भाजपा को एग्जिट पोल पर भरोसा, कांग्रेस बता रही इसे भाजपा का खेल ।
देहरादून। एग्जिट पोल को लेकर भले ही राष्ट्रीय स्तर पर घमासान की स्थिति देखी जा रही हो लेकिन भाजपा के नेताओं और प्रत्याशियों में इन्हें लेकर भारी उत्साह देखा जा रहा है। पौड़ी सीट से भाजपा प्रत्याशी अनिल बलूनी का कहना है कि भले ही 4 जून को होने वाली मतगणना से सही परिणाम की जानकारी होगी लेकिन एग्जिट पोल इस बात का संदेश देते हैं कि बयार किधर की बह रही है। जनता ने एक बार फिर मोदी की सरकार बनाने के लिए वोट किया है।
उनका कहना है कि एग्जिट पोल और असली नतीजो में थोड़ा बहुत फर्क आ सकता है लेकिन इससे यह साफ हो गया है कि आएगा तो मोदी ही। उन्होंने कहा कि विपक्ष इन एग्जिट पोल को लेकर इसलिए हल्ला कर रहा है क्योंकि ईंडी गठबंधन के नेता हकीकत को स्वीकार नहीं रहे हैं। उन्होंने कहा दक्षिण भारत में भाजपा का प्रदर्शन बेहतर रहने वाला है आंध्र प्रदेश, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल में तथा तेलंगाना और कर्नाटक व केरल में भी भाजपा को अच्छी बढ़त मिलेगी और भाजपा अपने 400 पार के लक्ष्य को हासिल करने की और अग्रसर है। उन्होंने कहा कि देश की जनता ने देश के विकास के लिए वोट दिया है अब ज्यादा समय नहीं है मात्र 12 घंटे की ही बात है असली परिणाम सामने आने वाले हैं। विपक्ष को उसके विरोध का भी जवाब मिल जाएगा।
उधर हरीश रावत का कहना है कि जो एग्जिट पोल दिखाये जा रहे हैं वह हकीकत से बहुत दूर है। यह मोदी के एग्जिट पोल है जिनके जरिए विपक्षी नेताओं व अधिकारियों पर दबाव बनाने की कोशिश की जा रही ह।ै उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने यह चुनाव जनता के मुद्दों पर लड़ा है। भाजपा के 10 सालों के काम को लेकर जनता में जो गुस्सा था तथा गरीब लोगों में जो बेचैनी थी वह सरकार को बदलना चाहती थी। कांग्रेस ने हमेशा अंतिम पायदान पर खड़े लोगों के कल्याण की राजनीति की है। उन्होंने कहा कि नतीजे कांग्रेस के पक्ष में ही रहेंगे।
उधर भाजपा के हरिद्वार से प्रत्याशी त्रिवेंद्र सिंह रावत ने चुनाव परिणाम से पहले ही अपनी प्राथमिकता गिनाते हुए कहा है कि गंगा में अवैध खनन को चुनाव नतीजे के बाद वह रोकने का काम करेंगे। उन्होंने कहा कि उनके पास लगातार ऐसी शिकायतें आ रही है उन्होंने अधिकारियों को भी फोन कर अवैध खनन को रोकने को कहा है। उनका कहना है कि इससे सरकारी राजस्व का ही नुकसान नहीं हो रहा है पर्यावरण को भी नुकसान हो रहा है जिसके लिए वह काम करते रहे हैं।