तिलक चंद रमोला को किया गया सम्मानित । बडकोट : ( मदन पैन्यूली). रंगकर्मी और पत्रकार तिलक चंद रमोला की ओर से पहली बार अपनी बेटी सुष्मिता उर्फ़ ईंशा की रंवाई भाषा में छपा शादी कार्ड लोगों की ओर से बेहद सराहा गया । और उनके द्वारा शादी में विशेष रूप से बरातियों के लिए परोसा गया पारंपरिक मयालू भोज झंगोरा की खीर, सिलवटें में गहथ की दाल पिसकर बनाया गया फाड़ू, कद्दू का रायता और चुल्लू की चटनी का बरातियों ने जमकर स्वाद चखकर सराहना कर रहे हैं ।
टिहरी रोड़धार से शादी में समलित डी,एस भंडारी आईटीवी में तैनात जवान प्रवीन ने कद्दू के रायता की जमकर तारीफ की ।
बता दें कि 9 और 10 फरवरी 2020 को नौगांव विकास खंड के सुनारा गांव में रंगकर्मी और पत्रकार तिलक चंद रमोला की बेटी सुष्मिता की रंवाई भाषा में लिखा शादी कार्ड बेहद सराहा गया । यह पहला रंवाई भाषा की दूध बोली में लिखा शादी कार्ड था । जिसे हर किसी ने पसंद किया । और अब शादी में बनाया गया पारंपरिक भोजन भी लोगों को खासा पसंद आया ।
तिलक चंद रमोला ने बताया की रंवाईं की दूध बोली भाषा, पांरमपरिक भोजन, रंवाईं के पहनावे की पहचान व अपनी संस्कृति की धमक बढ़ावा का उनका यह प्रयास जारी हैं ।
और शादी कार्ड में तय कार्यक्रम के अनुसार उस पर खरा उतरना भी था जिसके लिए शादी को एक विशेष पहचान बनाने के लिए उन्होंने रंवाई भाषा में लिखा शादी कार्ड के अलावा गांव में ठीक एक बजे सभी देवताओं का आशीर्वाद लेते हुए अनिता नेगी, सरिता रावत, रक्षा चौहान, रिना रावत, मधू रावत, जसोदा के कुशूल नेतृत्व में भजन कीर्तन कार्यक्रम का भी लोगों ने जमकर लुत्फ उठाया । अंत में अनिता नेगी पर मा भद्रकाली ने प्रकट होकर ब्योली सुष्मिता और उनके पिता तिलक चंद रमोला को शुभकाज का आशीर्वाद दिया ।
देर रात लोगों ने और गांव की महिलाओं ने रंवाई की पारंपरिक भेष-भूषा घाघरा कुर्ती, धोती, ढाटू में सज-धज कर , होश उल्लार म़डाण में शामिल होकर हारोल, तांदी और महिलाओं की ओर से प्रस्तुत झैंता नृत्य समेत डांगरा रासो का जमकर लुत्फ उठाया ।
शादी में उत्तराखंड में बांसुरी वादक के लिए प्रसिद्ध कैलाश ध्यानी ने शादी में शामिल होकर यहा की संस्कृति की भुरी भूरी प्रंशशा की । ईई मनोज रावत, राजस्व उप निरीक्षक अनिल असवाल, सोवेन्द सिंह, रमेश रावत भरत सिंह, दिनेश रावत, संदीप रावत, अजब सिंह आदि का कहना है की निश्चित आगामी समय में लोग इसका अनूशरण करेंगे । और इससे हमारी दूध बोली भाषा, पहनावे समेत खान-पान की भी पहचान बनेगी ,जिला पंचायत उतरकाशी की ओर से आयोजित गंगाणी मेले में पहली बार रंवाल्टी भाषा में छपे शादी कार्ड के लिए रंगकर्मी, पत्रकार तिलक चंद रमोला को स्मृति चिन्ह व शाल भेंट कर सम्मानित किया गया ।