिंह रावत,शान्ति भट्ट,सुशील ममगाईं,नारायण सिंह राणा,रमा चौहान,राजेश्वरी,डी के पाल,नितिन सैनी,दीपक गौनियाल,उत्तम रावत,सुबोध पोखरियाल,गौरब उनियाल, सुनील ध्यानी केंद्रीय प्रवक्ता उत्तराखंड क्रान्ति दल आदि थे।