देहरादून, (पहाड़ों की गूंज ) सम्मानित सुधी पाठकों नमन करते हुए आप से अनुरोध है कि आप भी सरकार से पत्रकारों के हित के लिए अपनी ओर से लिखियेगा।
सभी माo पत्रकार साथियों से प्रार्थन है कि हमारी जुलाई 2013 से अक्टूबर 2013 में 11 बैठकों में पत्रकारों के संघठनो के प्रतिनिधित्व करने वाले साथियों से पत्रकारों के हित के लिए।आपके सुझावों लेने के बाद मा
विधायको की संस्तुति के बाद
श्री राज्यपाल कुरैसी के साक्षात्कार के प्रकाशन करने के बाद
समाचार
पत्र केन्द्र एवं नेट प्रोवाइड करने वाली कम्पनियों को भेजे, उत्तराखण्ड के पहाड़ी 9 जिलों के साथ साथ अन्य हिमालय राज्यों में ofc लाईन बिछने के बाद , 2015 से पोर्टल बनने से देश दुनिया में निशुल्क खबरें जाने से हमारी इज्जत बढ़ी है। आपके सहयोग मिलने से पोर्टल से रोजगार के साथ साथ जनता को बैंकों में घण्टों खड़े होने से जहां राहत मिलरही है। वहीं समय की बचत का उपयोग करने के लिए सबसे बड़े धन की बचत हुई। आप कलम धनी हैं। हमने कोरोना से जंग जीत कर जिंदा होने का सबूत पत्रकारों के हितों के लिए दिया है। आप हृदय स्पर्श करने वाले शब्दों से पत्रकार की पीड़ा को स्थान डीजयेगा।अपने अखबार,पोर्टल ,पत्रिका tv पर जरूर रोज स्थान दीजयेगा।
निश्चित तौर पर केंद्रीय सरकार, से कार्यवाही करवाने के लिए माo सांसदों की संस्तुति पत्रकारों को संवैधानिक व्यवस्था का अंग बनाने में सफल होंगे ।
साहस नहीं है तो सहयोग डीजयेगा।साहस के लिए सहयोगियों की आवश्यकता होती है। 2013 में जुलाई से अक्टूबर तक 11 बैठकों में आपके साथ देने से पोर्टल को विज्ञापन मिलने सुरु हुए ।
मई तक 11 माह की मेहनत से ofc लाइन बिछाने के फलस्वरूप पहाड़ों में पोर्टल बनाने से रोजगार बढ़ा है। साहस का साथ देने से टिहरी बांध की ऊंचाई घटाकर डिजाइन परिवर्तन प्रातः स्मरणीय गुरु जी एंव पहाड़ों की गूंज राष्ट्रीय साप्ताहिक समाचार पत्र के सलाहकार संपादक पर्यावरण विद स्व श्री सुन्दरलाल बहुगुणा जन हित मे करा सकते हैं ।हम लोग देश मे हजारों में हैं लाखों तोपो को झुकाने का कार्य कर सकते हैं।साथियों दुनिया की सरकारों को तीन शक्ति चलाती है । विश्व बैंक ,मल्टीनेशनल कंपनी, एंव मीडिया।आप अपने अन्दर के हनुमान को पहचाने।प्रत्येक अंक में अपनी मांग लिखें ।आप अपने परिचय को
उत्तराखंड से नाम मात्र लेने से अन्य प्रदेशों के एंव गैर भारतीयों को उनके शरीर में नई उर्जा देता है।
आपके सहयोग के साथ पोर्टल की भांति मांग को आगे बढ़ाने का अल्प प्रयास है।जय बद्रीविशाल
पुनः प्रयास से पहले आपकी स्मृति में कलयुग में मुश्किल से मनुष्य जन्म पाकर हम पुण्य कार्य के लिए मनन कर प्रार्थना करें।
पहले पोर्टल को बढ़ावा देने के लिए 11 माह का समय लगने के साथ साथ मेरे पैर फिरेक्चर होने के बाबजूद मिशन को बढ़ाने में काफी आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ा जिसकी भरपाई करना सम्भव नहीं है। मा सांसदों का सम्मान करते हुए इस प्रयास को आगे बढ़ाने के लिए प्रत्येक पत्रकार साथी से बिचार बिमर्स करना चाहते हैं। वर्षा ऋतु में सॉर्ट नोटिस पर आप आने की कृपा कर सुझाव दीजियेगा।