चमोली। देवस्थानम बोर्ड गठन के बाद बदरीनाथ धाम की व्यवस्थाओं में काफी दिक्कतें सामने आ रही हैं। नृसिंह मंदिर के हक-हकूकधारियों का कहना है कि देवस्थानम बोर्ड गठित होने के बाद से शंकराचार्य व अन्य उत्सव डोलियों को शीतकालीन गद्दी स्थल से बदरीनाथ धाम ले जाने वालों को परंपरा के अनुसार दस्तूर (अनाज) नहीं दिया गया है। वहीं देवस्थानम बोर्ड द्वारा भगवान को लगाए जाने वाले भोग के अनाज में भी कटौती की गई है। हक-हकूकधारियों का कहना है कि देवस्थानम बोर्ड के गठन के बाद से ही मंदिरों में हर दिन बनने वाले भोग की मात्रा में भी काफी कटौती की गई है। 18 मई को भगवान बदरी-विशाल के कपाट खुलने हैं।
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ऐसे में हक-हकूकधारियों की नाराजगी सरकार और बोर्ड के लिए नई मुसीबत खड़ी कर सकती है। वहीं मामले को लेकर देवस्थानम बोर्ड के जिम्मेदार अधिकारियों से फोन से बात नहीं हो पाई।