बागेश्वर। बाबा विश्वनाथ मां जगदीशिला डोली यात्रा बागनाथ की धरती बागेश्वर पहुंच गई है। यहां पहुंचने पर मंदिर समिति और स्थानीय लोगों ने फूल मालाओं से भव्य स्वागत किया.।यात्रा संयोजक पूर्व मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी डोली यात्रा की अगुवाई कर रहे हैं।
पूर्व कैबिनेट मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी ने कहा कि यात्रा विगत 23 वर्षों से संचालित की जा रही है। इसका मुख्य उद्देश्य विश्व शांति कायम रखना और संस्कृति को जिंदा रखने का संदेश देना है। यात्रा की शुरुआत टिहरी जिले के विकासखंड भिलंगना के ग्यारह गांव हिंदाव के विशौन पर्वत से हुई है। मां जगदीशिला डोली विभिन्न पड़ावों से होकर प्रदेशभर में भ्रमण कर रही है। राणों के अनुसार विशौन पर्वत पर गुरु वशिष्ठ ने तप किया था। नैथानी ने बताया कि डोली हर 30 दिनों तक उत्तराखंड के 13 जिलों में 10,500 किलोमीटर की यात्रा तय करती है। इस दौरान डोली श्रद्धालुओं को आशीर्वाद देती जाती है। जबिक, यात्रा का समापन गंगा दशहरा के दिन होता है। इस साल विश्वनाथ जगदीशिला डोली यात्रा का शुभारंभ 11 मई को हरिद्वार से हुआ था। मंत्री प्रसाद नैथानी ने कहा कि इसका मुख्य उद्देश्य उत्तराखंड को तीर्थाटन के क्षेत्र में अग्रणी बनाना है। चारधाम के अलावा 1000 धामों को बनाने का संकल्प भी लिया है। वहीं, पूर्व विधायक ललित फर्स्वाण ने बताया कि यात्रा के बागेश्वर पहुंचने पर बाबा बागनाथ मंदिर में भव्य स्वागत किया गया। इस बार यात्रा कपकोट के कई मंदिरों में पहुंच रही है। ऐसे में उन मंदिरों को भी यात्रा से जुड़ने का मौका मिला है, ये सौभाग्य की बात है।